ग्वालियर में दिव्यांग चाचा ने रिश्तों का किया कत्ल, मासूम के साथ दुष्कर्म कर हत्या की
तीन बहनों इकलौता चिराग था मृतक
ग्वालियर, न.सं.। ग्राम पारसेन में मासूम ध्र्रुव माहौर की हत्या चाचा ने उसका अपहरण करने के दो घंटे के भीतर ही कर दी थी। दुष्कत्र्य करने के बाद जब मासूम ने रोते हुए घर में उसके साथ किए कृत्य के बारे में बताने की कही तो उसका इरादा बदल गया और मासूम को उसने पानी में पटककर मौत के घाट उतार दिया था।
पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि 31 मई को बिजौली के गांव पारसेन में रहने वाले 9 वर्षीय मासूम धु्रव पुत्र किशोर माहौर की उसके ही दिव्यांग चाचा जीतू उर्फ जितेन्द्र पुत्र करनसिंह ने राजश्री लाने के बहाने अपहरण किया और अपने साथ आरौली जंगल में ले गया। चाचा के इरादे ठीक नहीं थे तो उसने मासूम के साथ सरकारी नर्सरी में दुष्कत्र्य कर डाला। मासूम से गलती हो गई और उसने चाचा से रोते हुए कहा कि मैं घर जाकर सबको बताऊंगा। जीतू ने बिना देर किए मासूम को पकड़ा और नर्सरी में खुदे पड़े गड्ढे में पानी में पटक लिया। घटना के दो दिन पहले हुई बारिस से गड्ढा भर गया था उसी पानी में डुबोकर मासूम की हत्या कर दी और वापस गांव आ गया था। जीतू ने पुलिस से बचने के कई प्रयास किए लेकिन उसकी एक गलती से वह बच नहीं सका और पुलिस ने पकडक़र जब उससे
तीन बहनों इकलौता चिराग था मृतक
किशोर की पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है। मासूम तीन बहनों में इकलौत चिराग था। गांव में दिव्यांग जीतू को लेकर लोग आक्रोशित हैं। जीतू के पिता करनसिंह ने बेटे को गांव में दोबारा नहीं लाने की बात पुलिस से कही। पूरे परिवार की जीतू के वजह से शर्मिंदगी झेलना पड़ रही है।
मैसेज से पकड़ा आरोपी
बिजौली थाना प्रभारी सुश्री साधना सिंह ने बताया कि जीतू ने कभी गुजरात में काम किया था वहां पर उसका एक पुराना दोस्त था। उसका व्हाट्सअप ओटीपी लेकर मृतक के पिता को फिरौती के लिए मैसेज किया। साथ ही गांव में रास्ते में फिरौती के पर्चे चिपका दिए थे। पुलिस जब मैसेज की पड़ताल करते हुए आगे बढ़ी तो जीतू का नाम सामने आ गया। जीतू ने एक मैसेज में लिखा था कि मासूम लोगों को क्यों परेशान कर रहे हो। पुलिस क्या कर लेगी क्या वो लडक़ा लाकर दे देगी। फिरौती दो और लडक़ा लो। जीतू की होशियारी ज्यादा चली नहीं और वह पुलिस के निशाने पर आ गया।
छेड़छाड़ व मारपीट का आरोपी है जीतू
जीतू माहौर के खिलाफ वर्ष 2016 में छेड़छाड़ और मारपीट सहित तीन प्रकरण बिजौली थाने मेंं पंजीबद्ध हैं। वह नाबालिग था तभी से अपराधिक प्रवृत्ति का रहा है। मासूम को ले जाने का इरादा भी उसका सिर्फ उसके साथ दुष्कत्र्य करना था।
कपाल व हड्डियों में बदला शव
गड्ढे में भरा बारिस का पानी सूखने के बाद मासूम का शव बाहर निकल आया था। शव को जंगली श्वानों ने नोंच डाला था पुलिस को मौके पर सिर्फ कपाल और दो चार हड्डियां और कपड़े मिले हैं। जिस स्थान पर नर्सरी है वहां पर कोई आता जाता भी नहीं है।