एक बार फिर टला अफ्रीकी चीतों का आगमन, ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण टीम दिल्ली से वापस लौटी

Update: 2021-12-04 14:22 GMT

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श्योपुर। इस समय जिला श्योपुर सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में ही नहीं अपितु सम्पूर्ण भारत मे चर्चा का विषय बन गया है। और वह विषय है इस जिले में अवस्थित कूनो सेंचुरी जहां अफ्रीकन चीते और गुजरात के शेरों को लाने की कोशिश में वन विभाग के साथ साथ मध्यप्रदेश सरकार भी लगी हुई है। जिसमे गुजरात के शेरो का मामला अभी लटका हुआ है लेकिन अफ्रीकन चीतों को लाने की तैयारी सरकार कर चुकी है। लेकिन कूनो का दुर्भाग्य कहें या कोरोना की मार कब तक कूनो में पधारेंगे अफ्रीकन चीते क्योंकि चर्चा से यह भी मालूम हुआ कि अफ्रीकन चीतों के बीच मे भी कोरोना की तीसरी लहर अड़ंगा बन चुकी है.

जानकारी के अनुसार जो टीम अफ्रीका जाने वाली थी।  वह कोरोना के तीसरे वेरियंट्स की वजह से नहीं जा सकी। जिसकी वजह से एक बार फिर लेट हो सकते हैं अफ्रीकन चीते और वर्तमान में नही सुनी जा सकती है चीतों की दहाड़ और ना देखी जा सकती है रफ्तार। चीतों की अगुवाई के लिए वन विभाग के साथ साथ वाइल्ड लाइफ वैज्ञानिकों एवम रिसर्चरों ने खूब मेहनत की यहाँ तक कि कूनो अभ्यारण्य के कोर एरिये की बीटों पर कैमरे लगाकर निरंतर जानकारी एकत्रित करने के प्रयास जारी है। लेकिन अफ्रीका में कोविड 19 के ओमिक्रोन वेरियंट्स के बढ़ते मामलों को एवम सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए जो टीम अफ्रीका के लिए रवाना हो रही थी वह दिल्ली से उल्टे पांव वापस लौटी जिसकी वजह से एक बार फिर लटक सकता है अफ्रीकी चीतों का प्रोजेक्ट।

इन्होने कहा - 

हा ये सही है कि कोविड 19 के वेरियंट्स की वजह से विशेषज्ञों की टीम दिल्ली से ही वापस हो गयी अब थोड़ा सा डिले हो सकता है।

-डीएफओ वर्मा कूनो नेशनल पार्क

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