दमोह: सेंट नार्बर्ट स्कूल फंड का गबन, करोड़ों की रकम ईसाई मिशनरी संस्था को ट्रांसफर, जानिए पूरा मामला…
दमोह। जिले के प्रतिष्ठित सेंट नार्बर्ट स्कूल के खिलाफ फाइनेंशियल फ्रॉड का बड़ा मामला सामने आया है। जिला शिक्षा समिति ने जांच के दौरान यह पाया कि स्कूल प्रबंधन ने करोड़ों रुपये की अवैध वसूली करके एक ईसाई मिशनरी संस्था 'द सोसायटी ऑफ अबे करें' को ट्रांसफर कर दिए।
जांच में खुलासा हुआ कि स्कूल प्रबंधन ने 3 करोड़ 32 लाख रुपये से अधिक की राशि इस संस्था को भेजी है। जब बार-बार इस राशि का ब्यौरा मांगा गया, तो स्कूल प्रबंधन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया।
स्कूल प्रबंधन का कहना है कि यह संस्था नीदरलैंड की है, और उन्होंने यह पैसा वेलफेयर कार्यों के लिए दिया था। हालांकि, प्रबंधन इस बात का कोई ठोस दस्तावेज पेश करने में विफल रहा कि राशि को किस उद्देश्य से भेजा गया।
पुलिस जांच के आदेश जारी
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा समिति ने पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी को पत्र लिखकर विस्तृत जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा ने कोतवाली पहुंचकर थाना प्रभारी से मामले पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन को अंतिम नोटिस जारी किया जा रहा है, और यदि संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ प्राथमिक दर्ज की जाएगी।
अभिभावकों का आक्रोश
इस बीच, स्कूल द्वारा अभिभावकों को 3-3 रुपये खातों में वापस लौटाए जाने की घटना ने अभिभावकों को और भड़का दिया। बड़ी संख्या में अभिभावकों ने कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के समक्ष पहुंचकर कार्रवाई की मांग की। कलेक्टर ने अभिभावकों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
प्रशासन की सख्ती
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि यह मामला शिक्षा विभाग के लिए गंभीर है। पुलिस और प्रशासन मिलकर जांच कर रहे हैं। यदि प्रबंधन दोषी पाया गया, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने शहर के शैक्षणिक संस्थानों की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।