Gwalior Digital Arrest Case: बीएसएफ जवान से ठगे पैसे कर्नाटक, औरंगाबाद और गुड़गांव में ट्रांसफर, पुलिस जांच में जुटी

Update: 2025-01-08 03:28 GMT

Gwalior Digital Arrest Case

Gwalior Digital Arrest Case : मध्यप्रदेश। ग्वालियर डिजिटल अरेस्ट मामले में बड़ा अपडेट सामने आया है। बीएसएफ जवान को 30 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर लाखों रुपए की ठगी करने वालों ने पैसे कर्नाटक, औरंगाबाद और गुड़गांव में ट्रांसफर कराए हैं। 70 से 75 प्रतिशत ठगी की रकम इन्हीं स्थानों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए गए थे।

बीएसएफ जवान को 30 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 71.25 लाख रुपए ठगे गए थे। ये बैंक कर्नाटक, औरंगाबाद और गुड़गांव के बंधन बैंक, बैंक ऑफ़ सिंगापुर और बैंक ऑफ बड़ौदा में ट्रांसफर किये गए हैं। पुलिस इस मामले की पड़ताल कर रही है कि, ये बैंक खाते किसके हैं। संभावना है कि, ठगी का पैसा सेव करने करने के लिए ठगों ने बैंक अकाउंट फर्जी तरीके से खुलवाए थे।

जानकारी के अनुसार ठगों ने बीएसएफ जवान को मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे होने की धमकी दी थी। ठगी का पैसा 25 बैंक खातों में ट्रांसफर कराया गया था। बीएसएफ जवान को विश्वास में लेने के लिए ठगों ने करीब एक लाख रुपए लौटाए भी थे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने साइबर ठगी की बढ़ती घटनांओं पर संज्ञान लिया है। सीएम मोहन यादव ने कलेक्टर - एसपी को ऐसे मामलों को लेकर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।

सीएम मोहन यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था कि, साइबर ठग, नागरिकों में दहशत फैलाने के लिए विभिन्न प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं। हम सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को निर्देशित कर रहे हैं कि ऑनलाइन ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें और साथ ही अपने जिलों में डिजिटल अरेस्ट के खिलाफ तीव्रता से जागरूकता भी फैलाएं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जागरूकता लाने के उद्देश्य से "मन की बात" कार्यक्रम में कहा था कि डिजिटल अरेस्ट जैसा सरकार में कोई प्रावधान नहीं है। प्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा हेतु सरकार और पुलिस प्रशासन भी निरंतर जागरूकता अभियान भी चला रहा है।

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