ग्वालियर में युवती ने सेवानिवृत्त BSF अधिकारी को हनीट्रैप में फंसाया, अश्लील वीडियो भेजकर 2.5 लाख ठगे

अपराध शाखा सायबर ग्वालियर की टीम ने जांच की प्रारंभ

Update: 2023-05-25 17:59 GMT

Honeytrap

ग्वालियर/वेब डेस्क। सोशल मीडिया पर लोगों के साथ ठगी करने के कई बहाने मुसीबत का कारण बन रहे हैं। सेवानिवृत्त वृद्ध अधिकारी को युवती ने फोन लगाकर परिचित होने की बात कही और फिर बाद में अश्लील वीडियो भेजकर ब्लैकमेल करने लगी। शातिर ठग ने ब्लैकमेल करते हुए ढाई लाख रुपए हड़प लिए जब बार बार रकम की मांग की गई तो पीडि़त अधिकारी ने पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल को मामले की जानकारी देकर शिकायती आवेदन दिया।

अनुपम नगर पी इन्क्लेव निवासी 80 वर्षीय भारतीय सीमा सुरक्षा बल से सहायक कमांडेंट के पद से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। कुछ समय पहले अधिकारी के ूमोबाइल पर एक युवती ने फोन किया और अपने नाम पूजा बताते हुए परिचित बताया। जब अधिकारी ने पहचानने से मना कर दिया तो उसने अपना फोटो व्हाट्सअप पर भेज दिया। फोटो देखने के बाद भी उन्होंने पहचानने से इंकार कर दिया तो युवती ने वीडियो काल किया। वृद्ध सेवानिवृत्त अधिकारी समझ नहीं सके कि उनकी ठग से बात हो रही है। वीडियो करने वाली युवती से वह बात कर रहे थे कि तभी उसने अपने कपड़े उतारना शुरु कर दिए। जैेस ही युवती ने कपड़े उतारे उन्होंने तत्काल फोन काट दिया। अभी वह माजरा समझने का प्रयास कर रहे थे कि उनके मोबाइल पर अश्लील फोटो भेज दिए और फोन करके बताया कि बीस हजार रुपए नहीं दिए तो वह पुलिस से शिकायत कर देगी। सहायक कमांडेंट ने रुपयों की मांग को ज्यादा महत्व नहीं दिया। लेकिन कुछ घंटे बीते ही थे कि उनके मोबाइल पर फोन आया और फोन करने वाले ने अपने को अपराध शाखा का अधिकारी बताते हुए कहा कि आपके खिलाफ युवती शिकायत करने आई है। अधिकारी बताने वाले कहा कि युवती से सम्पर्क करें वरना वह वीडियो वायरल कर देगी। इसके बाद सेवानिवृत्त अधिकारी से ब्लैेकमेल करने का खेल शुरु हो गया और ठग ने शिकायत नहीं करने पर खाते में साढ़े ग्यारह हजार रुपए जमा कराए। कभी बीस तो कभी किसी बहाने से 55 हजार रुपए ठग ने अपने खाते में जमा कराए। पैसे जमा करके तंग आ चुके वृद्ध अधिकारी उस समय ज्यादा परेशान हो गए जब फोन करने वाले युवक ने कहा कि युवती को पकड़ लिया है। शिकायत से बचना है तो डेढ़ लाख रुपए खाते में और भेजे वरना अपराध पंजीबद्ध कर लिया जाएगा। बदनामी के डर से उन्होंने डेढ़ लाख रुपए भी दे दिए। लगातार पैसों की मांग करने वाले ठगों से बचने के लिए सेवानिवृत्त अधिकारी ने एसपी चंदेल से शिकायत की। अपराध शाखा ने फरियादी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ धारा 420, 384, 66डी आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर फर्जीबाड़ा करने वालों की पहचान के प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं।

प्राध्यापक को बीमार पत्नी का पंजीकरण कराने के बहाने ठगा

झांसी रोड थाना क्षेत्र स्थित हरिशंकरपुरम निवासी ब्रजेश कुमार पुत्र रामबाबू शर्मा 57 वर्ष प्राध्यापक हैं। विगत दिवस उनकी पत्नी का स्वास्थ्य खराब हो गया था। चिकित्सक को दिखाने के लिए गूगल से लिंक चिकित्सालय का नम्बर का पता लगाया। जब उन्होंने पंजीकरण कराने के लिए फोन लगाया तो बात करने वाले युवक ने उसने बैंक से संबंधित कुछ जानकारी लेकर खाते में पांच रुपए जमा कराए। पांच रुपए जमा करने के बाद ठगी से बचने के लिए प्राध्यापक ने अपना यूपीआई नम्बर बंद कर लिया। तीन दिन बाद जब प्राध्यापक ने भुगतान करने के लिए यूपीआई नम्बर चालू किया। तो उनके होश उड़ गए। उनके मोबाइल पर यूपीआई नम्बर चालू करते हुए खाते से पैसे निकलने के मैसेज आने लगे। शातिर ठग ने 82 हजार 999 रुपए निकाल लिए थे। ठगी का शिकार होने का पता चलने पर उन्होंने अपना खाता बंद करवाया। पीडि़त प्राध्यापक की शिकायत पर अपराध शाखा ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 420, 66डी आईटी एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

इनका कहना है

सेवानिवृत्त अधिकारी व प्राध्यापक के साथ धोखाधड़ी की घटनाओं की जांच की जा रही है। ठगी की घटनाओं से बचने के लिए अपराध शाखा द्वारा सेमीनार कर बचाव के बारे में बताया जा रहा है लोग अब सोशल मीडिया पर कतई बिना जान पहचान के कोई लेनदेन नहीं करें।

राजेश डंडौतिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा 

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