मध्य प्रदेश: बांध निर्माण के ठेकेदार न मिलने पर जल संसाधन विभाग ने 4 जिलों के टेंडर किए निरस्त
मध्य प्रदेश: मप्र सरकार के जल संसाधन विभाग को बांधों के निर्माण के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं।;
भोपाल। मप्र सरकार के जल संसाधन विभाग को बांधों के निर्माण के लिए ठेकेदार नहीं मिल रहे हैं। यही वजह है कि जल संसाधन विभाग को 11567 करोड़ की लागत से प्रदेश के 4 जिले शिवपुरी, मंदसौर, बुरहानपुर और सागर में बनने वाले 9 बांधों के टेंडर निरस्त कर दिए हैं।
खास बात यह है कि इनमें माधवराव सिंधिया कॉम्पलेक्स सिंचाई परियोजना को भी झटका लग गया है। क्योंकि इस परियोजना से शिवपुरी, गुना समेत अन्य जिलों में ही करीब 7 बांध बनने थे। जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता विनोद देवड़ा ने टेंडर निरस्त करने की सूचना जारी की है।
प्रमुख अभियंता विनोद देवड़ा के पत्र के अनुसार पांच माह की समय सीमा के बाद भी प्रमुख अभियंता कार्यालय को टेंडर प्रपत्र नहीं मिले हैं, इसलिए टेंडर निरस्त किए गए हैं। प्रमुख अभियंता ने मुख्य अभियंताओं को भेजे पत्र में कहा है कि अब भविष्य में काम की आवश्यकता के आधार पर टेंडर की कार्यवाही की जा सकेगी।
कूनो में फिलहाल नहीं बनेगा बांध
विभाग ने जिन बांधों के टेंडर निरस्त किए हैं, उनमें कूना राष्ट्रीय उद्यान में कटीला बांध में होने वाले निर्माण कार्य भी शामिल हैं। कूनो नदी पर कटीला बांध एवं एक लाख हेक्टेयर क्षेत्र में नहर बनाई जानी है। पार्वती नदी पर माधवराव सिंधिया कॉम्पलेक्स सिंचाई परियोजना के बांध भी शामिल हैं।
नावथा और झिरमिटी सिंचाई परियोजना में निर्माण कार्य कराए जाने के साथ छोटी उतावली मध्यम सिंचाई परियोजना में नहर का काम कराया जाना है। बीना सिंचाई परियोजना में मड़िया और चकरपुर बांध के मुख्य और सेडल बांध के डाउन स्ट्रीम में कांक्रीट सर्विस रोड, पैरापेट वॉल, टेनिंग वॉल, टोए वॉल तथा रेपनी नदी पर पावा बांध में नहर बनाई जाना है। करई नदी पर सोनपुरा बांध में भी नहर बनाने के लिए टेंडर कराए गए थे लेकिन इसके लिए सरकार को ठेकेदार ही नहीं मिले हैं। सरकार द्वारा स्वीकृत इन नौ परियोजनाओं में जो काम कराए जाने थे, उसमें मह्लारगढ़ (शिवना) में बैलेसिंग रिजरवायर, सिंचाई प्रणाली के निर्माण कार्य, नहर प्रणाली के निर्माण कार्य शामिल हैं। इसके साथ ही पार्वती नदी में कुंभराज काम्पलेक्स के अंतर्गत दो बांधों और 1 लाख पांच हजार 850 हेक्टेयर क्षेत्र में नहर निर्माण के लिए टेंडर कराए गए थे।
किस जिले में कितनी सिंचाई परियोजनाएं निरस्त
शिवपुरी: टेंडर निरस्त होने का सबसे ज्यादा नुकसान शिवपुरी जिले को हुआ है। क्योंकि 7748 करोड़ की लागत वाले 4 बांधों के टेंडर निरस्त किए हैं। जिनमें कूनो नदी पर 4084 करोड़ का कटीला बांध, पार्वती नदी पर 2859 करोड़ की कुंभराज कॉम्पलेक्स, रेपनी नदी पर 310 करोड़ का पावा बांध और करई नदी पर 495 करोड़ का बांध प्रस्तावित थे।
मंदसौर: मंदसौर जिले में 2331 करोड़ की दो परियोजना के टेंडर निरस्त किए हैं। इनमें मल्हारगढ़ में शिवना नदी पर 601 करोड़ और 1730 करोड़ की सूक्ष्म दाब युक्त सिंचाई परियोजनाएं शामिल हैं।
बुरहानपुर: दो सिंचाई परियोजनाएं निरस्त की हैं। इनमें 1318 करोड़ कीक नावथा सिंचाई परियोजना और 151 करोड़ की छोटी उतावली मध्यम सिंचाई परियोजना के टेंडर निरस्त किए हैं।
सागर: बीना नदी पर 19 करोड़ की लागत से मडिया एवं चकरपुर बांध के कार्य के टेंडर निरस्त किए हैं।