सिलक्यारा टनल से सकुशल वापस लौटे मजदूरों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात, बताया-सुरंग में कैसे बीते 17 दिन

Update: 2023-12-01 11:38 GMT

मुख्यमंत्री ने मजदूरों से की मुलाकात 

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल में फंसे उत्तर प्रदेश के श्रमिकों की सकुशल वापसी के बाद उनसे और उनके परिजनों से मुलाकात की। 

मुख्यमंत्री ने उनका हालचाल लेते हुए उस मुश्किल घड़ी में श्रमिकों ने किस तरह इसका सामना किया इसके विषय में उनके अनुभवों को भी सुना। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रसन्नता हो रही है कि टनल हादसे में फंसे उत्तर प्रदेश के सभी श्रमिक सकुशल वापस लौटे हैं। अब सभी अपने घरों को जा रहे हैं। प्रदेश सरकार हर मुश्किल समय में अपने लोगों के लिए खड़ी है और खड़ी रहेगी। उन्होंने सभी श्रमिकों को राज्य सरकार की ओर से शॉल उढ़ाकर सम्मानित करते हुए उन्हें मिठाई और उपहार भी प्रदान किए। उन सभी श्रमिकों के साहस और धैर्य की सराहना भी की।



 


उल्लेखनीय है कि उत्तरकाशी में टनल दुर्घटना में उत्तर प्रदेश के कुल आठ श्रमिक फंसे थे। टनल में पूरे 16 दिन बिताने के बाद 17वें दिन उनको बाहर निकाला जा सका। इनमें श्रावस्ती से अंकित, राम मिलन, सत्यदेव, संतोष, जयप्रकाश और राम सुंदर है। लखीमपुर खीरी से मंजीत और मीरजापुर से अखिलेश कुमार शामिल थे। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर इन श्रमिकों की पल-पल जानकारी के लिए प्रदेश सरकार की ओर से एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया था। साथ ही सभी परिजनों को उनकी स्थिति के विषय में हर दिन अपडेट किया जा रहा था। सीएम योगी स्वयं इसकी मॉनीटरिंग भी कर रहे थे।

श्रमिकों ने मुख्यमंत्री योगी को दी टनल में बिताए मुश्किल समय की जानकारी 

मुलाकात के दौरान एक श्रमिक ने बताया कि जब हादसा हुआ तो हमें लगा कि ऑक्सीजन पाइप में कुछ डैमेज हुआ है। हम जब आगे गए तो देखा सामने से मलबा आ रहा है। फिर हमारा हिम्मत टूट गया। जिस जगह हम फंसे थे, उस जगह टनल की लंबाई ढाई किमी तक थी और चौड़ाई 14 मीटर थी। टनल में इतनी ऑक्सीजन थी कि हम दो-तीन दिन तक वहां रह सकते थे, बाकी कंपनी और सरकार ने बहुत मदद की।

मुख्यमंत्री को धन्यवाद - 

अगर बाहर से खाने-पीने की सामग्री और ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो जाती तो हमारा जीवन भी बंद हो जाता। कंपनी और उत्तराखण्ड सरकार ने ऐसी व्यवस्था की थी कि अंदर एक मिनट भी लाइट नहीं गई। सरकार के एक अधिकारी ने अंदर उनसे बात की तो पता चला कि सिर्फ भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार ही नहीं, बल्कि हमारे प्रदेश की सरकार भी हमें बचाने के लिए मुस्तैद है तो हम सब यूपी वालों को बहुत तसल्ली मिली। बातचीत के दौरान श्रमिकों ने भी प्रदेश सरकार की ओर से किए गए प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री योगी का धन्यवाद दिया।


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