भस्मारती से हुई नए साल की शुरुआत, महाकाल के दरबार में उमड़ा भक्तों का सैलाब
अब तक 1.50 लाख श्रद्धालुओं ने किए दर्शन
उज्जैन। अंग्रेजी नववर्ष-2023 का आगाज रविवार को हो गया। उज्जैन में ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर के दरबार में ब्रह्म मुहूर्त में साल की पहली भव्य भस्मा आरती हुई। तड़के भगवान श्री महाकाल की भस्मारती में सैकड़ों लोगों ने अवंतिकानाथ के दर्शन किए। महाकाल का राजसी स्वरूप में श्रृंगार किया गया। भक्तों ने दर्शन कर महाकाल का जयकारा लगाया और धन्य हुए। नए साल की शुरुआत रविवार अवकाश से हुई है, इसलिए अधिक लोग यहां पहुुंचे हैं। श्री महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा भी विशेष इंतजाम किए गए है। श्रद्धालुओं को महाकाल लोक से प्रवेश दिया जा रहा है।
दर्शन कतार त्रिवेणी संग्रहालय से
मंदिर समिति द्वारा सामान्य दर्शनार्थियों का प्रवेश त्रिवेणी संग्रहालय के सामने से महाकाल लोक होते हुए मानसरोवर की ओर से किया गया है। कतार में लगे लोगों को लगातार चलने के 2 घंटे बाद भगवान के दर्शन हो रहे हैं।
सिर्फ एक ही जगह से बेरिकेड्स में प्रवेश
31 दिसंबर,22 तक मंदिर समिति द्वारा बेगमबाग, भारत माता मंदिर के सामने और बड़ा गणेश मंदिर के सामने के अलावा त्रिवेणी संग्रहालय से महाकाल लोक होते हुए मानसरोवर हॉल तक प्रवेश दिया जा रहा था, वहीं दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए सभी रास्ते बंद कर दिये गये हैं और सामान्य दर्शनार्थियों को सिर्फ त्रिवेणी संग्रहालय से प्रवेश दिया जा रहा है। डबल बेरिकेडिंग में दो-दो की कतार से लाइन लगातार चल रही है।
डेढ़ किलोमीटर का अलग से चक्कर…
कई लोगों को मंदिर की दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन की जानकारी नहीं होने पर वह लोग बड़ा गणेश, बेगमबाग और भारत माता मंदिर के रास्ते मानसरोवर हॉल की तरफ पहुंच रहे हैं। यहां पर फूल प्रसाद वाले लोगों के जूते चप्पल अपने यहां रखवाकर प्रसाद फूल भी उन्हें दे रहे हैं लेकिन इन लोगों को दर्शन की लाइन में लगने के लिये बेगमबाग के रास्ते हरिफाटक ब्रिज होते हुए त्रिवेणी संग्रहालय तक बिना जूते चप्पल के पैदल डेढ़ किलोमीटर तक चलना पड़ रहा है।
मंदिर के आपात गेट से निर्गम द्वार के रास्ते महाकाल लोक से बाहर
मानसरोवर हॉल में इंट्री के बाद झिकझेक में होते हुए लोगों को टनल के रास्ते पुराने निर्गम गेट से होते हुए मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है वहीं निर्गम के लिये आपात गेट खोलकर सीधे निर्गम द्वार तक ले जाकर लोगों को महाकाल लोक के रास्ते धनुष द्वार से बाहर किया जा रहा है। खास बात यह कि मंदिर परिसर में किसी को भी इंट्री नहीं दी गई है।
सुबह 6 बजे से शुरू हुए सामान्य दर्शन
मानसरोवर हॉल में लगे कर्मचारियों ने बताया कि सुबह 6 बजे से सामान्य दर्शनार्थियों की लाइन शुरू हुई जो लगातार चल रही है। दोपहर 12 बजे तक 2 लाख से अधिक लोग दर्शन कर चुके थे।
भीड़ प्रबंधन में पुलिस की मशक्कत
महाकाल थाने के सामने से बड़ा गणेश घाटी वाले मार्ग पर गेट नंबर 4 और 5 स्थित हैं। गेट नं. 4 से सशुल्क व वीआईपी, प्रोटोकॉल वाले दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है और इन लोगों का निर्गम गेट भी यहीं से रखा गया है। सामान्य दर्शनार्थी जानकारी नहीं होने के कारण इस मार्ग पर पहुंचने से पुलिस को यातायात चौकी के सामने बेरिकेडिंग कर लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित करना पड़ा बावजूद इसके पुलिस और लोगों के बीच कहासुनी की स्थिति बन रही थी।