शिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए उमड़े भक्त, सुरक्षा कड़ी

Update: 2022-03-01 08:55 GMT

उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए भीड़ का सैलाब उमड़ पड़ा है। महाकाल मंंदिर क्षैत्र में जिला पुलिस एवं प्रशासन द्वारा की गई सारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई है। श्रद्धालुओं को भारी परेशानी के बीच दर्शन करने के लिए मशक्कत करना पड़ रही है। रात्रि से दोपहर तक उमड़ रही भीड़ को देखते हुए एक अनुमान है कि 2 लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करेंगे। बाबा के दर्शन का सिलसिला सतत 44 घण्टे तक चलेगा।

मंगलवार तड़के सम्पन्न हुई भस्मार्ती, अब होगी कल दोपहर 12 बजे - 

बाबा महाकाल की प्रतिदिन होनेवाली भस्मार्ती मंगलवार तड़के सम्पन्न हुई। इसके बाद आम श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला जारी हो गया। बाबा के दर्शन के लिए मंदिर के पट अब लगातार 44 घण्टे तक सतत दर्शन के लिए खुले रहेंगे। बुधवार दोपहर 12 बजे बाबा महाकाल की वर्ष में एक बार होनेवाली भस्मार्ती सम्पन्न होगी। बुधवार दोपहर में होनेवाली भस्मार्ती के पश्चात पुन: दर्शन का सिलसिला प्रारंभ होगा और मंदिर में पूजा,आरती का क्रम पूर्व की तरह सामान्य हो जाएगा।

भस्मार्ती के बाद बाबा ने दिए निराकार स्वरूप में दर्शन -

प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि बाबा महाकाल के गर्भगृह के पट सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात ढाई बजे खुले। तड़के डाई बजे भस्मार्ती प्रारंभ हुई,जो प्रात:साढ़े 4 बजे तक चली। इसके बाद आम श्रद्धालुओं को दर्शन का सिलसिला प्रारंभ हो गया। मंगलवार प्रात: 7.30 से 8.15 बजे तक भगवान की दद्योदन आरती हुई। वहीं प्रात: 10.30 से 11.15 बजे तक भोग आरती हुई। इसके बाद से बाबा बुधवार दोपहर होनेवाली भस्मार्ती तक निराहार रहेंगे। इस दौरान बाबा महाकाल भक्तों को निराकार स्वरूप में दर्शन देते हैं। सतत जलधारा चढ़ती है।

तहसील पूजा सम्पन्न,शाम को होगी सिंधिया स्टेट की पूजा - 

बाबा महाकाल की महाशिवरात्रि पर्व पर दोपहर 12 बजे शासकीय पूजा प्रारंभ हुई। इसे तहसील पूजा भी कहते हैं। प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताय परंपरानुसार मंगलवार शाम 4 बजे बजे बाबा महाकाल की सिंधिया स्टेट क ओर से होनेवाली परंपरागत पूजा होगी। वहीं सांध्य आरती शाम 5.30 बजे होगी।

महापूजन की प्रक्रिया शुरू होगी रात्रि में - 

बाबा महाकाल की महाशिवरात्रि पर्व पर होनेवाली महापूजा का सिलसिला रात्रि 9 बजे से प्रारंभ होगा। कोटेश्वर भगवान का पूजन रात्रि 10 बजे तक चलेगा। इसके बाद रात्रि 10.30 बजे से बाबा महाकाल का जलाभिषेक बंद हो जाएगा। भगवान का महापूजन प्रारंभ होगा। महापूजन में बाबा को पंचामृत,7 प्रकार के फलों के रस,केशर,भांग आदि से अभिषेक किया जाएगा। महापूजन रातभर चलेगा वहीं श्रद्धालुओं के दर्शन का सिलसिला भी चलता रहेगा।

कल तड़के बंधेगा पूष्प मुकूट - 

बाबा महाकाल को बुधवार तड़के महापूजन पश्चात दुल्हा स्वरूप में श्रृंगारित किया जाएगा। बुधवार प्रात: 6 बजे बाबा को सवा क्विंटल फूलों से तैयार पूष्प मुकूट पहनाया जाएगा। इसके बाद वर्ष में एक बार होनेवाली भस्मार्ती दोपहर 12 बजे से सम्पन्न होगी जोकि 2 बजे तक चलेगी। इस दौरान आम श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में निषेध रहेगा। भस्मर्ती के बाद बाबा की भोग आरती होगी। वहीं ब्राम्हण भोज सम्पन्न होगा।


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