वंदे भारत के गेट हुए बंद, टीटीई व डिप्टी एसएस पहुंचे झांसी
जब तक ट्रेन चल दी और ट्रेन के गेट लॉक हो गए।
ग्वालियर,न.सं.। निजामुद्दीन से भोपाल जाने वाली वंदे भारत में एक महिला की तबियत बिगड़ गई। कंट्रोल से मैसेज के बाद रेलवे स्टेशन पर रेलवे अस्पताल का ड्रेसर के साथ डिप्टी एसएस और टीटीई कोच में पहुंचे, लेकिन दवा देकर ड्रेसर तो ट्रेन चलने से पहले उतर गया। टीटीई और डिप्टी एसएस रेलवे की रसीद काटने के चक्कर में उतर ही नहीं पाए और ट्रेन चल दी। जिससे यह दोनों झांसी तक पहुंच गए।
निजामुद्दीन से चलकर भोपाल जाने वाली वंदे भारत अपने निर्धारित समय से लगभग सवा दो घंटे के आसपास रात 8 बजे प्लेटफॉर्म एक पर आई। ट्रेन में सी- 9 कोच में महिला को इलाज के लिए रेलवे ड्रेसर ओपी मीना, डिप्टी एसएस सुरेन्द्र सोनकर के साथ टीटीई सुनील कुमार पहुंचे। डे्रसर ने महिला को देखकर दवा दे दी और ट्रेन के चलने से पहले दौडक़र वह कोच से उतर गए। लेकिन टीटीई और डिप्टी एसएस रेलवे की रसीद काटने के चक्कर में कोच से उतर नहीं पाए। जब तक ट्रेन चल दी और ट्रेन के गेट लॉक हो गए।
वंदे भारत के गेट हुए बंद, टीटीई व डिप्टी एसएस पहुंचे झांसीवंदे भारत के गेट हुए बंद, टीटीई व डिप्टी एसएस पहुंचे झांसीमहिला के परिजनों के साथ अन्य यात्रयों ने फीस देने से पहले रेलवे के टीटीई और डिप्टी एसएस से चलती ट्रेन में डॉक्टर की सुविधा न होने को लेकर कहा सुनी कर दी। इसके बाद फीस काफी देर बाद दी। जब तक ट्रेन ग्वालियर से काफी आगे निकल चुकी थी। यह दोनों कर्मचारी झांसी में उतरे और झांसी से शताब्दी एक्सप्रेस से लौटकर रात को ग्वालियर आ पाए।