फतेहपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ता और पिता-चाचा की हत्या: हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव का मामला, तीन हत्याओं से दहला इलाका…
चर्चा है कि तिहरे हत्याकांड का आरोपी कुछ दिन पहले ही जेल से आया है बाहर;

फतेहपुर। फतेहपुर जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ता, उनके पिता और चाचा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। मंगलवार को हुए एक ही परिवार के तिहरे हत्याकांड से गांव में तनाव बना हुआ है; तो वहीं मौके पर पीएसी के साथ कई थानों की फोर्स तैनात है।
मौके पर एडीजी प्रेम प्रकाश, पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। मामले पर मुकदमा दर्ज कर तीन को गिरफ्तार किया गया है। बजरंग दल के जिला सह संयोजक धर्मेंद्र सिंह ने पीड़ित परिजनों के दुःख को साझा किया और कठोर कार्रवाई की मांग की।
जानकारी के अनुसार हथगांव थाना क्षेत्र के अखरी में मुन्नू परिहार की गांव के ही पप्पू सिंह, पिंकू सिंह और अभय सिंह से चुनावी रंजिश चल रही थी। मुन्नू परिहार के यहाँ पिछले 30 साल से प्रधानी थी लेकिन इस बार पप्पू सिंह की माँ रामदुलारी ने चुनाव जीत लिया। राम रामदुलारी के प्रधान बनते ही मन्नू परिहार सभी से दुश्मनी रखने लगा और आए दिन किसी ने किसी बात पर पप्पू सिंह, उनके छोटे भाई पिंकू सिंह और पप्पू सिंह के पुत्र अभय सिंह से गाली गलौज करता रहा।
इसी बीच मुन्नू परिहार ने मंगलवार की सुबह योजना बनाकर सभी को रास्ते से हटाने की ठान ली। सुबह जिस समय सुबह पिंकू सिंह गांव की डेयरी से दूध लेने गए थे और घर में पप्पू सिंह उनके पुत्र अभय सिंह मौजूद थे तभी मुन्नू परिहार का बड़ा पुत्र बउवा और छोटा पुत्र नान ट्रैक्टर लेकर पप्पू सिंह के दरवाजे से निकला।
इस बीच उसने पप्पू सिंह और अन्य को गाली-गलौज करते हुए घर से बाहर निकालने की चुनौती दी। जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर के ठीक पीछे एक स्कॉर्पियो भी चल रही थी। जिसमें संभावना है कि हत्यारों के साथी रहे होंगे। ट्रैक्टर में पहले से ही पिस्तौल और रिवाल्वर रखी हुई थी जैसे ही पप्पू सिंह अपने पुत्र अभय सिंह के साथ दौड़कर रमेश सिंह के ट्यूबवेल के पास पहुंचते हैं, पास में ही दूध डेयरी थी, वहाँ पर पिंकू सिंह मौजूद थे वह भी शोर सुनकर मौके पर जा पहुंचे।
उधर पहले से मौजूद मुन्नू परिहार और उसके अन्य साथियों ने पप्पू सिंह और उनके पुत्र अभय सिंह और पप्पू सिंह के छोटे भाई पिंकू को घेर कर पकड़ लिया। इसी बीच मौका पाकर मुन्नू परिहार और उसके साथियों ने कनपटी और सीने से सटा कर गोली मार दी। सभी ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया।
उधर फायरिंग की आवाज सुनकर पप्पू सिंह के पारिवारिक सोनू सिंह मौके पर पहुंचे तो आरोपियों ने राइफल तानकर उनसे गाली-गलौज करते हुए उन्हें वहां से चले जाने की धमकी दी। जैसे तैसे सोनू सिंह अपनी जान बचा पाए।
कुछ ही दिन पूर्व जेल से आया था मुन्नू परिहार : परिजनों के अनुसार मुन्नू परिहार उन्नाव जिले का रहने वाला है। वह पहले से ही अपराधी था। इसी कारण वह उन्नाव छोड़कर फतेहपुर में रहने लगा। इसके पहले भी उसने आज से 20 वर्ष पूर्व अखरी गांव में ही 25 वर्षीय रामराज बैश की हत्या की थी। लोगों का कहना है कि वह बात-बात पर लोगों की जान से खेल जाता था। उसके विरुद्ध कई सारे मुकदमे भी दर्ज है। बीते दिनों वह जेल से बहार आया था।
हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में तीन लोगों की हत्या हुई है। मृतक में दो भाई और एक उनके बड़े भाई का पुत्र हैं। मामले पर फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य संकलन किया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पीड़ित परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत है। हथगाम पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है: दोषियों को छोड़ नहीं जाएगा। जल्दी पूरे मामले का खुलासा होगा।
- धवल जायसवाल, पुलिस अधीक्षक
अभय सिंह बजरंग दल के सक्रिय कार्यकर्ता थे। आए दिन संगठन के कार्य में बढ़ चढ़कर भाग लेते थे। उनकी मृत्यु का समाचार इस तरीके से मिलेगा, इसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं थी। हमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और एसपी धवल जायसवाल पर पूरा भरोसा है, कि सभी आरोपी गिरफ्तार होंगे। यदि ऐसा नहीं हुआ तो फिर आगे तय किया जाएगा कि इस पर क्या कुछ एक्शन लिया जाए।
- धर्मेंद्र सिंह, जिला सह संयोजक, बजरंग दल