छत्तीसगढ़ में जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल विस्तार, राहुल गांधी से मिले भूपेश बघेल
नईदिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दिल्ली में हुई राहुल गांधी से मुलाकात के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। विगत कई माह से राज्य सरकार के नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं पर भी विराम लगा है। इसके साथ ही राज्य मंत्रिपरिषद में फेरबदल की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है।
मुख्यमंत्री बघेल ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मंगलवार को दिल्ली में मुलाकात की। इस दौरान राज्य में सरकार और संगठन समेत कई प्रमुख बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई। राहुल गांधी ने इस दौरान उत्तर प्रदेश चुनाव के रणनीतिक मुद्दों पर भी बात की। कांग्रेस के एक उच्च पदस्थ सूत्र के मुताबिक छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद को लेकर भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच जारी राजनीतिक खींचतान को दूर करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने एक फार्मूला तय किया है। इसके तहत सिंहदेव को वित्त मंत्रालय जैसा बड़ा प्रभार सौंपा जा सकता है, वहीं उनके सुझाए नामों पर मंत्री पद की मुहर भी लग सकती है। मंत्रिपरिषद के संभावित फेरबदल में 3 से 4 मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। इसे मुख्यमंत्री बघेल और सिंहदेव के बीच का पलड़ा बराबर करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री पद के ढाई साल-ढाई साल के फार्मूले को लेकर विगत कई माह से छत्तीसगढ़ में सत्ता पक्ष के भीतर ही राजनीतिक घमासान तेज रहा है। मुख्यमंत्री पद के स्वाभाविक उम्मीदवार माने जाने वाले सिंहदेव को कांग्रेस नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री बघेल के ढाई साल के कार्यकाल के बाद सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाने की बात कही जा रही थी, पर कूटनीति में माहिर भूपेश बघेल ने इन चर्चाओं पर विराम लगा दिया है। समझा जाता है कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर सिंहदेव की बहन आशा सिंह के भविष्य को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव फिलहाल मौन हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार जल्द ही मंत्रिपरिषद में फेरबदल होगा। सिंहदेव को उनका पसंदीदा वित्त मंत्रालय दिया जा सकता है। उनके समर्थक डॉ. प्रीतम राम को मंत्रिपरिषद में जगह दी जा सकती है।