ये यक्ष प्रश्न दुनिया में गूंजने लगा है कि हमास और इजराइल युद्ध कैसे रुके? दुनिया चाहती है कि युद्ध रूके, शांति हो। इस युद्ध में हो रहे मानवता का विनाश बंद हो। पर प्रश्न है कि हो कैसे? इन दोनों की जंग में गाजापट्टी का आम नागरिक बच्चे और औरतें मर रही हैं। घायल और बीमार को इलाज नहीं मिल रहा। गाजापट्टी में हुआ विकास बड़े- बड़े भवन, व्यापारिक केंद्र अस्पताल खंडहर में तब्दील होते जा रहे हैं।
हमास ने सात अक्टूबर को इज़राइल में हमला करके इज़राइल के साथ-साथ क्षेत्र में चल रहे सामान्यीकरण और शांति के प्रयासों को बंद कर दिया। इजराइल पर हमास ने औचक हमला कर सबको चौंका दिया। इस हमले में 20 मिनट में पांच हजार के आसपास राकेट दागे गए। इतना ही नहीं यह इजराइल का सुरक्षा घेरा और दीवार तोड़कर अपनी सुरक्षा और मारक क्षमता के लिए विख्यात इजराइल में घुस गए। उन्होंने इजराइल में भारी तबाही मचाई। इस हमले में इजराइल के एक हजार से ज्यादा नागरिक मारे गए। तीन हजार के आसपास घायल हुए हैं।
दरअसल युद्ध हमास और इजराइल के बीच है। हमास फिलिस्तीन का इस्लामिक चरमपंथी समूह है, जो गाज़ा पट्टी से संचालित होता है। 2007 में गाज़ा पर नियंत्रण के बाद हमास के विद्रोहियों ने इसराइल को बर्बाद करने की कसम खाई थी। तब से लेकर हालिया हमले तक ये चरमपंथी संगठन इजराइल के साथ कई बार युद्ध छेड़ चुका है। दूसरा पक्ष इजराइल है। हमास और इजराइल के युद्ध में गाजापट्टी का आम नागरिक बच्चे पिस रहे हैं, इसका युद्ध से कोई वास्ता नहीं। युद्ध से कोई लेना-देना नहीं। हमास इन्हीं गाजापट्टी नागिरिकों बीच छिपे बैठे हैं। इजराइल की परेशानी है कि वह हमास लड़ाकों और आम नागरिक में भेद कैसे करे? उसने गाजापट्टी का आम नागरिकों से पिछले दिनों अपील भी की कि वह गाजा छोड जाएं। काफी चले गए,किंतु अब भी बड़ी संख्या में गाजा में रहने को मजबूर हैं। आरोप है कि हमास उन्हें नहीं जाने दे रहा। वह आम नागरिक की आड़ लेकर बचना चाह रहा है। इसी दौरान फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के प्रवक्ता गाजी हमद ने दावा किया है कि हमास सात अक्टूबर को इज़राइल पर किए गए हमलों को बार-बार दोहराएगा। बता दें कि, इस दिन हमास ने भूमि, वायु और समुद्र के माध्यम से यहूदी राष्ट्र में एक आश्चर्यजनक घुसपैठ शुरू की थी। इसी बीच 24 अक्टूबर को लेबनानी टीवी चैनल एलबीसी के साथ एक साक्षात्कार में, हमास के प्रवक्ता गाजी हमद ने कहा कि, 'हमें पूरी ताकत के साथ यह कहने में कोई शर्म नहीं है। हमें इज़राइल को सबक सिखाना होगा और हम ऐसा बार-बार करेंगे।Ó गाजी हमद ने कहा कि 'इज़राइल एक ऐसा देश है जिसका 'हमारी भूमि पर कोई स्थान नहीं है और फिलिस्तीनी 'कब्जे के शिकारÓ थे।Ó उन्होंने कब्जा समाप्त करने का भी आह्वान किया।
उधर इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू का कहना है कि जंग ख़त्म होने के बाद 'अनिश्चित कालÓ के लिए ग़ज़ा पट्टी की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी इजराइल के पास होगी। अमेरिकी चैनल एबीसी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में ये कहा है। इस इंटरव्यू में उन्होंने हमास के कब्ज़े से बंधकों को छुड़ाए जाने तक युद्ध रोकने की मांग को पूरी तरह ख़ारिज कर दिया। उन्होंने कहा, जहां तक समय-समय पर छोटे-छोटे विरामों की बात है - एक घंटा या दो घंटे रुकना - हम पहले भी ऐसा कर चुके हैं। मेरा मानना है कि हम परिस्थितियों को देखेंगे, ताकि सामान, मानवीय मदद अंदर आ सके। अमेरिका, फ्रांस सहित कई यूरोपीय देश इस संघर्ष को अस्थायी रूप से रोकने (पॉज़) की अपील कर रहे हैं। उधर इसराइली सरकार में मंत्री एमिचाई एलियाहू ने हमास के खिलाफ़ 'ग़ज़ा पट्टी में परमाणु हथियार के इस्तेमालÓ की बात की है। हालाकि इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने इसका खंडन किया है,किंतु सरकार के एक मंत्री के बयान से स्पष्ट हो जाता है कि इजराइल इस समस्या से निपटने के लिए किसी भी सीमा तक जा सकता है।
हमास के बारे में जानकारी रखने वाले मानते हैं कि सात अक्टूबर को जब हमास ने हमला किया तो उसकी प्लानिंग ने सबको हैरान कर दिया। हमास की तैयारी को देखते हुए लगता है कि वह जल्दी हार नहीं मानेगा। उसने हमला बहुत सोच समझ कर किया होगा।उसने हमले से पूर्व उसके परिणाम पर गंभीरता के साथ सोचा होगा। जैसे उसका हमला चौकाने वाला था, हो सकता है कि हमले के बाद इजराइल से निपटने की तैयारी भी चौंकाने वाली हो। ऐसे में युद्ध कितना लंबा चलेगा, यह नहीं कहा जा सकता।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)