उप्र में कानून का राज है, गरीबों की सरकार है : स्वतंत्र देव

केके उपाध्याय

Update: 2022-01-30 00:45 GMT

उप्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह

लखनऊ।  सवाल : कानून व्यवस्था को लेकर भारतीय जनता पार्टी लगातार विपक्ष पर हमलावर रही है। 2017 से पहले भारतीय जनता पार्टी का आरोप था की प्रदेश में कानून का राज नहीं था लेकिन हमारी सरकार में माफिया जेल में है, लेकिन विपक्ष सवाल उठा रहा है की कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई तो इन परिस्थितियों में आप किस तरह से विपक्ष के हमलों का जवाब देंगे?

जवाब : जो कहा वो किया। सोच ईमानदार और काम दमदार पंद्रह सालों तक इस राज्य को लोगो ने लुटा गुंडागर्दी की ये आलम थी जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते थे। इस राज्य के अंदर ना बेटी सुरक्षित थी ना कोई बिल्डर सुरक्षित था और बिल्डर को फोन किया जाता था कि पैसा दे, और अगर नहीं देगा तो मरेगा। ये स्थिति थी उारप्रदेश की। सपा सरकार में व्यापारी भी सुरक्षित नहीं था, ना राज्य सुरक्षित था। हजार-हजार मोटरसाइकिल शाम को निकलती थी। ऐसे दौड़ते थे जैसे कुचलते हुए निकल जाएंगे। लोगों का अपहरण करते हुए निकलते थे। ना पुलिस बोलती थी ना सरकार बोलती थी। आदरणीय योगी जी शपथ लेते हुए नारा दिया था ना गुंडाराज ना भ्रष्टाचार। वो उन्होंने दफन कर दिया। या तो गुंडे राज्य को छोड़ दिए या जेल में गए या जमीन में गए या आसमान में गए। एक भी गुंडे यहां बचे नहीं। आज मैं कह सकता हूं की राज्य सुरक्षित है। इसका सीधा सा उदाहरण है कि अब किसी भी गुंडे को बरी करने के लिए प्रदेश अध्यक्ष या सरकार का फोन नहीं आया होगा। कानून का राज है कानून अपना काम कर रहा है। राज्य के अंदर शांति है और निवेश बढ़ रहा है।

सवाल: फिर विपक्ष ये आरोप यों लगा रहा है की योगी की सरकार में कानून का राज उतना कायम नहीं हो सका जितना भाजपा दावा कर रही?

जवाब : यहां एक भी दूकानदार के यहां से सोना खरीद लाएं और भु गतान ना करें। ऐसी किसी की हैसियत नहीं। पहले ऐसे बाउचर पकड़ा देते थे। और पचास लाख का घर में सोना आ जाता था। सोनार अपना पैसा मांगते-मांगते थक जाता था। लेकिन भुगतान नहीं होता था। आज राज्य के अंदर किसी की हैसियत नहीं की कोई दुकानदार के यहां से सामान खरीदे और पैसे ना दे। किसी की भी हैसियत नहीं जबसे योगी सरकार है।

सवाल : असर भाजपा की ओर से ये आरोप लगाएं जाते हैं की थाने सपा की सरकार में कार्यालय बन गए थे, या ये बात सच है ?

जवाब : ये बात सौ प्रतिशत सच है, आदरणीय उपाध्याय जी आपने बहुत अच्छा विषय उठाया। सपा की सरकार में थाने कार्यकर्ताओं का अड्डा बन जाता था। और एक भी रिपोर्ट नहीं लिखी जाती थी। यानी जो मियां जान बोलते थे वही रिपोर्ट लिखी जाती थी। पश्चिमी उारप्रदेश में सपा का भले ही शासन रहा लेकिन वहां चलती आजम खान मियां जान की। जो वो बोलते थे वही होता था। गुंडे- माफिया छूट जाते थे लेकिन हैसियत नहीं थी कि मुख्यमंत्री के मियां जान को रोके।

सवाल: एक और सवाल है की प्रदेश को 2017 से पहले अवैध कब्जों  और काले कारोबारों का गढ़ कहा जाता था। लेकिन ऐसा मना जाता है की भाजपा ने इस छवि को तोड़ा है अपराध मुक्त  किया है लेकिन बावजूद इसके विपक्षी आप पर भेदभाव का आरोप लगाते हैं? आखिर वजह या है? विपक्ष कहना या चाहता है और आपका इस पर जवाब या है?

जवाब : देखिए विपक्ष या कहना चाहता है ये अलग विषय है? लेकिन इस राज्य के अंदर पंद्रह सालों में गरीब, वंचित, शोषितो की संपत्तियों पर जहां ये गुंडे हाथ रखते थे वो विवादित हो जाती थी। उन गरीबों की ना सरकार सुनती थी ना कानून सुनता था, ना ये सपा-बसपा सुनती थी। कोई नहीं सुनता था ना उनकी कोई आवाज उठाता था। भारतीय जनता पार्टी आंदोलन करती थी, लोग प्रदर्शन करते थे लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। आदरणीय योगी सरकार आने के बाद पहली बार ऐसे अवैध संपत्तियों पर दबंग लोगों ने अवैधकब्ज़ा  कर रखा था जो पंद्रह साल से एक छत्र राज था यानी नेता, भरष्ट अधिकारी, गुंडों की जो तिकड़ी थी। उसे ध्वस्त करने का अगर किसी ने काम किया है तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार यानी योगी सरकार ने किया है। आज उनके संपत्तियों पर बुलडोजर चल रहा है और उस सम्पत्ति का अधिकार या तो सरकार का हो रहा है या गरीब को मकान बनाकर दिए जा रहे है।

सवाल : ये भी एक आरोप भारतीय जनता पार्टी पर लगता रहा है कि उनकी सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। विपक्ष कहता है की हमारी सरकार में महिलाएं सर्वाधिक सुरक्षित थीं। उनके पास जो मुद्दा है वो असर या तो उनाव कांड को उठाते हैं या हाथरस कांड को लेकर हमलावर रहते हैं। इस पर आप या कहेंगे?

जवाब : सपा-बसपा के राज्य में लोग पांच बजे अपना मकान-दुकान बंद कर देते थे विशेषकर पश्चिमी उत्तरप्रदेश में मकान बंद करके महिलाएं-बेटियां घर के अंदर हो जाती थीं, कोई भी बेटी स्कूटी से निकलती थी या शिक्षिका पढ़ाने निकलती थी तो उसे स्कूल छुड़ा दिया जाता था। इतना आतंक था सपा-बसपा सरकार में शासन प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं थी। सपा-बसपा सरकार में जिसका उत्पीडऩ होता था उस पर एफआईआर होती थी। उत्पीडऩ करने वालों के खिलाफ नहीं। आज मैं गारण्टी से कह सकता हूँ कि आज उत्तरप्रदेश  में चाहे 12 बजे महिलाएं-बेटी निकले माता-पिता चिंतित नहीं होते हैं। पहले अगर पति रात में ट्यूबवेल पर गया पानी देने तो मां-पत्नी चिंतित हो जाती थी की मेरा पति-बेटा लौटेगा कि नहीं लौटेगा। ऐसा लगता था जैसे वो पकिस्तान बॉर्डर पर गया हुआ है। लेकिन आज निश्चिन्त रहता है परिवार की उसके बेटी का कोई स्कूटी नहीं रोक सकता है ना ही उसे छेड़ सकता है। अगर जो कोई छेड़ता है तो वो बचता नहीं है। आदरणीय योगी जी के आने के बाद ना विद्यालय के सामने ना शहर में कोई छेड़ता नहीं है और शासन-प्रशासन पूरा सहयोग करता है और उन्हें घर पहुंचाकर आता है।

सवाल - उत्तर प्रदेश बहुत बड़ा प्रदेश है 22 करोड़ के लगभग आबादी है लेकिन जब-जब यहां नौकरियां दी गईं तो ये हुआ कि जाति के आधार पर या अन्य प्रलोभनों के आधार पर नौकरियां तय होती थी। हाल ही में जो भाजपा सरकार में नौकरियां दी गई है या उसमें पारदर्शिता बरती गई ?

जवाब -पहली बार योग्यता के आधार पर नौकरी मिली है। पांच लाख के नियुक्ति में सैफई खानदान सपा शासन में झोला लेकर होटलों में बैठ जाता था। जो अधिकारी योग्यता के आधार पर नियुतियां कर देते थे वो रात में बदल दिया जाता था। जो सूचि मुयमंत्री आवास या सैफई खानदान से जाता था वही रिजल्ट में आता था। लेकिन आज यह बात कोई नहीं कह सकता है की एक रुपया भी किसी का रिश्वत लगा हो योगी सरकार में या मुख्यमंत्री संगठन की किसी की सूची गई हो। मुझे रेलवे स्टेशन पर कुली मिला जो कहा कि अध्यक्ष जी मैं आपको पहचान रहा हूँ आपकी सरकार में मेरी बेटी सिपाही बन गई मुझे एक रुपया किसी को रिश्वत नहीं देना पड़ी। यही योगी सरकार यही भाजपा सरकार है। यही तो फर्क साफ है।

सवाल - मोदी जी-योगी जी असर गरीब कल्याण की बात करते हैं। गरीबों के लिए तमाम योजनाएं लाईं गईं हैं या इसे भाजपा अपनी उपलब्ध में गिना सकती है?

जवाब - देखिए 70 साल कांग्रेस सरकार ने इस देश को लूटा है और उत्तरप्रदेश को सपा-बसपा सरकार में। पहली बार गरीबो के दर्द को किसी ने समझा है तो एक चाय बेचने वाला गरीब परिवार में जन्में आदरणीय नरेंद्र मोदी ने। कोरोना जैसी महामारी में जहां विश्व अपने को संभाल नहीं पा रहा है उस स्थति में जान -जहान दोनों बचाने का अगर किसी ने काम किया तो केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार ने। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 15 करोड़ लोगों को  राशन दिया गया ताकि गरीब कोई भूखे नहीं मरे। यही नहीं मजदूरों-प्रवासियों के बैंक खाते में सीधा पैसा भेजने का कोई काम किया तो वो मोदी-योगी ने किया। गरीब बेटियों की शादी कराने का काम भी योगी सरकार ने किया। और यही नहीं सबसे महत्वपूर्ण बात ये है मैं एक दलित मां से मिलता हूं वो मां कहती है मेरे दो बेटे हैं एक रिक्शा  चलाता है और दूसरा चुनाव लड़ रहा है। उस मां ने कहा की नेता जी आप जो चाय पी रहे हैं वह गैस का कनेशन भी मेरे बेटे ने दिया है। ये छत टपकती है एक पका मकान भी मेरे बेटे ने दिया है। बिजली का कनेशन भी मेरे बेटे ने दिया है। और पांच लाख का आयुष्मान कार्ड भी बेटे ने दिया है। मैं हमेशा अपने बेटे को जिताऊंगी और नरेंद्र मोदी ही मेरा बेटा है। आगे उस माँ ने कहा की यही नहीं नेता जी पहली बार इस धरती का प्रधानसेवक है जो हमारे समाज का पैर धुलने का काम किया है। हम गरीबों का अगर किसी ने याल रखा है तो वो मेरे बेटे ने। पहले की सरकारों ने तो सिर्फ लूटने का काम किया था। ये शरद थे उस दलित मां के।

सवाल - प्रधानमंत्री ने हाल ही में मजदूरों का जिस तरह से समान किया मुझे नहीं लगता कि आज तक के इतिहास में किसी ने इस तरह से कभी सम्मान  किया होगा ?

जवाब - कोरोना महामारी में जिस तरह से काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाने का काम किया उन मजदूरों का अगर समान किसी ने किया है तो वो प्रधानमंत्री ने किया है। मंत्रियों के साथ नहीं वो मजदूरों के साथ भोजन करने गए। मोदी जी ने कुर्सियां हटा दी और उनके साथ जमीन पर बैठे। मुफ्त टीकाकरण, मुफ्त राशन और मुफ्त  पैसा देने का काम आदरणीय मोदी-योगी जी की सरकार ने किया है और संगठन ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। नड्डा जी के नेतृत्व में संगठन का और बूथस्तर का एक-एक कार्यकर्ता ने इसमे बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। यहीं नहीं संगठन ने वैसीनेशन में भी बहुत सहयोग किया। गांव-गांव जाना और लोगों को वैसीन के प्रति जागरूक करने का काम भी किया है। संगठन के कार्यकर्ता कोरोना के समय में सड़क पर लईया -चना- ककड़ी, खाने का पैकेट लेकर खड़े होते थे ताकि गरीब कोई भूखा ना रह जाएं। कोरोना काल में गरीबो के सेवा में पूरा संगठन लगा हुआ था। यही भारतीय जनता पार्टी है जो गरीबों का सेवा करना सिखाती है।

सवाल - आप एक आरोप पूर्ववर्ती सरकारों पर यह भी लगाते हैं कि जनहित योजनाओं में जातिवाद चलता था, धार्मिक तुष्टिकरण चलता था, जिसके चलते दलितो, वंचितों, शोषितों की उपेक्षा होती थी। आखिर आप इसे कैसे देखते है ? आपकी सरकार इससे कैसे निपटी?

जवाब -देखिए केंद्र सरकार में 27 प्रतिशत पिछड़े समाज के लोगो को मंत्री बनाया गया है। और 70 साल बाद पिछड़ा आयोग का गठन भी मोदी सरकार में हुआ और उसका चेयरमैन भी निषाद बना। आपको तीन उदाहरण देता हूँ। कौशल किशोर जी पासी समाज के एक बड़े नेता है, निरंजन ज्योति निषाद समाज से आती है। जो आज मंत्री है। भानु वर्मा कोइरी समाज से आते है आज वो मंत्री है, अजय मिश्रा ब्राह्मण समाज से आते हैं। जीएस धर्मेश जाटव समाज से आते हैं। भारतीय जनता पार्टी है जो सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व करती है और सभी समाज को राजनैतिक ,आर्थिक,समाजिक सामान उसे मिले उसकी हम चिंता करते हैं। इसलिए जो आरोप लगाते हैं वो जातिवाद-परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति करते हैं। वो एक ट्रस्ट चलाते हैं। भाजपा को छोड़कर कोई दल नहीं बल्कि दलदल है। भारतीय जनता पार्टी में काम करने वाला एक बूथ कार्यकर्ता भी एक दिन राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकता है योकि भजपा वंशवाद, परिवारवाद या जातिवादी पार्टी नहीं है।

सवाल -भारतीय जनता पार्टी का एक आरोप यह भी रहा है की पिछली सरकारों में बहुत सारे दंगे हुए। ऐसा इसलिए हुआ की पिछली सरकारों में उन पर कार्रवाई नहीं होती थी और ये पहली बार ऐसा हुआ है की पांच साल में एक भी दंगा प्रदेश में नहीं हुआ है ?

जवाब - सपा की मंशा ही गुंडों-माफिया को संरक्षण देने वाली रही है। सपा सरकार में ट्रांसफर उद्योग चलता था। तो अधिकारी थाना देखे की महीना पैसा दे। इसलिए सपा के सरकार में माओवादी, आतंकवादी, नसलवादी घटना जबरदस्त होता था लेकिन जबसे केंद्र में मोदी और प्रदेश में योगी जी की सरकार बनी तब से ना ही एक भी दंगा हुआ ना ही इन पाँच सालों में कभी बम फटा। और देश में भी बम फटा तो पाकिस्तान के अंदर घुसकर मारा गया। सवाल - सीएए कानून को लेकर जब कुछ लोग दंगे कर रहे थे उस समय जब योगी सरकार ने उन पर कारवाई की थी तो उसकी बहुत तारीफ हो रही थी? जवाब -कोई भी शरीफ व्यति चाहे हिन्दू हो या मुसलमान जो कानून का पालन करता है वो कभी परेशान नही हुआ है। वही परेशान हुए जो दंगाई और गुंडे प्रवृति के थे। हम योगी जी को बधाई देते है योंकि वो ऐसे पहले मुयमंत्री जिनके ऊपर किसी तरह का कोई दाग नही लगा सकता है। गुंडे-बदमाश लोगो को योगी जी तनिक भी सपोर्ट नही करते है। भाजपा का किसी को रोकने-टोकने-भटकाने का काम नहीं है। भाजपा सरकार में कानून का राज चलता है। गुंडे माफिया का नही।

सवाल -हाल ही में विपक्ष ने भी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है। भारतीय जनता पार्टी की भी सूची जारी हुई है उसमें 44 पिछड़े वर्ग के लोगों को टिकट मिला है 18 अनुसूचित जाति को। आपकी सूची में और विपक्ष की सूची में आप या अंतर देखते हैं?

जवाब - अंतर या? एक जेल पर एक बेल पर। नाहिद हसन जेल में और अदुल्ला आजम बेल पर। वही भाजपा में सभी जातियों-वर्गों की अच्छी सूची जो जनता ने स्वीकार की। भाजपा के अच्छे कार्यों से प्रभावित होकर असीम अरुण जो डीजीपी तक जाते वो अपनी नौकरी छोड़कर भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। युवाओं के लिए एक प्रेरणास्रोत बनते हैं। इसीलिए वो भाजपा में आए हैं लेकिन दूसरे दलों में गुंडे, बेईमान  लोग जॉइन करते है। और आरोप लगाते है भाजपा पर। कुछ सीखना है तो भाजपा के ईमानदारी को सिखों। मैं गारंटी से कहता हूं हमारा गौरवशाली इतिहास है। हमारे नेता पर कोई एक दाग नही लगा सकता है। डॉटर श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी हमारे देश के गौरव हैं। वर्तमान में माननीय नरेंद्र मोदी जी देश का नेतृत्व कर रहे हैं। जिन पर कोई एक भी दाग नहीं लगा सकता। ना उनका कोई अपना दिल्ली के अंदर मकान है ना कोई उनके परिवार का राजनेता है। मोदी जी सिर्फ पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को मान-समान शिक्षा, स्वास्थ, रोजगार, भोजन मिले बस इसके लिए काम करते है।

सवाल - महिला सुरक्षा,बेहतर कानून व्यवस्था, गरीब कल्याण और युवाओं को नौकरी ये ऐसे प्रमुख मुद्दे हैं। अब आप चुनाव मैदान में जा रहे हैं तो इन मुद्दों को आप किस तरीके से जनता के बीच मे लेकर जाएंगे? और, कैसे हमलावर विपक्ष को इसका जवाब देंगे?

जवाब - आदरणीय उपाध्याय जी मेरे सामने कुछ चुनौतियां हैं। सभी गरीब के घर नल से स्वच्छ जल पहुँचाना, गरीबों के लिए पका मकान बनाना, सभी गरीबों को बिजली का कनेशन देना, आयुष्मान कार्ड देना और उनकी शिक्षाचिकित्सा दोनों सही करना और बेटियों की शादी करने का भी काम करेगा तो मोदी-योगी ही करेंगे। भाजपा सरकार में कानून का राज रहेगा। संविधान द्वारा दिया गया आरक्षण दिया जाएगा। किसानों को समान निधि, गन्ना भुगतान एमएसपी पर उनका उपज खरीदा जाएगा। और,सबसे बड़ी उपलिध है कि किसानों को साँप काटने, बिजली का करंट लगने पर पाँच लाख का चेक दिया जाएगा। गरीब शांति चाहता है इसलिए सपा को नही भाजपा को चाहता है।

सवाल -क्या  ये चुनाव आप परिवारवाद और विकासवाद के बीच मे देखते हैं?

जवाब - जनता समझ चुकी है की सपा-बसपा एक ट्रस्ट चलाती है। ये दल नहीं है ये वंशवादी-जातिवादी पार्टी है। और जहां जातिवाद होता है वहां भ्रष्टाचार होता है। ये दल नही है बल्कि दलदल है। भारतीय जनता पार्टी ईमानदार पार्टी है उसकी अपनी सोच है कि अंतिम पंक्ति  के वयक्ति को सम्मान  मिलना चाहिए। आज इसी कारण समाज के सभी वर्ग भाजपा के साथ है। और मैं विश्वास दिलाना चाहता हूं की आप सब भरोसा रखना मोदी-योगी पर दुनिया मे ऐसा नेता नहीं मिलेगा। जो भी थोड़ा बहुत काम नहीं हुआ है वो काम मोदी-योगी ही पूर्ण करेंगे। योंकि जनता लूटने वालों को पहचान चुकी है। अभी  समस्या में नही आएं तब तो सौ की स्पीड गाड़ी दौड़ा रहे हैं। गांव में लगता है किसी को जीने नहीं देंगे। बिना समस्या के वो सोच रहे हैं हम मुयमंत्री बन गए। जनता मन बना चुकी है की परिवारवाद-वंशवाद-जातिवाद नहीं बल्कि राष्ट्रवाद-गरीबों के कल्याण पर वोट देगा।

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