केरल में शृंखलाबद्ध बम विस्फोटों का सच क्या?
विदेशी अखबारों के झरोखे से-डॉ. सुब्रतो गुहा
करे कोई-मरे कोई: भारत के केरल राज्य के कलामेसूरी शहर में ईसाई समुदाय के जिहोवाह विटनेस समूह की एक प्रार्थना सभा में बम विस्फोट किया गया। केरल पुलिस महानिदेशक दरवेश साहब ने मीडिया को बताया कि उच्च तकनीक वाले आईईडी उपकरण द्वारा यह बम विस्फोट हुआ, जिसमें एक के बाद एक कुल तीन शृंखलाबद्ध विस्फोटों में एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई, जबकि छत्तीस लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। केरल प्रदेश पुलिस के उपायुक्त अजीत कुमार ने मीडिया को बताया कि डोमिनिक मार्टिन नामक एक ईसाई व्यक्ति ने त्रिशुर पुलिस थाने पहुंचकर यह कहते हुए आत्मसमर्पण किया कि बम विस्फोट का यह कारनामा उसी ने अकेले ही किया, क्योंकि जिहोवाह विटनेस समूह का सदस्य रहते हुए उसने अनुभव किया था कि इसकी नीति भारत विरोधी है।
- अल जजीरा, दोहा, कतर
(टिप्पणी- यदि किसी संस्था का सदस्य उस संस्था की नीतियों से इस आधार पर असहमत हो कि यह संस्था राष्ट्रविरोधी विचारों का पोषण करती है, तब उस व्यक्ति के सामने दो सहज विकल्प है, या तो वह संस्था की सदस्यता छोड़ दे या फिर संस्था की राष्ट्रविरोधी नीतियों के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करे, परन्तु स्वयं आतंकवादी बनकर उस संस्था को ही बम विस्फोट से उड़ा देने का कोई तीसरा विकल्प तार्किक रूप से तो नहीं बनता। वैसे भी मीडिया की छानबीन से यह तथ्य उभरा है कि बम विस्फोट की स्वयं जिम्मेदारी लेने वाला डोमिनिक मार्टिन पेशे से कोचिंग कक्षा में बच्चों को पढ़ाने वाला एक शिक्षक है तथा दूर-दूर तक उसकी कोई आतंकवादी पृष्ठभूमि या संपर्क नहीं है। सैन्य विशेषज्ञों का भी कहना है कि सभागार के प्रत्येक कुर्सी के नीचे बम रखकर उन्हें उच्च तकनीक वाले आईईडी तकनीक से उड़ा देना किसी एक व्यक्ति के लिए संभव ही नहीं है। इसलिए स्पष्ट है कि जिस मल्लपुरम जिले को केरल के प्रथम कम्युनिस्ट मुख्यमंत्री ईएमएस नम्बूदरीपाद ने 1957 में मुस्लिम जिला घोषित करने का महान सेकुलर निर्णय लिया था, उसी मल्लपुरम जिले में 2023 में वर्तमान कम्युनिस्ट मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कुख्यात जिहादी संगठन हमास के समर्थन में जमात-ए-इस्लामी को सभा आयोजित करने की महान सेकुलर स्वीकृति दी तथा अगले दिन जिहोवाह विटनेस समागम में इजराइल तथा अमेरिका के विरुद्ध बदले की भावना से किए बम विस्फोट के जिम्मेदार भोले भाले जिहादी आतंकियों को बचाने हेतु डोमिनिक मार्टिन को आगे कर एक छद्म विमर्श रचने का सेकुलर दायित्व निर्वहन हुआ, परन्तु सच्चाई पर परदा आखिर कब तक डाल पाएंगे?)
दिल धड़के आतंकी के लिए: अमेरिकी विदेश सचिव एंटोनी ब्लिनकेन ने इस सप्ताह अपनी तेल अवीव यात्रा के दौरान इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ हुई बैठक में आग्रह किया कि गाजा निवासियों की खातिर मानवीय आधार पर बीच-बीच में अल्प समय का युद्ध विराम किया जाए, परन्तु प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने इस आग्रह को ठुकराते हुए कहा कि युद्ध जारी रहेगा, जब तक बंधकों की रिहाई तथा हमास के खूनी आतंकियों का विनाश न हो जाए।
- द वाशिंगटन पोस्ट, अमेरिका
(टिप्पणी- दिनांक सात अक्टूबर को हमास के जिहादी आतंकियों ने जब एक हजार तीन सौ निर्दोष यहूदी नर-नारियों का निर्मम नरसंहार किया, तीन माह एवं छह माह तक के पालने में सोए शिशुओं की गला काटकर या जिंदा जलाकर खौफनाक हत्या की, दो सौ से अधिक को बंधक बनाकर ले गए, तब सेकुलरवाद और मानवाधिकारवाद के झंडाबरदारों की जुबान बंद थी, परन्तु जैसे ही इजराइली सेना ने चुन चुनकर हमास आतंकियों की विनाश लीला प्रारंभ की, वैसे ही इनका जिहादी प्रेम जाग उठा और वे मुखर विरोध करने लगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सात अक्टूबर के बाद तीन बार घोषणा कर चुके हैं कि अमेरिका हमास आतंकियों के विरुद्ध इजराइल की लड़ाई में चट्टान की तरह उसके साथ खड़ा है, परन्तु राष्ट्रपति जो बाइडेन की समस्या यह है कि उनकी सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी के अनेक स्वघोषित उदारवादी मानवाधिकारवादी नेता, जिसमें पूर्व राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा शामिल है, हमास एवं उनके जैसे मानवता के दुश्मनों के मानवाधिकार का चिंतन कर रहे हैं। नजर-नजर का फेर है।)
हिन्दुत्व का विनाश प्रगतिशीलता?: भारत के केरल राज्य के मल्लपुरम जिले में जमात-ए-इस्लामी द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में आयोजित एक रैली में आतंकी संगठन हमास के पूर्व मुखिया खालिद मशाल के ऑनलाइन भाषण को लेकर बवाल मच गया है। खालिद मशाल हमास के संस्थापकों में से एक है। इसका विरोध करते हुए केरल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन ने ट्वीट किया, मल्लपुरम में खालिद मशाल का भाषण चिंता का विषय है। कहां है मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की पुलिस? फिलिस्तीन के पक्ष का हवाला देते हुए हमास के खूनी आतंकियों को वीर योद्धा निरूपित कर आतंकवाद को महिमामंडित किया जा रहा है।
- द इन्डीपेन्डेन्ट, लंदन, ब्रिटेन
(टिप्पणी- इस्लामी कट्टरपंथी संगठन जमात-ए-इस्लामी द्वारा केरल की कम्युनिस्ट पार्टी सरकार की सहमति से आयोजित उक्त सभा में हमास नेता खालिद मशाल ने भारत के मुस्लिमों से आव्हान किया कि वे इजराइल के यहूदियों तथा भारत के बुलडोजर हिन्दुत्व के समूल उन्मूलन में सहयोग करें। इस पर उपस्थित भीड़ ने खूब तालिंया बजाई। विवेक श्रीवास्तव तथा कई अन्य कम्युनिस्ट नेताओं ने बुलडोजर हिन्दुत्व के विनाश के आव्हान का टेलिविजन कैमरों के सामने समर्थन किया। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की कम्युनिस्ट सरकार ने हमास आतंकवादी खालिद मशाल की सभा के आयोजकों के विरुद्ध तो कोई कार्यवाही नहीं की, परन्तु भारत सरकार के मंत्री राजीव चंद्रशेखर के विरुद्ध यह कहते हुए पुलिस प्रकरण दर्ज करवा लिया कि जमात-ए-इस्लामी द्वारा आयोजित खालिद मशाल की सभा का विरोध कर मंत्रीजी दो धार्मिक समुदायों के बीच घृणा फैला रहे हैं। तुष्टिकरण की पराकाष्ठा है।)
(लेखक अंग्रेजी के सहायक प्राध्यापक हैं)