दायी बन गई बाबू, संभाग से संचालनालय में किया पदस्थ

आयुष विभाग ने खूंठी पर टांगे नीति, नियम-कानून

Update: 2020-01-30 07:02 GMT

भोपाल, विशेष संवाददाता। मप्र आयुष विभाग में जो कारनामा विभाग के गठन से लेकर अब तक के इतिहास में नहीं हुआ, वह कारनामा अधिकारियों ने कर डाला है। संभागीय आयुष कार्यालय में पदस्थ एक दायी को पहले बाबू बनाया। इसके बाद शासन की कर्मचारी स्थानांतरण एवं पदस्थापना नीति के विपरीत दायी से बाबू बनी इस महिला कर्मचारी को राजधानी में स्थानांतरित कर आयुष संचालनालय में सहायक वर्ग-3 के पद पर पदस्थ कर दिया।

श्रीमती लक्ष्मी पाल आयुष विभाग में दायी के पद पर पदस्थ थी। संभागीय स्तर के अधिकारियों ने पहले इस महिला कर्मचारी को नियम विरुद्ध सहायक वर्ग-3 के पद पर पदोन्नति दे दी। लेकिन विगत 28 जनवरी को संचालनालय आयुष मप्र के प्रभारी संयुक्त संचालक डॉ. सी.पी.शर्मा द्वारा इस महिला कर्मचारी को संचालनालय आयुष मप्र भोपाल में पदस्थ किए जाने के संबंध में आदेश जारी कर दिया। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि श्रीमती लक्ष्मी पाल, सहायक वर्ग-3 की वरिष्ठता संचालनालय में सबसे निचले क्रम पर रहेगी अर्थात शासन की कर्मचारी पदस्थापना एवं स्थानांतरण नीति के विरुद्ध इस महिला कर्मचारी को वेतन भत्ते भी संचालनालय के कर्मचारियों के समान अधिक मिलेंगे।

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की नीति के अनुसार राज्य मंत्रालय एवं संचालनालय के कर्मचारियों की पदस्थापना संभाग या जिला स्तर पर नहीं की जा सकती और न ही जिला और संभाग के कर्मचारियों को मंत्रालय व संचालनालय में पदस्थ किया जा सकता है। मंत्रालय और संचालनालय के कर्मचारियों के वेतन भत्ते भी विभागीय कर्मचारियों से अधिक होते हैं। विभागीय सूत्र बताते हैं कि आयुष विभाग में यह पहला प्रकरण है जब संभागीय आयुष कार्यालय से स्थानांतरित कर किसी कर्मचारी की नियम विरुद्ध संचालनालय में पदस्थापना की गई है। सूत्र बताते हैं कि विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके एक वरिष्ठ अधिकारी की मर्जी के अनुरूप ही इस महिला कर्मचारी को पहले नियम विरुद्ध पदोन्नति मिली और इसी अधिकारी के आग्रह पर वरिष्ठ अधिकारियों ने इसे संचालनालय में पदस्थ किया है।

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ओझा ने की थी पदावनत करने की तैयारी

करीब एक वर्ष पूर्व तत्कालीन आयुष आयुक्त संजीव झा के संज्ञान में इस महिला कर्मचारी की नियम विरुद्ध पदोन्नति की बात आने पर उन्होंने इस महिला कर्मचारी का पदोन्नति आदेश निरस्त कर इसे पदावनत (रिवर्ट) किए जाने हेतु फाइल भी मंगवाई थी। लेकिन इस बीच उनका स्थानांतरण अन्य विभाग में हो जाने के कारण इस महिला कर्मचारी को पदावनत नहीं किया जा सका। लेकिन वर्तमान में पदस्थ आयुष आयुक्त एम.के.अग्रवाल ने इस महिला कर्मचारी को पदावनत करने की बजाय नियम विरुद्ध आयुष संचालनालय में पदस्थ किए जाने के आदेश जारी करवा दिए।

वर्जन

'महिला कर्मचारी लक्ष्मी पाल को संचालनालय में पदस्थ किए जाने के संबंध में निर्णय शासन स्तर से लिया गया है। महिला की संचालनालय में पदस्थापना के लिए कई मंत्रियों द्वारा भी अनुशंसा की गई है। इस महिला कर्मचारी की पदोन्नति को लेकर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर पाऊंगा। जो भी जानकारी चाहिए आप आटीआई से निकाल सकते हैं।Ó

डॉ. सी.पी.शर्मा

प्रभारी संयुक्त संचालक

संचालनालय आयुष मप्र

वर्जन

्र'मंत्रालय में आधे कर्मचारी विभागों से अटैच कर बैठा दिए गए हैं। विभागीय अधिकारी की अनुशंसा पर विभागीय कर्मचारियों का अटैचमेंट तो किया गया है, लेकिन विभाग से सीधे ही मंत्रालय या संचालनालय में स्थानांतरित किए जाने का प्रावधान नहीं है। Ó

राजकुमार पटेल

कार्यकारी अध्यक्ष-मप्र मंत्रालयीन अधिकारी/कर्मचारी संघ 

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