Maharashtra Elections 2024: “एक हैं तो सेफ हैं” नारे पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने लिया अडानी का सहारा, बीजेपी ने किया पटलवार…

Update: 2024-11-18 09:44 GMT

Maharashtra Elections 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 का माहौल गरमा चुका है। राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे 'एक है तो सुरक्षित है' पर निशाना साधते हुए अडानी ग्रुप का मुद्दा उठाया।

राहुल गांधी का आरोप

मुंबई में एक प्रेस वार्ता के दौरान राहुल गांधी ने दो पोस्टर दिखाए।

1. पहले पोस्टर में पीएम मोदी और अडानी साथ नजर आए, जिसमें लिखा था 'एक है तो सुरक्षित है'।

2. दूसरे पोस्टर में अडानी ग्रुप की धारावी पुनर्विकास योजना का नक्शा था।

राहुल गांधी ने कहा, "धारावी की यह योजना महाराष्ट्र के लोगों से छीनी गई है और सिर्फ अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए बनाई गई है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि पूरी राजनीतिक मशीनरी का इस्तेमाल करके यह प्रोजेक्ट अडानी को दिया गया। राहुल ने शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे के उस वादे का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर विपक्ष सत्ता में आता है, तो इस प्रोजेक्ट का टेंडर रद्द कर दिया जाएगा।

क्‍या है धारावी पुनर्विकास परियोजना

धारावी पुनर्विकास योजना मुंबई की 600 एकड़ जमीन पर आधारित है। 2022 में बीजेपी सरकार के दौरान यह प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप को दिया गया था। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इस परियोजना में पारदर्शिता की कमी का आरोप लगा रहे हैं।

औद्योगिक प्रोजेक्ट्स का मुद्दा

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र से कई बड़े प्रोजेक्ट्स गुजरात शिफ्ट कर दिए गए हैं। फॉक्सकॉन और एयरबस जैसी परियोजनाएं गुजरात भेज दी गईं, जिससे महाराष्ट्र को 5 लाख नौकरियों का नुकसान हुआ। कुल मिलाकर, 7 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं राज्य से बाहर चली गईं। राहुल ने इसे "कुछ अरबपतियों और गरीबों के बीच की लड़ाई" बताया।

बीजेपी का पलटवार

बीजेपी ने राहुल गांधी के आरोपों को खारिज किया है। पार्टी ने कहा कि धारावी पुनर्विकास परियोजना झुग्गीवासियों के लिए बेहतर बुनियादी ढांचे और रहने की स्थिति देने की एक पहल है। इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल के राष्ट्रीय संयोजक अमित मालवीय ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा: "10 नवंबर 2024 को तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने सार्वजनिक रूप से अडानी समूह से पैसे लेने की बात स्वीकार की... आज राहुल गांधी उसी कॉरपोरेट समूह के खिलाफ़ बोल रहे थे। इसके अलावा, पिछले 10 सालों में कांग्रेस शासित राज्यों द्वारा अडानी समूह के साथ किए गए निवेश और समझौता ज्ञापनों की एक लंबी सूची है। वास्तव में यह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए थी, जिसने अडानी समूह को धारावी के पुनर्विकास परियोजना पर हस्ताक्षर किए थे... अडानी और रॉबर्ट वाड्रा के बीच घनिष्ठ संबंधों को न भूलें।" 

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