उज्जैन में दुर्लभ गैंग पर बड़ी कार्रवाई, 6 बदमाश गिरफ्तार, पांच अभी भी फरार
उज्जैन। कुख्यात बदमाश दुर्लभ कश्यप की हत्या के बाद भी उसकी गैंग के सदस्य शहर में सक्रिय हैं। इसी गैंग के सदस्यों ने दुर्लभ की हत्या के आरोपित पर दिनदहाड़े नानाखेड़ा क्षेत्र में फायरिंग की, हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ। पुलिस ने 11 बदमाशों के खिलाफ प्राणघातक हमले का केस दर्ज कर 6 को हिरासत में लिया है। गुरूवार को टीआई कमल निगवाल ने बताया कि शाहनवाज निवासी जांसापुरा अपने साले रमीज व दो अन्य दोस्त के साथ नीलगंगा थाना क्षेत्र के केस में गवाही के लिये कोर्ट पहुंचा था जहां दुर्लभ कश्यप गैंग के सदस्यों ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
शाहनवाज दोपहर 4 बजे के करीब अपने साथियों के साथ कार से नानाखेड़ा पेट्रोल पंप के सामने से जा रहा था तभी दुर्लभ गैंग के बदमाशों ने उसकी कार पर फायरिंग की। शाहनवाज अपनी कार तेज गति से चलाकर सीधे नानाखेड़ा थाने पहुंचा और रोशन शर्मा, शानू बना, अभिषेक वर्मा, बाबू टायर, पीयू बॉक्सर, अभिषेक वाल्मिक, सूर्या उर्फ यश सौदे, साजन परमार, शुभम महावर, सचिन वर्मा, नीलू संगत की शिकायत की। पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों पर धारा 307 का केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू की। पुलिस ने बताया कि मामले में पीयूष, यश, बाबू, शुभम, साजन और सचिन को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश की जा रही है।
सोशल मीडिया पर सक्रिय दोनों गैंग
जांसापुरा में रहने वाले शाहनवाज ने अपने साथियों के साथ मिलकर दुर्लभ कश्यप की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी थी। जांसापुरा और हम्मालवाड़ी के कुछ युवकों ने केसीसी गैंग बनाई जो वर्तमान में सोशल मीडिया पर सक्रिय है। वहीं दूसरी ओर दुर्लभ की हत्या के कुछ समय बाद उसकी गैंग के सदस्य फिर सक्रिय हो गये और वर्तमान में दोनों गैंग के बीच सोशल मीडिया के अलावा आमने-सामने भी गैंगवार हो चुकी है।
ट्रिगर पर शहर: पुलिस बेबस
अभी तो चुनाव की आचार संहिता खत्म हुए अभी दो दिन ही बीते थे। पुलिस अपनी चुनावी खुमारी उतार भी नहीं पाई कि गुंडों की गैंग ने सरेआम गोलियां चलाकर पुलिस को चुनौती दें दी। इसके बाद सवाल यह कि शहर फिर ट्रिगर पर है। कब कहां किस पर गोली चल जाए, इसका पुलिस को पता भी नहीं। पुलिस का खुफिया तंत्र पूरी तरह फेल है। अपराधी पकड़े तो जाते हैं, लेकिन घटना के बाद। चेकिंग व चौकसबंदी के नाम पर लोगों को परेशान करने वाली पुलिस को अपराधी चुनौती देने लगे हैं। मंगलवार शाम को गैंगवार में हुई फायरिंग इसका प्रमाण है। शहर में दुर्लभ कश्यप और शहनवाज ग्रुप के बीच गैंगवारी पुरानी है।
इसके बाद भी पुलिस को इस बात की खबर नहीं रही कि गैंगवार में तीन साल पहले मारे गए बदमाश दुर्लभ कश्यप की हत्या के आरोपी शहनवाज व उसके साथियों पर कोई नजर रख रखकर पीछा कर रहा है। शाहनवाज नीलगंगा थाना क्षेत्र के प्रकरण में साले रमीज व दोस्त के साथ कोर्ट में गवाही के लिए गया था जहां उसे दुर्लभ के साथियों ने धमकी दी कि बदला लेंगे। कहा जा रहा है कि जब कोर्ट मुंशी की सुरक्षा में वे तारीख पेशी से घर जा रहे थे तो गैंग के 10 से 15 बदमाश पीछे लग गए। पुलिस को इस बात की भनक तक नहीं लगी। नानाखेड़ा क्षेत्र में पेट्रोल पंप के समीप उनकी कार पर फायर किया। गोली चलते ही शहनवाज व उसके साथी कार दौड़ाते हुए समीप ही थाने पर गए। इससे साफ है कि गैंग की हिस्ट्रीशीट बनी हुई है फिर भी पुलिस की अपराधियों पर नजर नहीं है। अपराधी सड़क पर पिस्टल लेकर बेखौफ घूम रहे हैं। पुलिस को इसका भी पता नहीं।