साल के अंतिम दिन महाकाल मंदिर में उमड़े भक्त, 30 मिनिट में हो रहे बाबा के दर्शन

मानसरोवर हॉल में शनिवार प्रात: भस्मार्ती के बाद से ही श्रद्धालुओं की कतार लगातार चल रही है।

Update: 2022-12-31 09:41 GMT

उज्जैन। अंग्रेजी नव वर्ष की पूर्व संध्या पर बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं का सिलसिला शहर में बढता जा रहा है। शहर में करीब 2 लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। आने वालों का सतत तांता लगा हुआ है। इधर मंदिर प्रबंध समिति द्वारा की गई व्यवस्था अनुसार मात्र 30 मिनिट में बाबा के दर्शन हो रहे हैं। गर्भगृह में 5 जनवरी तक प्रवेश पर प्रतिबंध है।

मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि इस समय महाकाल मंदिर में पूर्व अनुमान अनुसार की गई व्यवस्था के चलते दर्शनार्थियों को 30 मिनिट में बाबा के दर्शन हो रहे हैं। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार मानसरोवर तक लोग तीन रास्तों से पहुंच रहे हैं। श्री सोनी ने बताया कि महाकाल लोक से बेरिकेड्स के रास्ते मानसरोवर हॉल तक पहुंचने वाले लोग यदि मंदिर में दर्शन करना नहीं चाहते तो वे सीधे महाकाल लोक की ओर भी जा सकते हैं। इसके अलावा बड़ा गणेश और भारत माता मंदिर की तरफ से, शंख द्वार के रास्ते भी मानसरोवर हॉल तक पहुंचा जा सकता है।

महाकाल लोक में ई-रिक्शा बंद 

श्रद्धालु महाकाल लोक पार्किंग में वाहन खड़े करने के बाद त्रिवेणी संग्रहालय के सामने से सीधे मुख्य प्रवेश द्वार, मानसरोवर तक दो कतार में बेरिकेड्स से होकर जा सकते हैं। सामान्य दर्शनार्थी यहीं से महाकालेश्वर के दर्शनों के लिये बेरिकेड्स के रास्ते मानसरोवर हॉल तक पहुंच सकते हैं। भीड़ प्रबंधन के मद्देनजर महाकाल लोक में चलने वाले ई-रिक्शा बंद कर दिये गये हैं।

लगातार चल रही लाईन 

मानसरोवर हॉल में शनिवार प्रात: भस्मार्ती के बाद से ही श्रद्धालुओं की कतार लगातार चल रही है। दर्शन की गति धीमी होने पर लोगों को मानसरोवर के झिकझेक से निकाला जा रहा है। इधर शनिवार-रविवार की दरमियानी रात होने वाली भगवान महाकालेश्वर की सामान्य भस्मार्ती बुकिंग पूरी तरह भर चुकी है। भस्मार्ती बुकिंग की कतार में लगे लोगों को मंदिर समिति के कर्मचारी लाउड स्पीकर्स के माध्यम से अवगत करवा रहे हैं। ज्ञात रहे चलित भस्मार्ती दर्शन व्यवस्था पूर्व की तरह चालू रहेगी।

धनुष द्वार भी खोला 

महाकाल लोक से बाहर जाने के लिये ऑडिटोरियम के पास स्थित धनुष द्वार को भी भारी भीड़ के चलते खोल दिया गया है। महाकाल लोक के प्रवेश द्वार से ही मंदिर में जाने के लिये बेरिकेडिंग होने के कारण धनुष द्वार का उपयोग निर्गम के लिये किया जाता है।

हर जगह तीन काउंटर 

मानसरोवर हॉल के पास ही तीन स्थानों पर जूता-चप्पल स्टेण्ड बनाया गया है। इसके अलावा भारत माता मंदिर के रास्ते प्रशासक कार्यालय के सामने जूता स्टेण्ड बनाया गया है। वीआईपी, प्रोटोकॉल प्रवेश द्वार पर भी उक्त सुविधा रखी गई है। यह व्यवस्था रविवार को भी जारी रहेगी।

शहर के अन्य मंदिरों में भी भारी भीड़ 

अंग्रेजी वर्ष के अंतिम दिन और नए वर्ष की शुरूआत में अवकाश है, इसी के चलते देश भर के हजारों श्रद्धालु उज्जैन दर्शन के लिये आ रहे हैं। स्थिति यह है कि महाकाल मंदिर के आसपास सहित शहर की अधिकांश होटल भरी हैं वहीं मंगलनाथ, कालभैरव, हरसिद्धी, सांदीपनि आश्रम सहित अन्य प्रमुख मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।

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