विदिशा में कांग्रेस पार्षदों ने शपथ ग्रहण समारोह का किया बहिष्कार, लगाए ये...आरोप
विदिशा। नगर सरकार के शपथ ग्रहण समारोह का कांग्रेस पार्षदों ने बहिष्कार कर कहा कि इस तरह के भेदभाव जनता के द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधियोे के साथ किया जा रहा है। कांग्रेस विधायक का अमंत्रण पत्र में न तो मुख्य अतिथि में नाम है न ही अध्यक्षता में नाम दिया है, जबकि वह जनता का चुना हुआ जनप्रतिनिधि है और शपथ ग्रहण समारोह सरकार आयोजन है। इससे हमारी भावनाएं आहत हुईं और हम सब कांग्रेस पार्षदों ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार किया है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरेष मोतियानी ने कहा कि हमारे इलेक्टेड विधायक का कार्ड में नाम नहीं हैं जबकि तीन नाम जो दिए हैं वह सिलेक्टेड हैं। ऐसे मे हमारा कार्यक्रम में जाना उचित नहीं है और हम सब शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करते हैं और हम मप्र शासन ने निवेदन करते हैं इस तरह की रूपरेखा बनाएंगे भले हम जमापूंजी में कम हैं इसका मतलब यह नहीं कि हमारा इलेक्टेड विधायक मंच पर बैठने लायक नहीं रहे। वो तो जनता के बीच चुनकर आया है और उन्ही के संबल पर हम चुंनाव जीतकर आए हैं। जब वो मंच नहीं बैठेंगे तो हम क्यों शपथ में जाएं।
पार्षद धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि बीजेपी के कुछ नेता मान चुके हैं कि विदिशा हमारा गढ़ है। वह कांग्रेसी और आम जनता की भावनाओं से खिलवाढ़ कर रहे हैं। 8 अगस्त को अध्यक्ष चुनने के बाद 20 अगस्त को जो शपथ ग्रहण समारोह रखकर जनता को मैसेज दिया है। उन्होंने स्थानीय विधायक को न बुलाकर औछी मानसिकता का प्रमाण दिया है। इसी को लेकर कांग्रेस के सभी पार्षदों द्वारा निर्णय लिया गया कि वह शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। इस मौके पर कांग्रेस के पार्षदगण सहित विभिन्न मोर्चों के पदाधिकारी मौजूद थे।