परिचालन अनुपात मामले में भारतीय रेलवे में टॉप पर "पश्चिम मध्य रेलवे"
पमरे ने वर्ष 2021-22 के रेवेन्यू बजट का किया उत्तम नियंत्रण, सराहनीय प्रदर्शन के साथ 80 करोड़ की बचत की
पमरे का परिचालन अनुपात 72.54 प्रतिशत है, जो कि भारतीय रेलवे में टॉप रेलवे में से एक है
जबलपुर/वेब डेस्क। पश्चिम मध्य रेलवे का ऑपरेटिंग रेशियो 72.54 प्रतिशत रहा, जो कि सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में टॉप रेलवे में से एक है। इसके अलावा वित्तीय वर्ष 2021-22 में गुड्स रेवेन्यू में 21 प्रतिशत से अधिक तथा यात्री यातायात में 103 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि रही। साथ ही पश्चिम मध्य रेलवे को जो रेवेन्यू बजट खर्च करने के लिए दिया गया था, ना केवल उतनी ही धनराशि में किया सराहनीय प्रदर्शन बल्कि 80 करोड़ रूपए की बचत भी की है जो कि पमरे के लेखा विभाग टीम के कुशल प्रबन्धन के परिणामस्वरूप सम्भव हुआ है।
12924 करोड़ रूपए संमविभाजित राजस्व अर्जित किया
पश्चिम मध्य रेलवे का अपोर्शन्ड रेवेन्यू वर्ष 2021-22 में 12924 करोड़ रहा जो कि पिछले साल रूपये 9592 करोड़ की तुलना में 3332 करोड़ रूपए अधिक रहा जो कि लगभग 34.74 प्रतिशत अधिक है। इसमें मुख्य रूप से माल ढुलाई में गुड्स रेवेन्यू 9710 करोड़ रूपए रहा इसमें भी पिछले साल की तुलना में 1726 करोड़ रूपए की वृद्धि रही जो कि लगभग 21.62 प्रतिशत है। इसी तरह यात्री यातायात की मद में भी 103 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि रही। इस साल यात्री यातायात से 2919 करोड़ रूपए राजस्व अर्जित किया गया जबकि पिछले साल महज 1433 करोड़ राजस्व अर्जित किया गया था।
पमरे का ऑपरेटिंग रेशियो (परिचालन अनुपात) 72.54 प्रतिशत, देश भर में टॉप रेलवे में से एक
पश्चिम मध्य रेलवे का ऑपरेटिंग रेशियो सम्पूर्ण भारतीय रेलवे में इस वर्ष 21-22 में काफी सराहनीय रहा है। ऑपरेटिंग रेशियो वस्तुतः किसी भी रेलवे की आर्थिक सेहत को जाॅंचने का एक पैमाना होता है। इससे यह पता चलता है कि आर्थिक मामले में कौन सी रेलवे कितनी सुदृढ़ स्थिति में है, या दूसरे शब्दों में कहें तो प्रत्येक 100 रूपए कमाने के लिए कुल कितना रूपए का व्यय किया जा रहा है। इस हिसाब से देखा जाए तो प्रत्येक 100 रूपए कमाने के लिए पश्चिम मध्य रेलवे ने महज 72 रूपए 54 पैसे खर्च किया है, जो कि उल्लेखनीय उपलब्धि है।
आवंटित बजट का किया बेहतरीन नियंत्रण
पश्चिम मध्य रेलवे को वर्ष 2021-22 में बजट में रेवेन्यू खर्च करने के लिए कुल 7134 करोड़ रूपए आवंटित किए गए थे। खर्चों में एहतियात बरतते हुए पश्चिम मध्य रेलवे के लेखा विभाग द्वारा रेलवे के खातों का उचित रखरखाव, रेल संचालन से संबंधित आय और व्यय का उचित प्रबन्धन, स्थापित नियमों, प्रक्रियाओं और प्रारूपों के अनुसार प्रत्येक वित्तीय अवधि के अंत में खातों को सुव्यवस्थित रखते हुए 7054 करोड़ रूपए व्यय किया गया, जिसके परिणामस्वरूप पूरे साल भर में लगभग 80 करोड़ रूपए बचा लिए गए। सराहनीय ऑपरेटिंग रेशियो एवं बेहतरीन व्यय प्रबंधन करके पमरे के लेखा विभाग ने वर्ष 2021-22 में उच्चत्तम कार्य किया है ।