नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपयी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है मानो उन्होंने अपने पिता को खो दिया है।
शोकाकुल मोदी ने कहा कि देश ने अपना अनमोल अटल रत्न खो दिया है और इसे व्यक्त करने के लिए उनके पास शब्द नहीं है। अटलजी के निधन से एक युग का अंत हो गया है और राजनीति में पैदा हुई इस शून्यता को नहीं भरा जा सकेगा। उनका व्यक्तित्व अंतरराष्ट्रीय था।
मोदी ने कहा, 'मेरे लिए तो अटलजी का जाना पितातुल्य संरक्षण का साया सिर से उठने जैसा है। उन्होंने मुझे संगठन और शासन दोनों का महत्व समझाया। दोनों में काम करने की शक्ति और सहारा दिया। वह जब भी मिलते थे पिता की तरह खुश होकर आत्मीयता के साथ गले लगाते थे। ऐसी कमी है जो कभी नहीं भर सकती।'
गुरुवार को वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके आवास 6, कृष्ण मेनन मार्ग पर पहुंचे खुद प्रधानमंत्री मोदी के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के रमन सिंह, हरियाणा के मनोहरलाल खट्टर, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वाजपेयी को देश की राजनीति का एक शीर्षस्थ नेता बताया।