ईमानदारी पर दाग
संजय सिंह से पहले मनीष सिसोदिया और सतेंद्र सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है;
ईडी ने आप सांसद संजय सिंह के आवास पर छापा मारा
प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह की गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हुई है। संजय सिंह से पहले मनीष सिसोदिया और सतेंद्र सिंह की गिरफ्तारी हुई थी। ईडी को इन गिरफ्तारियों के बाद भ्रष्टाचार की बड़ी मछली तक पहुंचने की उम्मीद है। दरअसल, ईडी शराब घोटाले में संजय सिंह का नाम पहले ही आरोपपत्र में शामिल कर चुकी थी। बुधवार को उनके घर की तलाशी और फिर गिरफ्तारी एक सामान्य प्रक्रिया है, जो चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ रही है। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि इस मामले में अभी और गिरफ्तारियां हों।
आम आदमी पार्टी के नेता शराब घोटाले पर बात तो नहीं करते लेकिन दलील में भाजपा और मोदी सरकार पर आरोप लगाते हैं कि 2024 के आम चुनाव से घबराकर सरकार गिरफ्तारियां करवा रही है। आप पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल लाख ईमानदारी के दावे करें लेकिन संजय सिंह पाटभर्् के लिए अब गले की फांस बन गए हैं। आखिर उनके खिलाफ ऐसे गवाह मिल गए हैं, जो दाल में काला हाने के ठोस प्रस्तुत करते हैं। संजय सिंह के खिलाफ दो बड़े आरोपियों के बयान हैं। इन बयानों से आप पार्टी के पैरों तले जमीन खिसकती नजर आ रही है। आरोपी दिनेश अरोड़ा और वाईएसआर कांग्रेस से सांसद के बेटे राघव मागुंटा दोनों अब सरकारी गवाह बन गए हैं। ऐसा नहीं है कि संजय सिंह को अपनी गिरफ्तारी की बात पता नहीं हो। गिरफ्तारी से पहले वीडियो बनाना फिर सोशल मीडिया पर इसे वायरल करना, ये सब बताता है कि सब कुछ योजनाबद्ध तरीके से किया गया है।
केजरीवाल की परेशानी इन सब बातों से कहीं ज्यादा बड़ी है और वो परेशानी ये है कि उनकी राजनीति भ्रष्टाचार के खिलाफ चले आंदोलन से शुरू हुई। केजरीवाल ने शरद पवार, लालू यादव और सोनिया गांधी समेत तमाम नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे और अब राजनीति ने ऐसा पैंतरा बदला है कि केजरीवाल को इन्हीं लोगों के साथ गठबंधन करने के लिए मजबूर होना पड़ा। दिलचस्प बात ये है कि विरोधी दलों के नेता ईडी को कितनी भी गाली दें, लेकिन ईडी ने इनके गठबंधन को और मजबूत कर दिया है, क्योंकि कार्रवाई गठबंधन में शामिल पार्टियों के कई नेताओं पर हो रही है। बुधवार को ईडी की टीम सुबह जब संजय सिंह के घर पहुंची थी, उसके कुछ ही घंटों के बाद बंगाल में ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा को शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी का समन मिला। आप पार्टी के नेताओं की सिलसिलेवार गिरफ्तारियों से यह संदेश तो गया ही है कि ईमानदारी के नाम पर राजनीति करने वाले दूध के धुले नहीं हैं। इंतजार ईडी और कोर्ट के फैसले का है।