नईदिल्ली। चुनाव आयोग द्वारा आज पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही चुनावी बिगुल बज चुका है। 27 मार्च से 26 अप्रैल के बीच 824 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। विधानसभा चुनाव के ऐलान का कांग्रेस पार्टी ने स्वागत किया है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन बंसल ने शुक्रवार को कहा कि लोकतंत्र में तय समय पर चुनाव होते हैं और होते रहने चाहिए। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि चुनाव आयोग अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए भय और पक्षपात रहित चुनाव कराएगा।
इन 5 राज्यों में चुनावी घोषणा होने के साथ ही सभी राजनैतिक दल रणनीति बनाने में जुट हुए है। कांग्रेस- भाजपा सहित अन्य सभी दल सत्ता में काबिज होने की चाबी तलाश रहे है। यदि 5 राज्यों में चुनावी समीकरण की बात करें तो वर्तमान में सिर्फ पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार थी। जोकि हाल ही में अल्पमत में आने के बाद गिर गई है। वहीँ अन्य राज्यों में से प बंगाल में टीएमसी, असम में भाजपा, केरल में वाम दल और तमिलनाडु में एआईडीएमके की सरकार है।
कांग्रेस की दोहरी रणनीति -
विधानसभा चुनाव की आहट से पहले ही कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी केरल में सक्रिय नजर आ रहें है। वह हाल ही में राज्य के कई दौरे कर चुके है। इस दौरान मछुआरों से लेकर युवाओं में पैठ बनाने के लिए छात्रों से चर्चा की। इन चुनाव में कांग्रेस का दोहरा चरित्र देखने को मिल सकता है। कांग्रेस ने बंगाल की सत्ता में पहुंचने के लिए प बंगाल में वाम दलों से गठबंधन किया है। वहीँ केरल में वाम दलों से अलग होकर उनके विरोध में चुनाव लड़ रही है।