गंगोत्री से पैदल चलकर बागेश्वर धाम पहुंची 'शिवरंजनी', धीरेन्द्र शास्त्री से शादी पर कही ये...बात
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री पांच दिनों के लिए एकांतवास में गए
छतरपुर/वेबडेस्क। गंगोत्री से जल भरकर पदयात्रा कर युट्यूबर और एमबीबीएस की छात्रा शिवरंजनी शुक्रवार देर रात बागेश्वर धाम पहुंच गई। शनिवार सुबह उन्होंने बालाजी महाराज का दर्शन-पूजन किया। हालांकि उनकी मुलाकात कथावाचक पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से नहीं हो सकी क्योंकि वे इन दिनों एकांतवास में है।
बता दें कि मेडिकल छात्रा शिवरंजनी तिवारी शिवरंजनी गत एक मई को कुछ साथियों के साथ गंगोत्री से जल भरकर कलश यात्रा पर निकली थीं। वह पदयात्रा करते हुए बीते गुरुवार को छतरपुर पहुंची थी। यहां आने पर उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। इसके बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज कराने के बाद अस्पताल से शुक्रवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद वह देर रात बागेश्वर धाम पहुंची। यहां उन्होंने बागेश्वर धाम में जल चढ़ाया और फिर धीरेन्द्र शास्त्री से बिना मिले ही वापस लौट गईं।
धीरेन्द्र शास्त्री से शादी पर शिवरंजनी ने तोड़ी चुप्पी -
इस दौरान शिवरंजनी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वह पंडित धीरेन्द्र शास्त्री से शादी की इच्छा लेकर नहीं आई थी। वह बागेश्वर धाम के दर्शन करने पहुंची थी।धीरेंद्र शास्त्री से शादी के सवाल पर शिवरंजनी ने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि मेरा शादी का संकल्प है, ना ही मेरा पर्चा खुला, न ही मेरे संकल्प के बारे में किसी को पता चला। उन्होंने अपनी पैदल यात्रा पर कहा कि मैं जब 11वीं में थी तब बायो सब्जेक्ट लिया था। मैं कैंसर की डॉक्टर बनना चाहती हूं, बालाजी मुझे इस फील्ड में सक्सेस दे देना। यही मेरी कामना थी। मेरी शादी की कोई कामना नहीं थी, लोगों ने वे वजह मेरी यात्रा को शादी से जोड़ दिया। जब सफल हुई तो आकर दर्शन किए।
धीरेन्द्र शास्त्री एकांतवास -
शिवरंजनी की मुलाकात बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से नहीं हो पाई। वह इन दिनों एकांतवास में है। धीरेंद्र शास्त्री अगले पांच दिन एकांत में रहकर सनातन धर्म पर किताब लिखेंगे। पिछले दिनों मप्र के मंदसौर जिले खेजडिया में हनुमंत कथा के दौरान उन्होंने ऐलान किया था कि वे कुछ दिनों तक एकांतवास पर रहेंगे। इस दौरान वे हिंदू धर्म पर किताब लिखेंगे। उन्होंने कहा कि यह किताब स्कूल और कॉलेज में मुफ्त बांटी जाएगी।
कौन है शिवरंजनी -
शिवरंजनी तिवारी एमबीबीएस की छात्रा हैं और भजन गायिका के तौर पर जानी जाती हैं। शिवरंजनी के पिता पंडित बैजनाथ तिवारी का दावा है कि उनके परिवार का संबंध मध्य प्रदेश के सिवनी में जन्मे ब्रह्मलीन जगदगुरुस्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज से जुड़ा हुआ है। पैतृक गांव चंदौरीकला (दिघौरी) है, जो सिवनी में पड़ता है। हालांकि शिवरंजनी तिवारी का परिवार पिछले 25 साल से हरिद्वार में रहता है।