झांसी(हिस)। मध्य प्रदेश में चल रहे विधान सभा चुनाव को शंतिपूर्ण ढंग से कराने के लिये शनिवार को उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश पुलिस के आलाधिकारी आपस में रूबरू हुये। इस दौरान मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने व अपराधियों पर लगाम कसने के लिये दो घंटे तक मंथन किया। मंथन करने के दौरान दोनों प्रदेशों की पुलिस ने एक दूसरे को अपराधियों की सूचियों का आदान प्रदान कर उन पर कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है।
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के गांधी ऑडिटोरियम हॉल में सुबह 11 बजे से उत्तर प्रदेश के पुलिस मुखिया ओपी सिंह, एडीजी कानून व्यवस्था आनन्द कुमार, एडीजी कानपुर, एडीजी इलाहाबाद, एडीजी, आगरा व मध्यप्रदेश के डीजीपी वीके जैन सहित यूपी व एमपी के 12 जिलां के पुलिस अधिकारियों ने बार्डर समीक्षा में मध्य प्रदेश में 28 नवम्बर को हाने वाले मतदान को शांतिपूर्ण कराने के लिये मंथन किया। इस दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि 28 नवम्बर को मध्य प्रदेश में चुनाव होना है। चुनाव को शांतिपूर्ण कराने के लिये बार्डर समीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें मतदान में खलल पैदा करने वाले अपराधियों पर लगाम कसने के लिये मंथन किया गया। साथ ही दोनों प्रदेशों के अपराधियों की सूचियों का आदान प्रदान कर पुलिस ने अपराधियों पर लगाम कसने की योजना तैयार कर ली।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि एमपी की सीमा से लगे बार्डरां को चिन्हित कर लिया गया है। जिस पर 117 बैरियर बनाये जायेगे। जिन्हें मतदान के 24 घंटे पूर्व सीज कर दिया जाएगा। वहीं आदर्श आचार संहिता का पालन कराने के लिये उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश में जाने वाले वाहनों की चैकिंग कराई जाएगी। अवैध रूपया मिलने पर आयकर विभाग को सूचित किया जाएगा और कार्रवाई की जायेगी। इसके साथ ही हिस्टीशीटरों पर निगरानी रखी जाएगी। यदि मतदान के दौरान अपराधी दिखाई दिये तो उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
24 घंटे पूर्व सीमावर्ती क्षेत्रों की बंद होंगी शराब की दुकानें
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिये मतदान के 24 घंटे पूर्व सीमावर्ती क्षेत्रों में पडने वाली शराब की दुकानों को बन्द करा दिया जाएगा। साथ ही दोनों प्रदेशों की पुलिस एक साथ पेट्रोलिंग करेगी और कार्यवाही करेगी।
एसटीएफ और खूफिया तंत्र को किया सक्रिय
डीजीपी ने बताया कि चुनाव के दौरान कुछ शरारती तत्व सोशल मीडिया का सहारा लेकर अफवाह फैलाते है। ऐसी स्थिति से निपटने के लिये उन्होंने अपने क्षेत्र सीमा पर शिंकजा कसने के लिये यूपी एसटीएफ को लगा दिया है। वहीं जिले के स्तर का इनपुट लेने के लिये उन्होंने जिला स्तर के खुफिया तंत्र कां सक्रिय रहने के निर्देश दिये है।
भूख प्यास से तड़पते रहे पुलिस कर्मी
डीजीपी की सुरक्षा में सुबह से पुलिस फोर्स लग गया था। डीजीपी सुबह साढे 8 बजे झांसी आ गये थे वहीं पुलिस फोर्स को सुबह 7 बजे से पुलिस लाइन से लेकर विश्वविद्यालय तक लगाया गया था। लेकिन पुलिस फोर्स को विभाग की ओर से न तो खाने की व्यवस्था की गई और न ही पानी की। इस कारण पूरा फोर्स भूख और प्यास से परेशान होकर पुलिस कर्मी अपने ही विभाग के अफसरों को कौसते नजर आये।
कानून व्यवस्था के सवाल में साधी चुप्पी
मॉर्डन कोतवाली का उद्घाटन करने तथा बार्डर समीक्षा करने के लिये झांसी आये डीजीपी ओपी सिंह पत्रकारों के सवालो से बचते नजर आये। पहले तो डीजीपी से वार्ता करने के लिये पत्रकारों की कोतवाली परिसर में व्यवस्था बनाई गई थी। जैसे ही पत्रकारों ने डीजीपी से जिले की कानून व्यवस्था पर सवाल करना शुरू किया तो डीजीपी ने समीक्षा के बाद सवालों के जबाब देने की बात कहकर पत्रकारों को टाल दिया। इसके बाद पत्रकारों ने समीक्षा के बाद डीजीपी से कानून व्यवस्था को लेकर सवाल किये तो उन्होंने सीधे शब्दाें में कहा कि बार्डर समीक्षा लेने आया हूं उसी सम्बंध में सवाल करें, इसके अलावा कोई सवाल न करें। इतना बोल कर डीजीपी लंच करने के लिये पुलिस अफसरों के साथ निकल गये।