साधारण से नमक की असाधारण कहानी: जीवन और भोजन में नमक..समझिये सस्ते और महंगे का गणित

Update: 2024-12-23 06:24 GMT

The Story of Salt : जीवन और भोजन में नमक एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जीवन का नमक दोस्त, रिश्तेदार और सहपाठी होते हैं। इनके बिना जीवन नीरस होता है। ठीक वैसे ही भोजन में भी सही मात्रा में नमक नहीं होने से स्वाद नहीं आता है। आजादी की लड़ाई से लेकर देश के आर्थिक विकास की राह तक इस नमक का योगदान तो सबको याद ही है। आइये आज इसी साधारण से नमक की असाधारण कहानी जानते हैं कि, इसे कैसे बनाया जाता है ? इसके सस्ते और महंगे होने के पीछे का क्या है गणित...।

मध्य प्रदेश की 2011 की जनगणना के अनुसार, कुल जनसंख्या 7,26,26,809 (सात करोड़ छब्बीस लाख छब्बीस हजार आठ सौ नौ) है और एक इंसान एक दिन में लगभग आठ से 10 ग्राम यानी दो चम्मच नमक खाता है। इस हिसाब से देखा जाये तो एक दिन में सिर्फ मध्यप्रदेश में ही लगभग 8069645.444 ग्राम नमक की खपत होती है। भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा नमक उत्पादक देश है। भारत में सालाना 300-350 लाख टन नमक उत्पादक होता है।

एक नमक 250 रुपए किलो मिलता है जबकि दूसरा उचित मूल्य की सहकारी राशन दुकान का नमक, जिसे 1 रुपए किलो दिया जाता है। एक टन नमक निकालने की मजदूरी लगभग 50 से 60 रुपये हैं। जितने में एक या डेढ़ किलो नमक खरीदा जा सकता हैं, उतने पैसों में अगरिया मज़दूर (नमक निकालने वाले विशेष प्रकार के मजदूर) एक हज़ार किलो तक नमक निकालते हैं। आइये अब जानते है नमक के प्रकार और उसकी कीमत।

सोडियम और क्लोराइड युक्त नमक हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी माना जाता है। कुछ लोगों को जानकर हैरानी हो सकती है, लेकिन इस नमक के भी चार प्रकार होते हैं। ये प्रकार हैं- सादा नमक, सेंधा नमक या रॉक सॉल्ट, समुद्री नमक और काला नमक। नमक को बनाने के तरीके के आधार पर इसके स्वाद, गुण और प्रकृति में अंतर आ जाता है। इसी आधार पर इसे इन चार प्रकारों में बांटा जाता है।

टेबल सॉल्ट या सादा नमक

इसमें सबसे ज्यादा सोडिय होता है। इसमें आयोडीन भी भरपूर होता है। ये रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाता है साथ ही सही मात्रा में लिया जाए तो इसके कई फायदे हैं। लेकिन ज्यादा मात्रा होने पर ये सीधे हड्डियों को प्रभावित करता है। ये हड्डियों को कमजोर कर देता है जिससे चलने फिरने में भी दिक्कत हो जाती है। इस नमक की कीमत 28 से 130 रुपए तक होती है।

सेंधा नमक

इसे व्रत वाले नमक या रॉक साल्ट के नाम से भी जाना जाा है। इसे बिना रिफाइन किए बनाया जाता है। सादे नमक की अपेक्षा इसमें सबसे ज्यादा कैल्शियम, पोटोशियम और मैग्नीशियम होता है। जिन लोगों से किडनी संबंधी बीमारियों हैं उनके लिए इस नमक का सेवन बहुत जरुरी है। इस नमक की कीमत 40 से 90 रुपए तक होती है।

काला नमक या ब्लैक सॉल्ट

इसे गर्मियों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाया जाता है। ये पेट के कई विकारों को झट दूर करता है। इसके सेवन से कब्ज, बदहजमी, पेट दर्द में आराम मिलता है। इस नमक की कीमत 90 रुपए किलों होती है।

लो सोडियम नमक

इसमें सोडियम की मात्रा कम होती है। ब्लश प्रेशर की समस्या से ग्रस्त लोगों के लिए इससे बेहतर कुछ नहीं है। साथ ही मधुमेह और दिल के मरीजों के लिए भी ये कारगर है। मार्केट में इस नमक की कीमत 44 रुपए किलों होती है।

सी सॉल्ट

ये नमक सादे नमक की तरह ही दिखता है। पेट की समस्या होने पर इस नमक के प्रयोग की सलाह दी जाती है। इससे पेट फूलना, तनाव, सूजन, गैस और कब्ज से आराम मिलता है। इस नमक की कीमत मार्केट में 99 रुपए किलों है।

गुजरात का नमक :

देश के करीब 80 फीसदी नमक का उत्पादन गुजरात में होता है। कच्छ के जोगिनीनार और खाराघोड़ा जैसे इलाके नमक की खेती के लिए मशहूर हैं। जब कोई शुभ प्रसंग होता है तो यहाँ के लोगों द्वारा नमक भेंट करने की परंपरा है। इस परंपरा के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अपने जून 2023 में अमेरिका दौरे पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को नमक भेंट किया।

कैसे बनता है नमक

नमक असल में मिनरल ही होते हैं जो कि अम्ल और क्षार के आपस में मिलने से बनते हैं। समंदर के पानी से नमक बनता है और इसे तैयार करने की प्रक्रिया को सोलर साल्‍ट प्रोडक्‍शन नाम दिया गया है। यह नमक बनाने की सबसे पुरानी प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में कुछ छिछले तालाबों या बड़ी सी क्यारियों में समंदर के पानी को इकट्ठा कर लिया जाता है। इसके बाद सूरज की तेज रोशनी से ज्‍यादातर पानी को भाप बनाकर उड़ा दिया जाता है और तली में नमक को इकट्ठा किया जाता है। इसे मशीन की मदद से इकट्ठा कर सुखाया जाता है। पानी सुखाने की प्रक्रिया में 8 से 10 दिन का समय लगता है। जैसे-जैसे पानी उड़ता जाता है, रेत और मिट्टी के साथ ही कैल्शियम कार्बोनेट नीचे बैठते जाते हैं इसके बाद इसे दूसरे तालाब में रखा जाता है।

मशीन से इकट्ठा करने के बाद नमक को धोया जाता है। इसके बाद इसे पैकेट में भरकर भेज देते हैं। नमक बनाने के लिए दो तरह के पॉन्‍ड्स को प्रयोग किया जाता है। पहला इवैपोरेशन पॉन्‍ड जहां पर समंदर यानी झील के खारे पानी को इकट्ठा किया जाता है ताकि वो इवैपोरेट हो सके। दूसरा पॉन्‍ड यानी क्रिस्‍टीलाइजिंग पॉन्‍ड, जहां पर वाकई में नमक तैयार किया जाता है। ये पॉन्‍ड 40 से 200 एकड़ तक के इलाके में फैले होते हैं। नमक बनाने की प्रक्रिया इन पॉन्‍ड्स पर चार से पांच माह तक चलती है।

सबसे महंगा नमक

भारत में कोरियन बैम्बू नमक :

कोरियन बैम्बू नमक के नाम से फेमस इस नमक की कीमत कितनी है। भारत में 1 किलो नमक के पैकेट की कीमत 20-25 रुपये होती है मगर कोरियन बैम्बू के 240 ग्राम पैकेट की कीमत 7 हजार रुपये से ज्यादा है। इस हिसाब से 1 किलो के पैकेट की कीमत 35 हजार रुपये से ज्यादा है।

भारत में हिमालय पिंक (गुलाबी) सॉल्ट :

पिंक हिमालयन साल्ट एक प्रकार का सेंधा नमक है जो पाकिस्तान के पंजाब क्षेत्र में हिमालय की तलहटी के पास पाया जाता है। अक्सर इसे सबसे शुद्ध नमक माना जाता है क्योंकि ये स्वास्थ्य लाभ के साथ आता है। ये रासायनिक रूप से टेबल नमक के समान है जिसमें 98 प्रतिशत सोडियम क्लोराइड होता है.

इसमें पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम जैसे खनिज भी हैं। ये नमक किसी भी तरह से नुकसान नहीं पहुंचाता है। पिंक (गुलाबी) सॉल्ट के 1 किलो के पैकेट की कीमत भारत में लगभग 200 रुपए है।

भारत में PURO नमक :

इस नमक में आयोडीन के साथ 84 कुदरती मिनरल्स मौजूद है जो सेहत की दृष्टि से ज्यादा फायदेमंद होता है। इसके साथ ही इसकी कम सोडियम मात्रा, विशिष्ट खनिज संरचना और 7 से अधिक PH स्तर जो आपके शरीर में अम्लीय रिफ्लक्स को रोकता है। इस नमक की कीमत 100 ग्राम 11 रुपए और 1 किलो 220 रुपए है।

विश्व नमक अवेयरनेस वीक

यूं तो खाने में नमक स्वाद बढ़ाता है लेकिन इसका आवश्यकता से अधिक सेवन नुकसान भी पहुंचाता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ नमक कम खाने की सलाह देते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें बताया है कि नमक के अधिक सेवन से कई बीमारियों के होने का जोखिम रहता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को रोजाना पांच ग्राम नमक (लगभग एक छोटी चम्मच) की जरुरत होती है, इससे अधिक नमक हमारे शरीर के लिए जहर के सामान होता है। नमक के आत्याधिक सेवन को देखते हुए, नमक के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की रोकथाम के लिए दुनियाभर में 14 से 20 मार्च तक विश्व नमक अवेयरनेस वीक (World Salt Awareness Week) मनाया जाता है।

नमक के सेवन के फायदे

नमक का सेवन न करने से ब्लड प्रेशर लो हो सकता है। इसलिए रक्तचाप को नीचे गिरने से बचाने के लिए नमक जरूरी है। जो लोग नमक का सेवन नहीं करते, उन्हें टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम बना रहता है। शरीर को नमक की आवश्यकता होती है, इसकी कमी से कमजोरी, उल्टी, ब्रेन या हृदय में सूजन आ सकती है। सूजन के कारण सिरदर्द, कोमा या सीजर्स के अटैक की आशंका रहती है। नमक शरीर के ऑर्गन तक खून की आवश्यकता को पूरा करता है। वहीं बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है।

अधिक नमक खाने से नुकसान :

विश्व स्वास्थ्य संगठन के डाटा के अनुसार, विश्व भर में अधिकतर लोग रोजाना 10.8 ग्राम नमक खा रहे हैं जो कि शरीर की जरुरत से काफी अधिक है। अधिक नमक खाने से बाल झड़ने लगते हैं। किडनी में सूजन आ जाती है। हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और लकवा जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। नमक के अधिक सेवन से प्यास अधिक लगती है और शरीर में वाटर रिटेंशन बढ़ जाता है, जिससे शरीर में पानी जमा होने लगता है।


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