महाशिवरात्रि पर भगवान महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू
उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में इस साल आगामी 11 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। इस दौरान 25 हजार श्रद्धालु ही भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे। महाशिवरात्रि पर प्री-बुकिंग कराने वाले दर्शनार्थियों को महाकाल मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार से ऑनलाइन, एप अथवा टोल-फ्री नम्बर पर प्री बुकिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है।
उज्जैन कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने महाशिवरात्रि पर भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन इस अवसर पर कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए दर्शनार्थियों की संख्या को 25 हजार तक सीमित करने का निर्णय लिया गया है। दर्शनार्थी ऑनलाइन बुकिंग करवा कर ही दर्शन कर सकेंगे। ऑनलाइन बुकिंग महाकालेश्वर मंदिर की वेबसाइट www.mahakaleshwar.nic.inमोबाइल एप shree mahakaleshwar jyotirling ujjainएवं टोल फ्री नंबर 18002331008 पर करवाई जा सकती है। ऑनलाइन बुकिंग शुक्रवार , 05 मार्च से खुल गई है।
मोबाईल पर पंजीयन कराना होगा -
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन बुकिंग के द्वारा निर्धारित समय पर पंजीयन के उपरांत ही दर्शनार्थियों को महाकाल मंदिर परिसर में आना होगा। जहां पर मोबाइल नंबर व पंजीयन का सत्यापन कर दर्शनार्थियों को मंदिर में दर्शन के लिए प्रवेश दिया जाएगा। दर्शनार्थियों का किसी भी स्थिति में पूर्व पंजीयन अथवा प्री-बुकिंग के बिना प्रवेश संभव नहीं हो सकेगा। कलेक्टर ने र्शनार्थियों से आह्वान किया है कि वे प्री-बुकिंग करवा कर ही मंदिर परिसर में दर्शन के लिए आएं।
महाशिवरात्रि पर्व पर आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को सौंपे दायित्व
महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व के मद्देनजर 10 से 12 मार्च तक कलेक्टर आशीष सिंह ने आवश्यक व्यवस्थाओं की उपलब्धता एवं पर्व से सम्बन्धित कार्यवाही सुचारू एवं सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के उद्देश्य से अधिकारियों को दायित्व सौंपे हैं। एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी को कानून व्यवस्था बनाये रखने एवं मन्दिर की आन्तरिक व्यवस्था सुनिश्चित करने का कार्य सौंपा गया है। जिला आपूर्ति अधिकारी एमएल मारू एवं मन्दिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक मूलचन्द जूनवाल को लोक निर्माण विभाग व पुलिस से समन्वय, प्रसाद व्यवस्था, दर्शन सुविधा आदि का दायित्व सौंपा गया है।