छोटी सी मोबाइल की दुकान का बिल पौने 19 लाख देखकर चकराया उपभोक्ता

Update: 2023-12-14 17:25 GMT

शिकायत के बाद भी उपभोक्ता को टहलाते रहे अधिकारी

हाल ही में लगवाया था स्मार्ट मीटर

सतना। बिजली विभाग के अजब-गजब कारनामे अक्सर चर्चा में रहते हैं। पिछले दिनों पार्षद को बढ़ा हुआ बिजली बिल देने के बाद अब विभाग ने एक और कारनामा कर दिखाया। इस बार बिजली कंपनी ने महज चार बाई चार की दुकान में उपयोग हो रही बिजली का बिल लगभग पौने 19 लाख रुपए का थमा दिया जिससे उपभोक्ता का माथा ही चकरा गया। जैसे ही उपभोक्ता के मोबाइल पर मैसजे आया उसने तुरंत अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उसकी समस्या का समाधान करने की बजाय उसे इधर-उधर टहलाया जाता रहा।

बताया जाता है कि जिस उपभोक्ता का बिजली विभाग ने 19 लाख 73 हजार 594 रुपए का बिल दिया गया है वह जिला अस्पताल सतना के सामने मोबाइल रिपेयरिंग और फोटो कॉपी की दुकान चलाते हैं। उन्होंने बिजली कंपनी से कनेक्शन आईवीआर एस क्रमांक एन 1906001742 ले रखा है। इस कनेक्शन पर पिछले महीने तक अधिकतम 2089 रुपए बिल आता था। वहीं दिसंबर माह की बिल 19 लाख 73 हजार 594 रुपए देखकर उसके होश उड़ गए। जिसके बाद दुकान संचालक अब्दुल मजीद पिता अब्दुल हमीद निवासी रामना टोला सतना ने इस मामले की कंप्लेन अधिकारी से की। इस बीच उन्हें सही समाधान बताने की बजाय एक दूसरे पर जिम्मेदारी थोपने की कोशिश होती रही।

क्या स्मार्ट मीटरों में है फाल्ट

बताया जाता है कि पिछले महीने तक दुकान में सामान्य श्रेणी का मीटर लगा हुआ था। इस मीटर पर हर महीने एवरेज बिल दो हजार तक आता था। वहीं नवंबर माह का बिल जमा होने के बाद बिजली कंपनी ने स्मार्ट मीटर लगाना शुरू कर दिया। उपभोक्ता ने सरकारी आदेश को मानते हुए दुकान में स्मार्ट मीटर लगवा लिया। इसके बाद जो कुछ हुआ वह उसके लिए किसी सदमें से कम नहीं है। उनका कहना है कि यदि इस प्रकार से उपभोक्ताओं को बिल दिए जाएंगे तो वे अपनी पूरी पूंजी बिल जमा करने में ही गवां देंगे।

बिल देखकर हालत खराब

उपभोक्ता अब्दुल मजीद ने बताया कि जितनी देर से यह बिल उनके पास पहुंचा है तब से वह कोई काम नहीं कर पा रहे हैं। हर वक्त यही चिंता सता रही है कि आखिर यह सब क्या हो रहा है? उन्होंने कहां इतनी बिजली का उपयोग कर लिया कुछ समझ नहीं आ रहा है। इस स्थिति के बाद से वे बेहद परेशान हैं। उन्होंने चर्चा के दौरान बताया कि जिस वक्त से यह बिल पहुंचा है उन्हें सिर पर बोझ जैसा महसूस हो रहा है और अधिकारी भी कुछ सुनने को राजी नहीं।

किस दर से बिल आया अधिकारी भी नहीं बता रहे

बताया जाता है कि बिजली कंपनी 100 यूनिट तक का लगभग सात रुपया चार्ज करती है। इसके ऊपर दरें बढ़ जाती हैं। कामर्सियल में थोड़ा अधिक चार्ज किया जाता है। यहां बिजली बिल कनेक्शन कामर्सियल भी जोड़ा जाए तो अधिकतम हो सकता है। यहां उपभोक्ता की खपत मात्र 69 यूनिट है। गणना किस दर से हुई इस बारे में अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं।

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