MP NEWS: इंदौर बनेगा भिखारी मुक्त शहर, नए साल से भीख देने वाले पर दर्ज होगी FIR
मध्यप्रदेश। सबसे स्वच्छ शहर इंदौर अब भिखारी मुक्त शहर भी बनने की राह पर आगे बढ़ गया है। नए साल से यदि दरियादिली दिखाते हुए इंदौर शहर में कोई भीख देता पाया गया तो उस व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सकती है। इंदौर कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि, वे भिक्षावृत्ति को बढ़ावा न दें।
नियमों में बदलाव 1 जनवरी से लागू किया जाएगा। इंदौर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए प्रशासन अब अपनी कमर कस ली है। बीते कई समय से इंदौर में प्रशासनिक अमला भीख मांगने वालों को रेस्क्यू कर उनके रिहैबिलिटेशन के लिए काम कर रहा है।
इंदौर कलेक्टर ने कहा है कि, हाल ही में भीख मांगने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया था। इस गिरोह से जुड़े लोग मजबूर लोगों का फायदा उठाकर उन्हें भिक्षावृत्ति के लिए मजबूर करते हैं। इसी के चलते नए साल से भीख देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति भीख देता हुआ भी पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
बता दें कि, इंदौर में महिला एवं बाल विकास विभाग भिक्षावृत्ति उन्मूलन के लिए अभियान चला रहा है। जिसके तहत एक चौंकाने वाली घटना बीते दिनों सामने आई थी। विकास विभाग की टीम ने एक महिला भिखारी को रेस्क्यू किया था जिसके पास से 74,768 रुपए की नकदी मिली थी। इस मामले को सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
कुछ दिनों पहले कलेक्टर आशीष सिंह ने इंदौर को भिक्षावृत्ति मुक्त बनाने के निर्देश दिए थे। इसके तहत महिला एवं बाल विकास विभाग ने विशेष अभियान चलाया। इस दौरान अब तक 300 से अधिक भिक्षुकों को रेस्क्यू कर उज्जैन के सेवाधाम आश्रम में पुनर्वास के लिए भेजा गया है।