चंबल में टूरिज्म को नई दिशा: CM मोहन ने माधव टाइगर रिजर्व का किया शुभारंभ, बाघ-बाघिन को छोड़ा...

Update: 2025-03-10 13:50 GMT

बाघों की दहाड़ से गूंजा चंबल

बाघों की दहाड़ से गूंजा चंबल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज माधव टाइगर रिजर्व में एक बाघिन और एक बाघ को छोड़कर राज्य के नौवें टाइगर रिजर्व का शुभारंभ किया। इसके साथ ही रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। इस अवसर पर डॉ. यादव और सिंधिया ने टाइगर रिजर्व का प्रतीक चिन्ह अनावरण किया और लगभग 13 किलोमीटर लंबी बाउंड्री वॉल का लोकार्पण भी किया।

कार्यक्रम के दौरान स्वर्गीय माधव राव सिंधिया को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस टाइगर रिजर्व से चंबल क्षेत्र की पहचान बदल जाएगी। स्व. माधव राव सिंधिया द्वारा वन्य जीवों के संरक्षण की दिशा में किए गए कार्यों को भी उन्होंने श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया शुभारंभ

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने माधव टाइगर रिजर्व के लोकार्पण को चंबल क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक और गौरवशाली क्षण बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 9वें और देश के 58वें टाइगर रिजर्व के रूप में माधव टाइगर रिजर्व की स्थापना से राज्य के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ा है। यह टाइगर रिजर्व भारत सरकार के मापदंडों के आधार पर स्थापित किया गया है और यहां बाघ पुनर्स्थापन का एक बड़ा प्रयोग किया गया है।

मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि यह टाइगर रिजर्व चंबल क्षेत्र को टूरिज्म के क्षेत्र में नई पहचान दिलाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीता प्रोजेक्ट का भी जिक्र किया, जिसे प्रदेश के ईको-सिस्टम को विकसित करने की दिशा में अहम कदम बताया। उन्होंने कहा कि अब दूसरी पीढ़ी के चीतों को भी छोड़ा जा रहा है, जो प्रदेश के विकास के पथ पर एक और महत्वपूर्ण कदम है।

 बाघों की दहाड़ से गूंजा चंबल

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा कि चंबल क्षेत्र घड़ियाल, भालू, तेंदुआ, गिद्ध और भेड़िया जैसे वन्य जीवों से समृद्ध है, और माधव टाइगर रिजर्व इसे और भी खास बनाता है। उन्होंने इस टाइगर रिजर्व को अद्भुत बताते हुए कहा कि यहां टाइगर और इंसान के बीच परस्पर संतुलन देखने को मिलेगा, जहां इंसान अपना काम करेगा और टाइगर अपनी जीवनशैली जिएगा। उन्होंने इस पर गर्व जताया कि दुनिया में सबसे ज्यादा टाइगर भारत में और भारत में सबसे अधिक मध्यप्रदेश में हैं।

चंबल क्षेत्र टाइगर की संख्या के मामले में भले ही पिछड़ा हुआ था, लेकिन अब यह नई पहचान बना रहा है। खास बात यह रही कि आज स्व. माधव राव सिंधिया की 80वीं जयंती पर इस टाइगर रिजर्व का शुभारंभ हुआ। डॉ. यादव ने स्व. सिंधिया के वन्य जीव संरक्षण और विकास के लिए किए गए कार्यों को भी याद किया।

इतने विशाल क्षेत्र में फैला है माधव टाइगर रिजर्व

माधव टाइगर रिजर्व का कुल क्षेत्रफल 37,523.344 हेक्टेयर यानी 375.233 वर्ग किलोमीटर है, जिसमें 32,429.52 हेक्टेयर आरक्षित वन क्षेत्र, 2,422.00 हेक्टेयर संरक्षित वन क्षेत्र और 2,671.824 हेक्टेयर राजस्व क्षेत्र शामिल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि "टाइगर स्टेट" मध्यप्रदेश को 9वें टाइगर रिजर्व की सौगात मिलने से शिवपुरी में अब बाघों की गर्जना गूंजेगी।

उन्होंने इसे बाघों की संख्या बढ़ाने और उनके प्राकृतिक आवास को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। साथ ही, उन्होंने उम्मीद जताई कि इस टाइगर रिजर्व से न केवल क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

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