किसान आंदोलन: शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने लगाई बैरिकेड्स और कीलें, पंधेर बोले - BJP नेताओं के पंजाब दौरे का विरोध करेंगे
नई दिल्ली। किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च से पहले शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेड्स और कीलें लगा दी है। यहां सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। किसान भी अपनी मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर जमे हुए हैं। केंद्र सरकार से नाराज किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने ऐलान किया है कि, 'अब भाजपा नेता को पंजाब में आने से रोका जाएगा, बीजेपी नेताओं का विरोध किया जाएगा।'
शंभू बॉर्डर पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) का विरोध 300वें दिन में प्रवेश कर गया है लेकिन केंद्र सरकार अभी भी अड़ी हुई है... हमने एक और बड़ी घोषणा की कि हम पंजाब में भाजपा नेताओं के प्रवेश का विरोध करेंगे। हमें यकीन नहीं है लेकिन हमने सुना है कि सैनी (हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी) और गडकरी (केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी) अमृतसर जा रहे हैं। हम पंजाब के किसानों से राज्य में उनके प्रवेश का विरोध करने का आह्वान करते हैं।"
बता दें कि, किसानों ने शुक्रवार को 'दिल्ली कूच' कार्यक्रम रोक दिया था। शंभू बॉर्डर पर बैठक के बाद किसान नेता पंढेर ने यह निर्णय लिया था। कुछ किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ बॉर्डर पार करने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले छोड़ने पर वे अब पीछे हट गए।
हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया था। आरोप लगाया जा रहा है कि, पुलिस रबर बुलेट से फायरिंग की थी जिससे कुछ किसान नेता घायल हो गए। किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय राजधानी-दिल्ली की ओर कूच करने का ऐलान किया था।
किसान संगठनों की मांगें :
किसानों ने अपनी मांगें साफ की हैं, जिनमें सभी फसलों पर एमएसपी की गारंटी, कर्ज माफी, भूमि अधिग्रहण कानून 2013 का पालन, बिजली संशोधन विधेयक 2020 की वापसी, और मनरेगा में बेहतर भुगतान शामिल हैं।