ट्रक ड्राइवर से औकात पूछने वाले शाजापुर कलेक्टर पर सरकार ने लिया एक्शन, 24 घंटे में पद से हटाया

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस मामले में खुद संज्ञान लिया और उन्हें पद से हटा दिया है

Update: 2024-01-03 08:12 GMT

शाजापुर।  मप्र में ट्रक ड्राइवर से अभद्र भाषा बोलने वाले शाजापुर कलेक्टर किशोर कान्याल को सरकार ने हटा दिया है। उनकी जगह नरसिंहपुर कलेक्टर ऋजु बाफना को शाजापुर भेजा है।  किशोर कन्याल को मंत्रालय में सचिव बनाया गया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने बुधवार को आदेश जारी कर दिया है।

दरअसल, प्रदेश में पिछले दो दिन चली ट्रक ड्राइवर्स की हड़ताल के दौरान एक ड्राइवर और किशोर कान्याल के बीच गहमा गहमी बढ़ गई थी।  किशोर कन्याल ड्राइवर्स एसोसिएशन के सदस्यों से कह रहे थे कि कोई कानून को अपने हाथ में नहीं लेगा। इसी दौरान एक ड्राइवर ने कलेक्टर को कहा- अच्छे से बोलो।यह सुनकर कन्याल भड़क गए और कहा- गलत क्या है। समझ क्या रखा है? क्या करोगे तुम, तुम्हारी औकात क्या है? इसके बाद ड्राइवर ने कहा- यही तो हमारी लड़ाई है, हमारी कोई औकात नहीं है। इसके बाद कलेक्टर ने कहा- लड़ाई ऐसे नहीं होती है। कृपया कोई भी कानून अपने हाथ में न ले। आपकी सारी बातों को सुनने के लिए ही यहां बुलाया गया है। कलेक्टर के नाराजगी जताने पर ड्राइवर ने माफी मांग ली थी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शाजापुर कलेक्टर को हटा दिया है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री ने स्वयं बुधवार को सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। उन्होंने कहा है कि शाजापुर में ट्रक ड्राइवरों की बैठक के दौरान जिस प्रकार की भाषा का उपयोग अधिकारी द्वारा किया गया, वह कतई उचित नहीं है। नरसिंहपुर कलेक्टर ऋजु बाफना को शाजापुर का नया कलेक्टर बनाया गया है। शाजापुर के कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल को स्थानांतरित कर भोपाल में उप सचिव बनाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर रवाना होने से पहले भोपाल के राजकीय विमानतल पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम गरोबोत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। यह सरकार गरीबों की सरकार है, मैं स्वयं मजदूर परिवार से आता हूँ, हमारी सरकार में इस प्रकार का व्यवहार सहन नहीं होगा, ऐसी भाषा बोलने वाले अधिकारियों को मैदान में रहने का अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि मैं इस घटना से बहुत पीड़ित हूँ, ऐसे प्रकरणों में किसी को क्षमा नहीं किया जा सकता। मनुष्यता के नाते ऐसी भाषा हमारी सरकार में बर्दाश्त नहीं....। मैं खुद मजदूर परिवार का बेटा हूं। इस तरह की भाषा बोलना उचित नहीं है। अधिकारी भाषा और व्यवहार का ध्यान रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं आशा करता हूं जो अधिकारी आएगा वह भाषा और व्यवहार का ध्यान रखेगा। मेरे मन में इस बात की पीड़ा है और मैं इस तरह की बात को कभी क्षमा नहीं करूंगा।

कलेक्टर ने मांगी माफ़ी - 

इसके बाद किशोर कन्याल ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि मेरा उद्देश्य किसी को ठेस पहुंचना नहीं था। जिले में किसी को भी कानून व्यवस्था तोड़ने नहीं दिया जाएगा। आमजन की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है और किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था की स्थिति निर्मित नहीं होने देंगे। कानून तोड़ने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेंगे। हालांकि बाद में उन्होंने अपने शब्दों के लिए माफ़ी मंग ली थी।  

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