अयोध्या: इस बार बेहद खास होगी रामलला की पहली दीपावली, पुष्पक विमान से होगा राम-सीता का आगमन, 28 लाख दीयों से जगमग होगी रामनगरी…

कढ़ाई से बने वैष्णव चिह्न से युक्त वस्त्र धारण करेंगे रामलला, 30 दिन में 15 साधकों ने तैयार की धनतेरस की पोशाक।

Update: 2024-10-29 12:19 GMT

अयोध्या। देश भर में दिवाली की तैयारियां जोरों पर है। राम नगरी अयोध्या में भी दिवाली के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं। यहां पर 30 अक्टूबर को दीपोत्सव मनाया जाएगा। इस खास कार्यक्रम के लिए 1500 वालंटियर को काम करेंगे। एलएनटी और टाटा के कर्मचारियों के साथ-साथ सोनपुर ग्रुप के लोग वालंटियर के तौर पर जन्मभूमि परिसर में दीपोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं 30 अक्टूबर को झांकियों के आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत मुख्य अतिथि भी राम कथा पार्क में मौजूद रहेंगे। रामलला की पहली दीपावली बहुत ही खास तरीके से मनाई जाएगी। 30 अक्टूबर को राम मंदिर परिसर 1 लाख टिमटिमाते दीयों से जगमगाएगा।

यहां गाय के गोबर से बने हुए दीयों को प्रज्वलित करने की तैयारी की गई है। राम लला के लिए दिवाली के अवसर पर विशेष परिधान तैयार किया गया। इस दिन यहां पर रामलला को विशेष भोग अर्पित किया जाएगा। इसके अलावा सरयू के 55 घाटों पर 30 हजार स्वयंसेवकों की तरफ से 28 लाख और 500 सौ दिये भी बिछाए गए हैं।

झांकियों का किया गया आयोजन : 30 अक्टूबर को यहां पर सुंदर-सुंदर झांकियां भी देखी जा सकेंगी। 9 बजे साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक कुल 18 झांकियां निकलेंगी। 11 सूचना विभाग और 7 पर्यटन विभाग की तरफ से तैयार की गई झांकियां निकाली जाएंगी। इन झांकियों को रामायण के अलग-अलग प्रसंगों पर तैयार किया गया है। यहां पर अलग-अलग राज्यों के 200 से अधिक कलाकार झांकियों में अपना अभिनय प्रस्तुत करेंगे। 2 बजे तक ये कार्यक्रम पूरा हो जाएगा। इस कार्यक्रम में 3 बजे सीएम योगी आदित्यनाथ समेत मुख्य अतिथियों का राम कथा पार्क में आगमन होगा।

पुष्पक विमान से आएंगे भगवान राम और माता सीता : राम कथा पार्क में पुष्पक विमान से भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी, हनुमान जी महाराज के साथ आएंगे। हेलीपैड पर सीएम योगी और राज्यपाल समेत केंद्रीय मंत्री करेंगे भगवान राम का राम नगरी में स्वागत स्वागत करेंगे। राम कथा पार्क में भगवान राम के रथ को खींचेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री मौजूद होंगे। यहां पर भगवान राम का राज्याभिषेक किया जाएगा। यहां पर राज तिलक अयोध्या विकास की जानकारी और योजनाओं का उद्घाटन शिलान्यास किया जाएगा, साथ ही यहां पर मुख्य अतिथि और सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से संबोधित किया जाएगा। मुख्यमंत्री शाम 6:15 पर राम कथा पार्क से सरजू घाट जायेंगे। वहां जाकर मां सरयू का दूध से अभिषेक करेंगे।

उसके बाद मां सरयू की महा आरती आरती में शामिल होंगे। यहां तकरीबन 11 सौ लोगों के आने की संभावना है। राम की पैड़ी सहित सरयू के 55 घाटों पर 30 हजार स्वयंसेवकों की तरफ से 28 लाख और 500 सौ दिए बिछाए गए हैं। इन 25 लाख दीयों को प्रज्वलित करके विश्व रिकॉर्ड दर्ज करने की तैयारी। राम की पैड़ी पर लेजर एंड साउंड शो का भी अद्भुत प्रदर्शन किया जाए. अयोध्या राम की पैड़ी पर कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।

कढ़ाई से बने वैष्णव चिह्न से युक्त वस्त्र धारण करेंगे रामलला, 30 दिन में 15 साधकों ने तैयार की धनतेरस की पोशाक

अयोध्या में बालक राम यानी प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली दीवाली है। 500 साल बाद आए इस पल का उल्लास 3 दिन से अयोध्या में दिख रहा है। लेकिन श्रद्धालु यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि रामलला पहली दिवाली पर क्या पहनेंगे? इसका जबाब डिजाइनर मनीष त्रिपाठी ने दिया। मनीष वही हैं, जिनकी डिजाइन की गई पोशाक रामलला प्राण प्रतिष्ठा के बाद से पहन रहे हैं। उन्होंने बताया कि धनतेरस की पोशाक दिल्ली से सोमवार सुबह फ्लाइट से अयोध्या पहुंच चुकी है। इसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को सौंप दिया है।

मनीष ने बताया धनतेरस की पोशाक गुजराती बंधेज पैटर्न पर बनी है। कपड़ा गेहुंआ लाल है। चांदी के तारों की सिलाई और एम्ब्रॉयडरी की गई है। इसमें 8 रोल चांदी तार लगा है। इसे 30 दिन में 15 श्रम साधकों ने तैयार किया है। दिवाली की पोशाक कैसी होगी? इस पर मनीष ने बताया कि प्रभु की दीपावली पोशाक में 11 से 12 मीटर कपड़ा लगता है और इस विशेष पोशाक के लिए हमने साउथ सिल्क को चुना है। दिवाली है, इसलिए भगवान पीतांबर वस्त्र में होंगे। इसमें सोने-चांदी के तारों से सिलाई की गई है। पोशाक में कढ़ाई से वैष्णव चिह्न बने होंगे। हम राजा की सेवा कर रहे हैं, इसलिए उनकी सेवा और पहनावा उसी स्तर का होना चाहिए। हर दिन रामलला की पोशाक दिल्ली से आती है मनीष तिवारी ने बताया- 22 जनवरी के बाद से हम कोशिश करते हैं कि हर बड़े आयोजन पर भगवान की पोशाक भारतीय पारंपरिक टेक्सटाइल से तैयार हो। इसके लिए दक्षिण भारत, नॉर्थ ईस्ट, पश्चिम और उत्तर भारत की विभिन्न टेक्सटाइल्स में से सबसे बेहतरीन को चुनते हैं। इस बार गुजरात और दक्षिण भारत के श्रम साधकों ने हमें कपड़ा उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा रामलला की पोशाक के निर्माण करने में मर्यादाओं को ध्यान रखा जाता है। इसलिए पोशाक की फोटो नहीं खींचते हैं। प्रतिदिन रामलला की पोशाक दिल्ली से भेजी जाती है। सबसे पहले पोशाक को श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट को सौंपा जाता है, जिसके बाद रामलला को यह पोशाक पहनाई जाती है।

दीपोत्सव को लेकर अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

एसटीएफ, एटीएस एवं सीआरपीएफ के 200 से अधिक कमांडो तैनात

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद की जा रही है। इसे लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने जिले में डेरा डाल दिया है। तकनीकी तौर पर भी निगरानी बढ़ाई गई है। अयोध्या धाम में विभिन्न प्वाइंटों पर सादी वर्दी में भी खुफिया एजेंसियों के लोग निगरानी करके किसी भी अनहोनी से निपटने को तैयार हैं। श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद हो रहे पहले दीपोत्सव को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पहले से अलर्ट पर हैं। मंदिर परिसर व आसपास के इलाकों में एसटीएफ, एटीएस व सीआरपीएफ के 200 से अधिक कमांडो मोर्चा संभालेंगे। इसके अलावा बम डिटेक्टर, डॉग स्क्वायड, फेस रिकग्निशन आदि तकनीकों के सहारे भी सुरक्षा एजेंसियां विभिन्न इलाकों में इनपुट तलाश रही हैं। अयोध्या धाम के विभिन्न होटल, धर्मशाला, लॉज आदि में ठहरे यात्रियों का सत्यापन भी किया गया है।

ड्रोन कैमरों से भी अयोध्या धाम के विभिन्न संवेदनशील इलाकों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। जिले की पुलिस के अलावा बाहरी जिलों से भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। कंट्रोल रूम से भी पल-पल की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। जगह-जगह लगे खुफिया कैमरे भी राहगीरों की प्रत्येक गतिविधि पर नजर गड़ाए हैं। कुल मिलाकर किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के अलर्ट होने का दावा किया जा रहा है। कार्यक्रम की अवधि में सुरक्षा के और पुख्ता इंतजाम किया जाएगा। झांकी गुजरने वाले मार्ग की छतों पर भी सशस्त्र जवान तैनात किए जाएंगे। इसके लिए सुरक्षा बलों का पूर्वाभ्यास भी हुआ है। साथ ही कई चरणों में उन्हें ब्रीफ भी किया गया है। वहीं, दीपोत्सव के दौरान अयोध्या धाम पहुंचे श्रद्धालुओं से अच्छा व्यवहार करने के लिए खासतौर से पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। एसएसपी राजकरन नय्यर ने बताया कि दीपोत्सव को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। किसी तरह से शांति व्यवस्था में खलल डालने की कोशिश करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। 

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