पन्ना के प्रसिद्ध श्री जुगुलकिशोर मंदिर के जन्माष्टमी कार्यक्रम में महारानी जीतेश्वरी ने किया हंगामा, पुलिस ने पहुंचाया सलाखों के पीछे
-गर्भगृह में जबरन घुसकर छीना चंवर, लोगों में जबर्दस्त आक्रोश
-पुलिस ने किया गिरफतार, भेजी गईं जेल, पहले भी दर्ज हो चुके हैं मामले
-मंदिर कमेटी की रिपोर्ट पर महारानी जीतेश्वरी के विरूद्ध हुई कार्यवाही
-तीन सौ वर्ष के इतिहास में श्री जुगल किशोर जी मंदिर में पहली बार घटी ऐसी घटना
पन्ना (नव स्वदेश)। पन्ना के ऐतिहासिक व आस्था के केन्द्र बिन्दु भगवान श्री जुगल किशोर जी मंदिर में जन्माष्टमी की रात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के समय होने वाली आरती में पन्ना राजघराने की महारानी जीतेश्वरी कुमारी जबरन गर्भगृह में प्रवेश कर गई और जमकर हंगामा किया। महारानी ने मंदिर गर्भगृह के अंदर घुसकर पुजारियों से चंवर छुड़ाकर आपत्तिजनक तरीके से डुलाने लगीं। महारानी ने इस दौरान प्रज्जवलित आरती को उठाने का प्रयास भी किया। महारानी जीतेश्वरी की इस हरकत का विरोध जब पुजारियों ने किया तो वे अभद्रता पर उतारू हो गईं। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मंदिर में पहुंची और हंगामा कर रहीं महारानी को बलपूर्वक बाहर निकाला। पुलिस ने मंदिर कमेटी की रिपोर्ट पर महारानी जीतेश्वरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने महारानी को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को बुंदेलखंड के प्रसिद्ध श्री जुगुलकिशोर मंदिर में जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्योत्सव का कार्यक्रम चल रहा था। मंदिर के पुजारी गर्भगृह में भगवान का अभिषेक कार्यक्रम विधि विधान से कर रहे थे। इस बीच पन्ना महारानी जीतेश्वरी देवी अचानक गर्भगृह में जा पहुंची और उन्होंने पुजारी से चंवर छीन लिया। पुजारियों ने जब इसका विरोध किया तो वे बिफर गईं और अभद्रता शुरू कर दी। हंगामे के बीच उन्होंने श्रीजुगुल किशोर के सामने रखी हुई आरती की रकेबी (थाली) उठाने की कोशिश की। इसके बाद लोगों का गुस्सा भड़क उठा। जनाक्रोश को देखते हुए पुलिस ने हंगामा कर रही महारानी जीतेश्वरी देवी को बलपूर्वक गर्भ गृह से बाहर निकाला। पुलिस की कार्रवाई के बीच महारानी मंदिर के पुजारियों को अपशब्द बोलती रहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह उनके अधिकारों का हनन है। महारानी को बलपूर्वक बाहर निकालने के बाद ही मंदिर में दोबारा पूजा-अर्चना शुरू हुई।
-300 वर्षों के दौरान पहली बार ऐसी घटना
मंदिर के पुजारियों एवं जानकारों के अनुसार मंदिर का जबसे निर्माण हुआ तब से लेकर अभी तक लगभग 300 वर्षों के दौरान यह पहली घटना है जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्माष्टमी समारोह के दौरान घटित हुई है। राज परिवार की महिला द्वारा किया गया उक्त कृत्य बुंदेलखंड के लोगों की मंदिर के प्रति आस्था पर कुठाराघात है।
-दर्ज कराई रिपोर्ट
महारानी जीतेश्वरी देवी के इस कृत्य से नाराज मंदिर कमेटी के पुजारियों एवं प्रतिनिधियों ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट की। रिपोर्ट के आधार पर पन्ना पुलिस ने महारानी जीतेश्वरी देवी के विरुद्ध धारा 295-ए एवं 353 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर उन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
-इनका कहना है
जन्माष्टमी के अवसर पर जुगल किशोर जी मंदिर में जन्मोत्सव के दौरान जीतेश्वरी कुमारी द्वारा व्यवधान पैदा किया गया जिसमें मंदिर कमेटी की रिपोर्ट पर उनकी गिरफ्तारी करते हुए कार्यवाही की गई है।
-साईं कृष्ण एस. थोटा पुलिस अधीक्षक पन्ना
महारानी जीतेश्वरी ने जबरन मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश कर गलत तरीके से चंवर डुलाया तथा आरती बुझाने की कोशिश की। मंदिर कमेटी के लोगों ने यह भी बताया है कि महारानी ने जिस समय यह अभद्रता की वह नशे में थीं। इस संबंध में एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें नजर आ रहा है कि महारानी जीतेश्वरी ने ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों के साथ भी अभद्रता की।
-राजीव सिंह भदौरिया, एसडीओपी
आरती के दौरान गर्भगृह में पुजारी के अलावा अन्य किसी भी व्यक्ति का प्रवेश करना वर्जित रहता है, लेकिन महरानी जीतेश्वरी कुमारी धार्मिक परंपराओं की मर्यादा को तोड़ते हुए जबरन गर्भगृह में घुस गई तथा आरती के दौरान व्यवधान पैदा किया। यह कृत्य लाखों लोगों की आस्था पर आघात है। राजपरिवार की महिला द्वारा किया गया उक्त कृत्य ंिनंदनीय है।
-संतोष तिवारी, व्यवस्थापक जुगल किशोर मंदिर पन्ना