MP Cabinet Decision: रोजगार पर सरकार का फोकस, सांची को प्रतिष्ठित ब्रांड बनाने के लिए समेकित प्रयास, जानिए कैबिनेट निर्णय
MP Cabinet Decision : भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में रोजगार बढ़ाए जाने को लेकर कई अहम निर्णय हुए। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मध्यप्रदेश सरकार युवा शक्ति मिशन लॉन्च करेगी वहीं सांची को देश में प्रतिष्ठित ब्रांड बनाने के लिए सरकार समेकित प्रयास करेगी।
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया -
युवा शक्ति मिशन - रोजगार देने वाली हो और युवा भी रोजगार देने वाले बने इसके लिए स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन 12 जनवरी से शुरू होने जा रहा है। इसमें तकनीकी शिक्षा, युवा कल्याण, रोजगार विभाग लीड करेगा। इसका उद्देश्य रोजगार में वृद्धि करना है।
स्टेट कॉपरेटिव डेरी संगठन और राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड के बीच एक अनुबंध होगा। इसके तहत दूध के उत्पादन से लेकर पैकेजिंग और मार्केटिंग में प्रोफेशनल लोगों को जोड़ा जाएगा। यह किसान की आमदनी बढ़ा सकता है युवाओं के लिए रोजगार का बड़ा साधन हो सकता है। ज्यादा कलेक्शन सेंटर स्थापित किए जाएंगे। हर गांव में सहकारी समिति बनाई जाएगी। अच्छे जानवर की सप्लाइ हो। एक समेकित व्यवस्था स्थापित कर पांच साल के अंदर 1500 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट किया जाएगा। फ़िलहाल 6 हजार समिति है जो आगे जाकर 9 हजार हो जाएगी। कुल वार्षिक आय 17 सौ करोड़ से बढ़कर 35 सौ करोड़ हो जाएगी।
गोबर से खाद बनाने के लिए किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। ऑर्गेनिक फार्मिंग के लिए भी उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।
यूका के कचरे को लेकर 6 हफ्ते तक लोगों से चर्चा की जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि, इस कचरे की विषाक्तता दूर हो गई है। प्रेजेंटेशन के माध्यम से छोटे - छोटे ग्रुप में लोगों को बांटकर बात समझाए जाएगी।
16 वें वित्त आयोग पर चर्चा हुई। सीएम मोहन यादव ने सभी मंत्रियों से कहा कि, वे अगले पांच साल का रोड मैप बनाएं और 16 वें वित्त आयोग से फंड की मांग को विभागीय स्तर पर तैयार करें। अरविंद पनगड़िया 16 वें वित्त आयोग के अध्यक्ष हैं। वे मध्यप्रदेश का दौरा करने वाले हैं। मध्यप्रदेश सरकार उनसे अधिक से अधिक फंड मांग सके इसके लिए विभागवार कितने फंड की जरुरत है यह मसौदा तैयार किया जा रहा है।
एससी, एसटी युवाओं को कोचिंग देने के साथ गैर एससी-एसटी स्टूडेंट्स को भी कोचिंग देने का काम किया जाएगा। युवाओं से संवाद करने पर काम किया जाएगा। युवाओं की क्षमता बढ़ाने का काम होगा। उन्हें रचनात्मक दिशा में ले जाने का काम किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक वित्तीय प्रबंध किए जाएंगे। कलेक्शन सेंटर की संख्या और उनकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। पशुधन खरीदने के लिए कोऑपरेटिव सेक्टर के माध्यम से लोन दिलाने का काम किया जाएगा।