संसद शीतकालीन सत्र: अंबेडकर विवाद के बीच लोकसभा अनिश्चितकाल और राज्यसभा 12 बजे तक स्थगित
संसद शीतकालीन सत्र का 21वां दिन : नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन अंबेडकर विवाद के बीच दोनों सदन स्थगित कर दिए गए हैं। लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है जबकि राज्यसभा दोपहर 12 बजे तक स्थगित है। गुरुवार को संसद के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है। विवाद को देखते हुए स्पीकर ओम बिड़ला ने कहा कि सांसदों को संसद की गरिमा और मर्यादा बनाई रखनी चाहिए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि, "माननीय सदस्यगण, मैं एक बार फिर आप सभी से आग्रह करता हूं कि संसद की गरिमा और मर्यादा बनाए रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। संसद परिसर के भीतर किसी भी दरवाजे पर विरोध या प्रदर्शन करना अनुचित है। आप सभी को इस सिद्धांत का पालन सुनिश्चित करना चाहिए। मैं एक बार फिर अनुरोध करता हूं कि आप इस मामले को गंभीरता से लें और किसी भी दरवाजे या परिसर के भीतर विरोध प्रदर्शन करने से बचें।"
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "...यह शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है। आज दोनों सदन अनिश्चित काल के लिए स्थगित हो रहे हैं...एनडीए सांसद कल राहुल गांधी के आचरण से बहुत आक्रोशित हैं। उन्होंने नागालैंड के एक सांसद का अपमान किया और फिर दो अन्य सांसदों को घायल कर दिया। उन्होंने कहा कि संसद के गेट पर कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया जाना चाहिए।"
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "यह सरकार डरी हुई है। यह सरकार अडानी मामले पर चर्चा करने से डरती है। यह किसी भी चर्चा से डरती है। उन्हें पता है कि अंबेडकर जी के लिए उनकी सच्ची भावनाएँ सामने आ चुकी हैं। इसलिए, अब वे विपक्ष से डरे हुए हैं क्योंकि हम इस मुद्दे को उठा रहे हैं। इस मामले से राष्ट्रहित जुड़ा हुआ है। हमारा संविधान अंबेडकर जी, इस देश के लोगों और हमारे स्वतंत्रता संग्राम ने दिया है। उनका ऐसा अपमान भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि, "यह सरकार की हताशा है। वे इतने हताश हैं कि वे झूठी एफआईआर दर्ज कर रहे हैं। राहुल जी कभी किसी को धक्का नहीं दे सकते। मैं उनकी बहन हूँ, मैं उन्हें जानती हूँ। वे ऐसा कभी नहीं कर सकते। सच कहूँ तो, देश भी यह जानता है। देश देख रहा है कि वे कितने हताश हैं कि वे निराधार एफआईआर दर्ज कर रहे हैं...ये सब ध्यान भटकाने वाली बातें हैं।"