Chhattisgarh: CRPF ने बीजापुर के अति नक्सल प्रभावित इलाके में लगाया मेडिकल कैंप, फ्री होगा इलाज
Medical Camp of soldiers in Bijapur : बीजापुर। छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित इलाके में जवानों ने मेडिकल कैंप लगाया है। इस कैंप को जवानों और ग्रामीणों को फ्री में स्वास्थ्य सेवांए देने के उद्देश्य से लगाया गया है। यह मेडिकल कैंप बीजापुर के गुंडम में स्थापित किया गया है।
CRPF जवान ने बताया कि, यह सुविधा CRPF जवानों और ग्रामीणों दोनों के लिए निःशुल्क है। इमरजेंसी में ग्रामीणों को एम्बुलेंस द्वारा यहाँ लाया जाता हैऔर इलाज कराया जाता है। कई लोगों को मेडिकल चेक अप के बाद पता चलता है कि उन्हें मलेरिया है। यहां तक कि आपातकालीन मामलों में, जैसे कि प्रसव, डॉक्टर तुरंत आते हैं। हम रोजाना 3-4 ऐसे मामलों को संभालते हैं, और सीआरपीएफ जवानों के लिए सभी दवाइयां और उपचार निःशुल्क है।
मेडिकल कैंप में इलाज करवा रहे ग्रामीण ने कहा, मैं तीन दिनों से यहां हूं। दवाएं प्रभावी है, और सभी खर्च सीआरपीएफ द्वारा वहन किए जा रहा हैं। सीआरपीएफ के डॉक्टर डॉ. आदिल अजीज ने कहा, 'चिकित्सा सुविधाएं नागरिकों और जवानों दोनों के लिए उपलब्ध है।
गृह मंत्री ने किया था शिविर का दौरा
बता दें कि, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हाल ही में छत्तीसगढ़ का दौरा करके लौटे हैं। इस दौरान उन्होंने जवानों के शिविर का दौरा किया। दौरे के दौरान गृह मंत्री शाह ने सुरक्षाकर्मियों से बातचीत की और उनके साथ दोपहर का भोजन किया। उन्होंने उनसे यह भी कहा कि उन्हें नक्सलियों के साथ सख्ती से पेश आना होगा, लेकिन स्थानीय आबादी की जरूरतों पर भी विचार करना होगा।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में देश भर में हताहत होने वाले सुरक्षा बलों की संख्या में भारी कमी आई है। आंकड़ों के मुताबिक, 2004 से 2014 के बीच नक्सली हिंसा की 16,463 घटनाएं हुईं। इसके अनुसार, 2014 से 2024 के बीच की अवधि में यह संख्या घटकर 7,744 रह गई। इसी तरह हिंसक घटनाओं में जान गंवाने वाले जवानों की संख्या में भी काफी कमी आई है।
आंकड़ों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से पिछले एक साल में 287 नक्सली मारे गए, जबकि 992 गिरफ्तार किए गए और 831 अन्य को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया गया।