पुंछ में शहीद एयरफोर्स जवान विक्की पहाड़े पंचतत्व में विलीन, पांच साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

पैतृक गांव में हुआ अंतिम संस्कार, हजारों लोगों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई

Update: 2024-05-06 06:53 GMT

छिंदवाड़ा। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में 04 मई को आतंकी हमले में बलिदान हुए भारतीय वायु सेना के जवान विक्की पहाड़े का सोमवार को उनके पैतृक गांव छिंदवाड़ा के पातालेश्वर मोक्षधाम में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बलिदानी पहाड़े को हजारों लोगों ने अंतिम विदाई दी। उनके पांच साल के बेटे हार्दिक ने उन्हें मुखाग्नि दी। इससे पहले वायु सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में बीते शनिवार को वायु सेना के वाहन काफिले पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इस हमले में घायल वायु सेना के पांच जवानों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से उधमपुर आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें छिंदवाड़ा के नोनिया करबल निवासी कॉर्पोरल विक्की पहाड़े भी शामिल थे। आर्मी अस्पताल में उपचार के दौरान देर रात कॉर्पोरल विक्की पहाड़े का निधन हो गया था।

अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए



 सेना के हेलीकॉप्टर से उनका पार्थिव शरीर सोमवार को सुबह इमलीखेड़ा हवाई पट्टी (छिंदवाड़ा) लाया गया। गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद विशेष वाहन से पार्थिव शरीर को परासिया रोड से उनके गृह ग्राम नोरिया करबल ले जाया गया, जहां से उनकी अंतिम यात्रा परासिया नाका, सत्कार तिराहा, जेल तिराहा, अमित ठेंगे चौक से जेल तिराहा, फव्वारा चौक, गोल गंज, छोटी बाजार, पुराना पावर हाउस, खिरका मोहल्ला, दुर्गा माता मंदिर चौक होते हुए पातालेश्वर मोक्षधाम पहुंची। यहां एक रिश्तेदार ने उनके पांच साल के बेटे को गोद में लेकर विधि-विधान से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी कराई। इस दौरान हजारों लोग मौजूद रहे। भारत माता की जय और अमर शहीद जवान रहे के नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो गया।

पति की शहादत पर गर्व जताया 

विक्की पहाड़े साल 2011 में वायु सेना में भर्ती हुए थे। उनके परिवार में मां दुलारी बाई, पत्नी रीना और पांच साल का बेटा हार्दिक है। पिता दिमाक चंद का निधन हो चुका है। तीन बहनों की शादी हो चुकी है। 10 दिन पहले ही उनकी छोटी बहन की गोद भराई की रस्म थी। इसके लिए वह एक महीने की छुट्टी लेकर गांव आए थे और 18 अप्रैल को ही वे ड्यूटी पर लौटे थे। विक्की अपने पांच साल के बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए 7 मई को छिंदवाड़ा आने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही उनका पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंच गया। पति की शहादत पर पत्नी रीना पहाड़े ने कहा कि मुझे गर्व है...।' वे पांच साल के बेटे हार्दिक को गोद में लिए हुए थीं, इतना कहकर उनके आंसू नहीं रुके। सब इंस्पेक्टर बहन गीता ने कहा कि मुझे भाई पर गर्व है।

एक करोड़ की सहायता देगी राज्य सरकार 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर सोमवार को छिंदवाड़ा पहुंचे और बलिदानी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनकी मां दुलारी बाई से भी मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि 'हमें अपने बहादुर जवान और सेना पर गर्व है, जिन्होंने यह कायराना हरकत की, उन्हें कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना के कॉर्पोरल विक्की पहाड़े के परिवार को राज्य सरकार एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देगी। साथ ही उनकी पत्नी को नौकरी भी दी जाएगी।

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