19 साल बाद 2023 में दो सावन महीना, 5 महीने योगनिद्रा में रहेंगे भगवान विष्णु
डॉ मृत्युञ्जय तिवारी
वेबडेस्क। अधिकमास के चलते साल 2023 में सावन का महीने में कुल 8 सावन सोमवार होंगे। 19 साल बाद 2023 में दो सावन माह होंगे, चतुर्मास 5 महीने का होगा जिसके चलते योगनिद्रा में भगवान विष्णु पांच महीने रहेंगे अर्थात पांच महीने का चातुर्मास होगा । श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी ने बताया कि सनातन धर्म परम्परा में व्रत-त्योहार का विशेष महत्व होता हैं। भारतीय ज्योतिष पंचांग के अनुसार सभी व्रत और त्योहार तिथियों के आधार पर मनाए जाते हैं। वर्ष 2023 जो कि भारतीय पञ्चांग के अनुसार विक्रम संवत 2080 होगा। तथा अंग्रेजी कैलेंडर 2023 में सावन का महीना लगभग 60 दिनों तक होगा। यानी भगवान शिव का पवित्र और प्रिय माह सावन दो महीने का तक मनाया जाएगा। 19 वर्षों बाद इस तरह का संयोग बना है जब सावन का महीना दो माह को होगा। दरअसल साल 2023 में अधिक मास होगा। जिसके कारण साल 2023 के सभी व्रत और त्योहार देरी से मनाएं जाएंगे। इस तरह का ऐसो संयोग साल 2004 में बना था। इसके अलावा साल 2023 में चातुर्मास 4 महीने के बजाय 5 महीने का होगा।
कब से कब तक रहेगा अधिकमास
ज्योतिषाचार्य डॉ तिवारी के अनुसार साल 2023 में अधिक मास 18 जुलाई 2023 से शुरू होगा और इसका 16 अगस्त 2023 को होगा । कृष्ण पक्ष का सावन 4 जुलाई से 17 जुलाई तक रहेगा । इसके बाद 18 जुलाई से दूसरा सावन यानी अधिक मास शुरू हो जाएगा और यह 16 अगस्त तक रहेगा ।
भारतीय पञ्चांग के अनुसार इस बार साल 2023 में 12 महीने के बजाय 13 महीने का होगा। दरअसल इस बार अधिकमास के चलते है ऐसा होगा। अधिकमास को मलमास और पुरुषोत्तम के नाम से भी जाना जाता है। पंचांग के अनुसार हर तीसरे साल एक अतिरिक्त माह प्रगट होता है जिसे अधिकमास, मलमास और पुरुषोत्तम माह कहा जाता है। वैदिक पञ्चांग के अनुसार हर माह सूर्य का राशि परिवर्तन होता है जिसे सूर्य संक्रांति के नाम से जाना जाता है। लेकिन तीन साल के अंतराल पर एक माह संक्रांति नहीं है तब इस माह को अधिकमास के नाम से जाना जाता है।
कैसे होती है अधिकमास की गणना
डॉ तिवारी ने बताया कि भारतीय पञ्चांग के अनुसार हर सौर वर्ष में 365 दिन और 6 घंटे का होता है। इसके अलावा चंद्र वर्ष 354 दिनों का होता है। इस तरह से सौरवर्ष और चंद्र वर्ष के अंतर को खत्म करने के लिए एक चंद्रमास को बढ़ा दिया जाता है। इसे अधिकमास या मलमास कहा जाता है। अधिकक मास में शुभ कार्य वर्जित हो जाते हैं।
अधिकमास के चलते चातुर्मास 5 महीने को होगा
साल 2023 में अधिकमास होने के कारण साल 12 महीने के बजाय 13 महीनों को होगा। जिस वर्ष अधिकमास होता है उस साल सभी व्रत त्योहार देरी से आते हैं। इस बार सावन का महीना दो माह का होगा। चातुर्मास 4 के बजाए 5 महीनों का होगा। चातुर्मास में भगवान विष्णु की पूजा-उपासना का विशेष महत्व होता है।
साल 2023 में सावन में होंगे 8 सोमवार
अधिकमास के चलते साल 2023 में सावन का महीने में कुल 8 सावन सोमवार होंगे। ये सावन सोमवार इन तारीखों को पड़ेंगे- 10 जुलाई, 17 जुलाई, 24 जुलाई, 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त, 21 अगस्त, और 28 अगस्त। सावन का महीना लंबा होने का कारण शिव भक्तों का अपने आराध्य देव भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए ज्यादा समय मिलेगा। सावन का महीना और सावन सोमवार का दिन भगवान भोलेनाथ को विशेष प्रिय होता है।