दिल्ली। फेसबुक, सिल्वर लेक के बाद अब विस्टा इक्विटी पार्टनर्स जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड की 2.3 फीसदी हिस्सेदारी 11,367 करोड़ रुपये में खरीदेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज और जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड ने इसकी घोषणा की है। यह निवेश Jio प्लेटफॉर्म की 4.91 लाख करोड़ की वैल्यू पर होगा और इंटरप्राइजेज वैल्यू अब 5.16 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी। अमेरिका बेस्ड यह प्राइवेट इक्विटी फर्म दुनिया की सबसे बड़ी विशेष रूप से टेक फोकस्ड फंड है। अप्रैल में घोषित फेसबुक सौदे के मुकाबले विस्टा का निवेश 12.5 प्रतिशत प्रीमियम पर है।
विस्टा के साथ डील पर रिलांयस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा, "मैं विस्टा को एक मूल्यवान भागीदार के रूप में निवेशक को पाकर खुश हूं। हमारे अन्य भागीदारों की तरह विस्टा भी सभी भारतीयों के लाभ के लिए भारतीय डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र को विकसित और परिवर्तित करेगा। एक बेहतर भविष्य की कुंजी साबित होगा।'
विस्टा का निवेश अगली पीढ़ी के सॉफ्टवेयर और प्लेटफॉर्म कंपनी के रूप में Jio को प्रदर्शित करता है। विस्टा का यह भारत में पहला बड़ा निवेश है। विस्टा का शुरुआती चरण में तकनीकी कंपनियों में निवेश करने का एक ट्रैक रिकॉर्ड रहा है। इसका प्रत्येक निवेश 10 वर्षों में प्रॉफिटेबल रहा है। जियो की लॉन्चिंग के बाद रिलायंस देश की एकमात्र ऐसी कंपनी के रूप में उभरी है, जो तेजी से बढ़ते भारतीय बाजार में अमेरिकी तकनीकी समूहों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम है।
फेसबुक ने जियो में 9.9 प्रतिशत हिस्सेदारी 43,534 करोड़ रुपये में और सिल्वर लेक ने 1.55% हिस्सेदारी के लिए 5655 करोड़ का निवेश किया। Jio में सिल्वर लेक द्वारा किया गया निवेश भी फेसबुक सौदे के समान प्रीमियम पर था। तीन हफ्ते के अंदर जियो प्लेटफॉर्म्स ने टेक्नोलॉजी इन्वेस्टर्स से 60,596.37 करोड़ रुपये जुटाए हैं। रिलायंस ने मोबाइल टेलीकॉम से लेकर होम ब्रॉडबैंड तक हर चीज में ई-कॉमर्स का विस्तार किया है। जियो की शुरुआत 2016 में हुई थी। टेलीकॉम और ब्रॉडबैंड से लेकर ई कॉमर्स में इसने अपना विस्तार किया और 38 करोड़ ग्राहकों तक पहुंच गई।