केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दी प्रवासी भारतीयों को विदाई, कहा- भारत के बिना विश्व आगे नहीं बढ़ सकता
इंदौर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारे प्रवासी भारतीयों ने देश का नाम दुनिया में रोशन किया है। किसी भी व्यक्ति की पहचान उनकी माटी और उसके देश से होती है। भारत का कोई भी सपूत, कोई भी पुत्र-पुत्री, विश्व के किसी भी कोने में रहे हों, भारत का सपूत कभी भी भारतीयता से जुदा नहीं हो सकते। हमारे भारत की जनसंख्या 135 करोड़ नहीं, 138 करोड़ है, इसमें 3 करोड़ हमारे प्रवासी भारतीय शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। विश्व में ये ऐलान हो चुका है कि भारत के बिना विश्व आगे नहीं बढ़ सकता। इस वर्ष भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में भारत विश्व पटल पर मजबूती से उभर रहा है। भारत जी 20 की अध्यक्षता जिस सोच और विचारधारा के साथ कर रहा है, वह है- वन अर्थ, वन फैमिली एंड वन फ्यूचर। वसुधैव कुटुम्बकम की सोच। पूरा विश्व एक परिवार है।
उन्होंने प्रवासी भारतीयों से कहा कि भारत की इस ग्रोथ स्टोरी में भागीदार बनिए। प्रधानमंत्री जी के संकल्प को मजबूत करें, अपनी जन्मभूमि से जुड़े रहें और हमारे युवाओं को जो देश के बाहर काम कर रहे हैं, उनके लिए मेरा एक ही मंत्र है, एक ही संदेश है, LER... लर्न, अर्न एंड डू रिटर्न। क्योंकि आपकी डेस्टिनी यहीं है, भारत माता के साथ, मुझे विश्वास है कि आपकी भागीदारी के साथ ये सदी भारत की होगी।