ग्वालियर। ग्वालियर जयारोग्य चिकित्सालय में भर्ती होने वाले मरीजों को बेहतर सुविधाओं के साथ उपचार हो सकेगा क्योंकि निर्माणाधीन एक हजार बिस्तर के अस्पताल में जल्द ही मेडिसिन विभाग को शिफ्ट किया जा सकता है। वहीं सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने भी गुरुवार को निर्माणाधीन अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखीं।
इस दौरान सांसद ने गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. समीर गुप्ता से कहा कि अस्पताल का निर्माण जल्द से जल्द पूरा किया जाए। साथ ही निर्माण कार्य में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाए। दरअसल जयारोग्य के जर्जर भवन और मरीजों के अधिक भार को देखते हुए एक हजार बिस्तर के अस्पताल का निर्माण कराया जा रहा है। उक्त अस्पताल का सी ब्लॉक का काम पूरी हो चुका है। जबकि ए और बी ब्लॉक का काम निर्माणाधीन है।
कोरोना संक्रमण के चलते सी ब्लॉक को मरीजों के लिए आरक्षित कर दिया गया है। यहां वर्तमान में 300 से अधिक पलंग हैं, लेकिन अब संक्रमण कमजोर पड़ गया है और पलंग खाली पड़े हुए हैं। इसी के चलते अब यहां जयारोग्य के मेडिसिन विभाग को शिफ्ट करने की कवायद शुरू हो गई है। अधिष्ठाता डॉ. गुप्ता का कहना है कि एक हजार बिस्तर के अस्पताल में मेडिसिन विभाग को शिफ्ट किया जा सकता है। इसके लिए वह जल्द ही भोपाल जाकर वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे। अनुमति मिलते ही विभाग को शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल के ए और बी ब्लॉक का काम भी अगस्त माह तक पूरा हो जाएगा। जिसके बाद अन्य विभागों को भी नए भवन में शिफ्टकिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान समाजसेवी श्री यशवर्धन जैन, जयारोग्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर.के.एस. धाकड़, सहायक अधीक्षक डॉ. तिजेन्द्र नरवरिया, डॉ. अनुभव गर्ग, डॉ. अमित निरंजन सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।