संभल हिंसा की न्यायिक जांच तेज, एसपी ने दर्ज कराया बयान: मीडियाकर्मियों और सांसद जियाउर्रहमान बर्क से भी होगी पूछताछ…
12 एफआईआर दर्ज हुईं, 6 मामलों में चार्जशीट दाखिल, 6 में जांच जारी;

लखनऊ। संभल में हुई हिंसा को लेकर गठित तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग ने अपनी जांच तेज कर दी है। आयोग के सदस्य और उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एके जैन ने बताया कि शुक्रवार को संभल के पुलिस अधीक्षक (एसपी) कृष्ण कुमार बिश्नोई को बयान दर्ज कराने के लिए तलब किया गया था।
पूर्व डीजीपी एके जैन ने कहा कि, एसपी संभल से हिंसा से जुड़ी पूरी जानकारी, विवेचना की प्रगति और अब तक की गई कार्रवाई के बिंदुओं पर विस्तार से पूछताछ की गई है। एसपी ने आयोग के समक्ष अपनी रिपोर्ट और साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं।
एसपी संभल कृष्ण कुमार बिश्नोई ने आयोग को बताया कि संभल हिंसा मामले में कुल 12 एफआईआर दर्ज की गई थीं, जिनमें से 6 मामलों में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है जबकि 6 में जांच अभी भी जारी है। उन्होंने आगे कहा कि बैलिस्टिक रिपोर्ट भी आयोग के समक्ष प्रस्तुत की गई है, जिसमें पाकिस्तान में बनी कारतूस के साक्ष्य भी शामिल हैं।
आयोग ने आगे की कार्रवाई की जानकारी साझा करते हुए बताया कि 15 अप्रैल को मीडियाकर्मियों के बयान दर्ज होंगे। 16 अप्रैल को संभल सांसद जियाउर्रहमान बर्क के बयान दर्ज होंगे। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि सभी पक्षों से बयान दर्ज करने के बाद रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें करीब डेढ़ महीने का समय और लग सकता है।
निर्णायक दौर में न्यायिक आयोग की कार्रवाई : पूर्व डीजीपी एके जैन ने बताया कि आयोग की जांच निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ की जा रही है और जल्द ही सभी साक्ष्यों और बयानों के आधार पर रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी जाएगी। संभल हिंसा को लेकर राजनीतिक और सामाजिक गलियारों में पहले से ही संवेदनशीलता बनी हुई है, ऐसे में आयोग की रिपोर्ट को लेकर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।