अयोध्या में पुजारी की धारदार हथियार से निर्मम हत्या: मिल्कीपुर में हुई वारदात से पुलिस और प्रशासन अलर्ट…
मंदिर परिसर में खून से लथपथ मिला शव, परिजनों ने दो लोगों पर जताया हत्या का शक;

अयोध्या। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के इनायतनगर थाना क्षेत्र में एक मंदिर के पुजारी की निर्मम हत्या करने का मामला सामने आया है। जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। एसपी ग्रामीण सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर घटना की जांच कर रहे हैं। फॉरेंसिक टीम के माध्यम से घटना के तथ्यों को इकठ्ठा करने का प्रयास भी किया जा रहा है। पुजारी की हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है।
जानकारी के मुताबिक इनायत नगर क्षेत्र स्थित शाहगंज बरुण मार्ग पर धोबिया आर गांव के बाहर बाबा चेतन दास मंदिर और घर बनाकर रह रहे थे, वहीं पर साधना भी करते थे। जब गांव के लोग सोमवार की सुबह मंदिर में पूजा करने के लिए पहुंचे तो पुजारी का शव मंदिर में खून से लथपथ पड़ा था।
इसकी सूचना ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को दी। हत्या की सूचना मिलने के बाद इनायतनगर थाना अध्यक्ष देवेंद्र पांडेय सहित बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक पुजारी बाबा चेतन दास गांव के चार बेटे है, जिसमें दिनेश, राजेंद्र, सुनील और उमेश है। 30 वर्षों से बाबा चेतन दास गांव के बाहर मंदिर बनकर रह रहे थे, वहां पर साधना भी करते थे।
एसपी देहात बलवंत चौधरी ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने धारदार हथियार से हत्या कर दी है। इस संबंध में परिवार के लोगों ने दो लोगों पर आशंका व्यक्त की है, उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शीघ्र ही घटना का खुलासा किया जायेगा। बता दें कि बाबा बेचन दास के पांच बेटे हैं, दिनेश, राजेंद्र, सुनील, उमेश और जय। परिवार ने पुलिस को तहरीर दी है, पर किसी पर सीधा शक नहीं व्यक्त किया गया है। जांच के लिए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और घटनास्थल से साक्ष्य जुटाने के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया।
तीन दशक से मंदिर में रहकर तांत्रिक क्रियाएं करते थे बाबा : अयोध्या की शांत फिजा में उस समय सनसनी फैल गई जब इनायत नगर क्षेत्र के एक मंदिर में पूजा-पाठ करने वाले बुजुर्ग पुजारी की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। यह घटना न केवल दिल दहलाने वाली थी, बल्कि अपने पीछे कई अनसुलझे सवाल भी छोड़ गई। डोभियारा गांव के बाहर शाहगंज-बारुन मार्ग से सटे मंदिर में यह खौफनाक वारदात हुई। मंदिर के पुजारी राज बहादुर यादव उर्फ बाबा बेचन दास (60) की लाश उनके कमरे में खून से लथपथ हालत में मिली। बाबा तीन दशक से इस मंदिर में रहकर पूजा-पाठ और तांत्रिक क्रियाएं करते थे।
सुबह जब शांति टूट गई : कुछ महिलाएं सोमवार सुबह खेतों में गेहूं काटने जा रही थीं। वे मंदिर के पास से निकलीं तो एक कमरे का दरवाजा खुला था और अंदर का दृश्य उनके रोंगटे खड़े कर देने वाला था। बाबा बेचन दास फर्श पर मृत पड़े थे, शरीर खून से सना हुआ था। चीख-पुकार होते ही मंदिर में झाड़ू लगा रहे बाबा के बेटे ने दौड़कर कमरे की ओर देखा और पिता की यह हालत देख फफक पड़ा। शोर सुनते ही गांव के लोग और फिर पुलिस मौके पर पहुंची।
हत्या किसी तांत्रिक प्रतिस्पर्धा या पुराने झगड़े का परिणाम : मृतक पुजारी के गले और चेहरे पर धारदार हथियार से कई वार किए गए थे, जिससे यह साफ हो गया कि हत्या अत्यंत नृशंसता से की गई है। कोई लूटपाट नहीं हुई थी। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर बाबा की जान क्यों ली गई? स्थानीय लोगों का कहना है कि बाबा तंत्र-मंत्र में भी माहिर थे और दूर-दूर से लोग उनसे मिलते थे। क्या यह हत्या किसी तांत्रिक प्रतिस्पर्धा या पुराने झगड़े का परिणाम थी? या फिर किसी अज्ञात दुश्मनी की भेंट चढ़े बाबा?
वजह सामने आने में लग सकता है वक्त : एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी, सीओ यश त्रिपाठी और थाना प्रभारी देवेंद्र पांडेय ने घटनास्थल का मुआयना किया। मामले की जांच हर एंगल से की जा रही है। पुलिस भले ही हर एंगल से जांच कर रही है, पर इस हत्या का सच सामने आने में वक्त लग सकता है। तब तक यह सवाल कायम रहेगा मंदिर के भीतर आखिर कौन बना बाबा की जान का दुश्मन।