अहमदाबाद। गुजरात में लोकल वेब पोर्टल के एडिटर धवल पटेल की गिरफ्तारी मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस विजय रुपाणी सरकार पर हमलावर हो गई है। पार्टी ने प्रदेश सरकार की कार्रवाई को कायराना हरकत बताते हुए सीएम पर निशाना साधा है। कांग्रेस प्रवक्ता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि अगर बीजेपी सरकार की लीडरशिप की आलोचना अपराध है तो बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के खिलाफ केस क्यों नहीं दर्ज किया जा रहा है?
गोहिल ने स्वामी के एक ट्वीट का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन को जरूरी बताया था। स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा था कि गुजरात में कोरोना वायरस के शिकार होने वालों की संख्या तभी नियंत्रित की जा सकती है जब आनंदीबेन की गुजरात के मुख्यमंत्री पद पर वापसी हो। स्वामी ने अपने इस ट्वीट से अपनी ही पार्टी के सीएम विजय रुपाणी के गवर्नेंस पर सवाल उठाया था।
गोहिल ने स्वामी के इसी ट्वीट को आगे रखकर गुजरात सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सीएम विजय रुपाणी की एक कायराना हरकत से गुजरात हैरान है। रुपाणी के निर्देश पर गुजरात पुलिस ने लोकल वेबसाइट के संपादक धवल पटेल को गैर-जमानती धारा के तहत गिरफ्तार कर लिया। गोहिल ने आगे कहा, 'रुपाणीजी, अगर आपकी लीडरशिप को क्रिटिसाइज करना अपराध है तो सुब्रहमण्यम स्वामी के खिलाफ केस क्यों नहीं दर्ज किया गया।'
गौरतलब है कि धवल पटेल ने अपनी वेबसाइट 'फेस ऑफ द नैशन' पर 7 मई को एक आर्टिकल लिखा था, जिसमें उन्होंने गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना जताई थी। उन्होंने अपने लेख में लिखा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विश्वस्त मनसुख मांडविया को बीजेपी हाई कमांड ने दिल्ली बुलाया है। इस तर्क से उन्होंने संभावना जताई कि गुजरात में नेतृत्व परिवर्तन होने वाला है। पुलिस ने बताया कि धवल के लेख में प्रकाशित तथ्यों का कोई सबूत नहीं था। ऐसे में कोविड-19 के संकट के बीच माहौल को अस्थिर बनाने के आरोप में धवल को गिरफ्तार किया गया।