मंत्रिमंडल विस्तार से पहले 'केशव' बन सकते हैं प्रदेशाध्यक्ष!
इन बैठकों से पहले ही उत्तर प्रदेश में कोरोना के हालात को लेकर केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के मंत्री और दूसरे नेता चिट्ठी लिख चुके हैं। अब कयास यहां तक लग रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी पूर्व आईएएस और मौजूदा एमएलसी अरविंद शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। इस चर्चा की वजह भी है।
लखनऊ (अतुल कुमार सिंह): भाजपा और संघ अधिकारियों के बीच दिल्ली में हुई उच्च स्तरीय बैठक के बाद अब उत्तर प्रदेश में बड़े बदलाव के कयास को बल मिलता दिख रहा है। संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले जी मंगलवार को लखनऊ में थे। अवध प्रांत के विश्व संवाद केंद्र में उन्होंने स्थानीय संघ अधिकारियों से भी बैठक की। ऐसा इसलिए भी, क्योंकि इन बैठकों से पहले ही उत्तर प्रदेश में कोरोना के हालात को लेकर केंद्रीय मंत्री, प्रदेश सरकार के मंत्री और दूसरे नेता चिट्ठी लिख चुके हैं। अब कयास यहां तक लग रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी पूर्व आईएएस और मौजूदा एमएलसी अरविंद शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। इस चर्चा की वजह भी है।
पूर्वांचल और बनारस में एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा के कोविड मैनेजमेंट की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद तारीफ की थी। सूत्रों के मुताबिक, बनारस और पूर्वांचल में मैनेजमेंट में अरविंद शर्मा के सफल होने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुश हैं। अब भाजपा और संघ की बैठक के बाद जल्द ही उत्तर प्रदेश सरकार में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस बात की भी पूरी संभावना जताई जा रही है कि मंत्रिमंडल विस्तार में संगठन की पृष्ठभूमि से विधायक बनने वाले नए चेहरों को मौका दिया जाना लगभग तय माना जा रहा है। इससे संगठन कार्यकर्ताओं द्वारा खुद की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी कमतर पड़ जाएगा। उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगातार कयास लगाए जाते रहे हैं। आए-गए यह बात भी उठती रही है कि संगठन और विचारधारा के विधायकों की अपेक्षा आयातित विधायकों को मौका दिया गया। इससे संगठन के जरिए सदन पहुंचे कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जाती रही है।
दो उपमुख्यमंत्री ही रहेंगे या तीन, मंथन जारी
संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले मंगलवार को लखनऊ में थे। इससे पहले भी संघ का शीर्ष नेतृत्व, भाजपा केंद्रीय नेतृत्व और उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री की मौजूदगी में दिल्ली में एक अहम बैठक की गई। सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर विचार-विमर्श किया गया। संघ और भाजपा की इस बैठक को अहम माना जा रहा हैं। बैठक के बाद से ही कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। माना जा रहा है जल्द ही उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। अब सरकार में दो उप मुख्यमंत्री रहेंगे या तीन, इस पर मंथन चल रहा हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री सुनील बंसल बीते दो दिन से दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मई या जून के प्रथम सप्ताह में कभी भी मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। इस विस्तार में दस नए चेहरे शामिल किए जाएंगे और करीब साथ हटाए जाएंगे।
नए चेहरों के सहारे छवि बदलने की कोशिश
पूर्वांचल को कोरोना आपदा से बचाने की जिम्मेदारी संभाल रहे पूर्व आईएएस एवं एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा ने 20 जिलों के साथ बनारस में जो प्रबंधन किया है। उसके बाद उनकी भूमिका की सराहना प्रधानमंत्री ने भी की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ रविवार को लखनऊ में हुई बैठक में अरविंद कुमार शर्मा भी मौजूद रहे। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार में प्रबंधन को लेकर कई तरह के अलग-अलग सवाल उठते चले आ रहे हैं। ऐसे में अरविंद कुमार शर्मा का उत्तर प्रदेश सरकार में सक्रिय होना और सरकार के अगले मंत्रिमंडल में जगह पाने की पूरी संभावना बताई जा रही है। इस वक्त उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के तीन मंत्रियों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। ऐसे में मंत्रिमंडल का पुनर्गठन आने वाले चुनाव के लिए समीकरण साधने में मदद करेगा। योगी सरकार इस वर्ष चुनावी मोड में आ चुकी है।
सात मंत्रियों की पीएमओ तक पहुंची शिकायत
उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ऐसे मंत्रियों की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची है, जिनके विभागों में लगातार भ्रष्टाचार और अन्य गड़बड़ियों की जानकारी सामने आई हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों को आगामी मंत्रिमंडल विस्तार में हटाया जा सकता है। जिसमें पिछली बार हुए मंत्रिमंडल विस्तार में जगह पाने वाले दो मंत्रियों के भी नाम शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।