MPPSC -2019 की टॉपर बनी सतना की प्रिया पाठक

Update: 2023-12-27 16:14 GMT

2020 में दी थी परीक्षा, डीएसपी पद पर हुआ था चयन

सतना। सतना जिला मुख्यालय से 25 कि. मी दूर नागौद के बडोहरा गांव की रहने वाली प्रिया पाठक ने साल 2019 में पहली बार एमपीपीएससी की परीक्षा दी और मंगलवार की देर रात आए रिजल्ट में उन्होंने प्रदेश में टॉप किया है। प्रिया का चयन डिप्टी कलेक्टर पद के लिए हुआ है। सरकारी शिक्षक की बेटी ने एमपीपीएससी की परीक्षा में पूरे प्रदेश में अव्वल स्थान पाकर समूचे विंध्य क्षेत्र का नाम रौशन किया है। इसके पूर्व प्रिया ने 2020 की परीक्षा भी दी थी जिसका परिणाम पहले ही आ चुका था और उनका चयन डीएसपी पद पर हुआ था, लेकिन ज्वॉइनिंग लेटर अभी नहीं मिला था।

प्रिया ने 2018 में यूपीएससी की भी परीक्षा दी थी, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली थी। मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने चार साल से अधर में लटकी 2019 परीक्षा का अंतिम परिणाम और चयन सूची जारी कर दी है। राज्य सेवा परीक्षा 2019 का जो परिणाम आया उसमें टॉप 10 सफल उम्मीदवारों में सात महिलाओं ने जगह बनाई है। राज्य सेवा परीक्षा 2019 में प्रिया पाठक शीर्ष स्थान पर रहीं और उप जिलाधिकारी पद पर चयनित हुईं। अपने पहले प्रयास में मध्य प्रदेश राज्य सेवा परीक्षा 2019 में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली 26 वर्षीय प्रिया पाठक भारतीय प्रशासनिक सेवा की चर्चित अफसर टीना डाबी से प्रेरित हैं। प्रिया ने स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही ठान लिया था कि उन्हें प्रशासनिक सेवा में करियर बनाना है।

अपनी सफलता से उत्साहित प्रिया ने बताया कि ''बायो टेक्नोलॉजी विषय में स्नातक अंतिम वर्ष की पढ़ाई के दौरान तय कर लिया था कि प्रशासनिक सेवा में आना है। मैं संघ लोक सेवा आयोग की 2015 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में शीर्ष स्थान करने वाली टीना डाबी से प्रेरित हूं।

टीना डाबी से प्रेरणा

प्रिया ने बताया, ''यह बात मेरे मन में एक प्रेरणा के तौर पर हमेशा रहती थी कि टीना डाबी ने केवल 22 साल की उम्र में सिविल सेवा परीक्षा में अपने पहले प्रयास में शीर्ष स्थान हासिल किया। मैं भारतीय प्रशासनिक सेवा के अन्य वरिष्ठ अफसरों से भी प्रभावित हूं।

ऐसा है प्रिया का परिवार

सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाली प्रिया के पिता कृष्णशरण पाठक एक शासकीय प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक हैं। 26 वर्षीय प्रिया ने राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि हासिल की है। उन्होंने बताया, ''मैंने ठान लिया था कि मुझे राज्य सेवा परीक्षा में सफल होना ही है। परीक्षा की तैयारी के दौरान मैंने कभी हार नहीं मानी। जब लक्ष्य बड़ा हो, तो मेहनत करनी ही पड़ती है और सफलता मिलने तक सब्र रखना ही पड़ता है।

सरस्वती विद्यालय से पढ़ाई की शुरुआत

प्रिया पाठक की प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर नागौद में हुई. इसके बाद आठवीं से बारहवीं तक की पढ़ाई उन्होंने नवोदय विद्यालय रैकवारा सतना में की, जबलपुर रानी दुर्गावती विश्व विद्यालय से प्रिया ने होम साइंस से ग्रेजुएट किया और फिर होलकर कालेज इंदौर से राजनीति शास्त्र से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। 2019 में पहली ने पहला स्थान मिला। हालांकि 2020 का रिजल्ट पहले ही आ चुका था और उनका चयन डीएसपी पद पर हुआ था. लेकिन ज्वॉइनिंग लेटर अभी नहीं मिला था. 2018 में यूपीएससी की भी परीक्षा दी थी, लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली. प्रिया की छोटी बहन प्रतिभा पाठक मैथ से एमएससी कर चुकी हैं और अब प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी घर पर ही कर रही हैं. प्रिया का एक भाई आयुष पाठक 10वीं कक्षा में अध्ययनरत है।

बताए अपने सक्सेस सीक्रेट्स

प्रिया ने बताया कि जब वह 2019 में पहली बार राज्य सेवा परीक्षा में बैठीं, तो सोशल मीडिया से दूर रहीं. हालांकि, बाद में वह सोशल मीडिया से जुड़ गईं और राज्य सेवा परीक्षा 2020 में डीएसपी की चयन सूची में दूसरा स्थान पाने की उपलब्धि के चलते उनके कई साक्षात्कार सोशल मीडिया पर मौजूद हैं।

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