कार से 1 करोड़ 66 लाख रुपये बरामद: हवाला या सट्टे की रकम होने का शक, 2 आरोपी गिरफ्तार, मामले की जांच आयकर विभाग को सौंपी गई…
आधी रात आमानाका थाना क्षेत्र में रूटीन चेकिंग के दौरान पकड़े गए, 2 आरोपी गिरफ्तार, मामले की जांच आयकर विभाग को सौंपी गई;
रायपुर। आमानाका थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात पुलिस ने एक इनोवा कार से 1 करोड़ 66 लाख 99 हजार 900 रुपये कैश बरामद किया है। रकम कार के सीक्रेट चेंबर में छिपाकर रखी गई थी। पुलिस को शक है कि यह रकम हवाला या सट्टे से जुड़ी हो सकती है।
पुलिस ने अब तक इस मामले में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 116 के तहत केस दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार, आमानाका थाना पुलिस द्वारा रूटीन चेकिंग के दौरान कार को रुकवाया गया। जब पुलिस ने गाड़ी की जांच की, तो पहले कुछ खास नहीं मिला, लेकिन पुलिस को शक हुआ और उन्होंने गाड़ी को बारीकी से चेक किया।
गाड़ी के पीछे की सीट के नीचे एक खुफिया चेंबर बना हुआ था, जिसमे 500 रुपये के 30500 नोट व 200 रुपये के 6661 नोट, 100 रुपये के 1177 नोट रखे गए थे। चेंबर में लॉक भी लगा हुआ था, जिसे तोड़कर ने नोटों की गड्डियां बरामद की गई।
गाड़ी के ड्राइवर विनोद कुशवाह (आगरा) और श्रीकांत सिंह (मथुरा) पूछताछ की गई। चालक ने बताया कि उसे गाड़ी में पैसे रखने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उसे सिर्फ नागपुर के पास गाड़ी बदलने के लिए कहा गया था। उसने यह भी कहा कि उसे 13,000 रुपये सैलरी और 30 रुपये प्रति किलोमीटर डीजल का पैसा मिलता था।
आयकर विभाग को सौंपा जाएगा मामला
पुलिस ने गाड़ी और नकदी को सीज कर लिया है। इस मामले की जांच अब आयकर विभाग को सौंप दी जाएगी, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह रकम किसकी है और कहां से आ रही थी।
वॉट्सऐप कॉल पर होती थी गाड़ी छोडऩे की बात ड्राइवर के मुताबिक, उसे वॉट्सऐप कॉल पर बताया जाता है कि गाड़ी को कहां छोडऩा है। कभी-कभी दूसरे शहर पहुंचने के बाद उसे तीसरे शहर जाने के लिए कह दिया जाता है। शुरुआत में यह साफ नहीं किया जाता कि गाड़ी को कहां और किसके पास लेकर जाना है। बीच में कई बार ड्राइवर भी बदल दिए जाते हैं। चेकिंग के दौरान गाड़ी से रकम बरामद हुई है। रकम कहां से लोड हुई और कहां जा रही थी, इस संबंध में तकनीकी जानकारी प्राप्त करना अभी शेष है। कार और रकम जब्त कर आयकर विभाग को सूचना दे दी गई है। - डॉ. लाल उमेद सिंह, एसएसपी, रायपुर