Taman Singh Sonwani: CGPSC घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई, पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी गिरफ्तार

Update: 2024-11-19 03:25 GMT

Former chairman Taman Singh Sonwani Arrested

Former Chairman Taman Singh Sonwani Arrested : रायपुर। CBI ने छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) की राज्य सेवा भर्ती परीक्षा 2021 के घोटाले मामले में पूर्व पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही बहू-बेटे को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए रिश्वत देने के आरोप में ‘बजरंग पावर एवं इस्पात लिमिटेड’ के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को भी गिरफ्तार किया गया है।

सीबीआई अधिकारियों के अनुसार सोनवानी पर आरोप है कि उन्होंने 45 लाख रुपये की रिश्वत ली थी। आरोप है कि गोयल ने ग्रामीण विकास समिति के माध्यम से 20 और 25 लाख रुपये की दो किस्तों में रिश्वत का भुगतान किया था। सोनवानी के रिश्तेदार ग्रामीण विकास समिति के सदस्य थे। आरोप है कि गोयल के बेटे शशांक और बहू भूमिका कटियार को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए रिश्वत दी गई थी। शशांक गोयल और भूमिका कटियार कांग्रेस नेता सुधीर कटियार के बेटे और बहू हैं।

11 मई 2023 को सीजीपीएससी 2021 का अंतिम परिणाम जारी किया गया था। इसमें 15 अभ्यर्थी डिप्टी कलेक्टर के लिए चयनित हुए थे। इनमें शशांक गोयल ने तीसरा और भूमिका कटियार ने चौथा स्थान प्राप्त किया था। इस सूची में 15 अभ्यर्थियों का चयन डिप्टी कलेक्टर के लिए हुआ था। संदिग्ध परिणामों के बाद अभ्यर्थियों और भाजपा नेताओं ने भाई-भतीजावाद का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी।

आरोप था कि मेरिट सूची में पीएससी अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी के रिश्तेदारों और कांग्रेस पार्टी के नेताओं के करीबियों का फर्जी तरीके से चयन किया गया था। इन आरोपों के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह कहकर मामले को टाल दिया था कि यदि ठोस सबूत दिए जाएं तो कार्रवाई की जाएगी। जब कांग्रेस सरकार ने जांच नहीं की तो भाजपा नेता और पूर्व गृह मंत्री ननकी राम कंवर ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी।

इसके बाद कोर्ट ने 18 अभ्यर्थियों की नियुक्ति को रोकने के आदेश दिए थे। विधानसभा चुनाव 2023 से पहले भाजपा ने इसे बड़ा मुद्दा बना दिया था और चुनावी घोषणा पत्र में सीबीआई से जांच कराने का वादा किया था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने मामले की जांच की जिम्मेदारी आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो और एंटी करप्शन ब्यूरो को सौंपी थी, जिसके बाद यह जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी।

इस मामले में 48 शिकायतें की गई थीं जिनमें से CGPSC में पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुई गड़बड़ी की शिकायतें थीं। आयोग ने सीजीपीएससी 2021 के लिए 171 पदों पर प्रारंभिक भर्ती परीक्षा 13 फरवरी 2022 को आयोजित की थी जिसमें 2565 लोग उत्तीर्ण हुए थे। 26 से 29 मई 2022 तक हुई मुख्य परीक्षा में 509 अभ्यर्थी पास हुए थे। साक्षात्कार के बाद 11 मई 2023 को 170 अभ्यर्थियों की सूची जारी की गई थी।

भर्ती में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, सचिव जीवन किशोर ध्रुव और परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक सहित अन्य अधिकारियों के खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज की गई है। यह अब तक की पहली गिरफ्तारी है और जल्द ही अन्य आरोपियों पर भी सीबीआई शिकंजा कसेगी।

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